कई महीनो के इंतजार, अदालत की सुनवाईयों और लोगों के विरोध का सामना करने के बाद आखिरकार हाल ही की बॉलीवुड की मोस्ट कंट्रोवर्शियल मूवी पद्मावती रिलीज हो गई है। हालांकि यह फिल्म अब पद्मावत के नाम से रिलीज की गई है। ये कहना गलत नही होगा कि फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली को इतनी परेशानी तो फिल्म बनाने में नही झेलनी पड़ी होगी, जितनी इसे रिलीज करवाने में सहनी पड़ी। फिल्म की रिलीज के साथ ही बहुत से लोगों का इंतजार खत्म हो गया है। मगर करनी सेना के विरोध के चलते देश के कुछ हिस्सों में फिल्म की रिलीज पर रोक लगा दी गई है। जिसका असर फिल्म की कमाई पर भी पड़ेगा।
आपको बता दें कि करनी सेना के विरोध की मार झेल रहे भंसाली ने पद्मावत की सफलता को सुनिश्चित करने के लिए अक्ष्य कुमार से बात करके उनकी फिल्म पैडमैन की रिलिजिंग डेट को आगे बढ़ाने की रिक्यूएस्ट भी की थी। जिसके चलते पैडमैन की रिलीजिंग डेट 9 फरवरी कर दी गई है।
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अब अगर बात करें फिल्म की तो, पद्मावत का ट्रेलर रिलीज होने के बाद लोगों ने इससे जितनी उम्मीदे लगाई थी, शायद फिल्म उतना प्रभाव डाल नही पा रही है। यह हम नही कह रहें, ये फिल्म को देखने के बाद, मूवी क्रिटिक्स द्वारा दिए जा रहे रिवयू कह रहें है। हालांकि ये रिवीयू मिले जुले है जहां कुछ पद्मावत को 3 से ऊपर रेटिंग दे रहें है वहीं कुछ ने इसे 1.5 तक ही सीमित कर दिया है। ऐसे में आपके लिए भी ये समझ पाना थोड़ा मुश्किल होगा कि आखिर किस रेटिंग की ओर जाया जाएं। हमारी माने तो इसका सबसे सरल उपाय यही रहेगा कि आप खुद इस फिल्म को देख कर अपनी राय कायम करें।
क्या कहते है क्रिटिक्स
मूवी क्रिटिक्स के अनुसार पद्मावत एक बोरिंग फिल्म है। फिल्म की कहानी बहुत लंबी और स्लो चलती है। फिल्म को अधिक प्रभावशाली बनाने के चक्कर में भंसाली ने इसमें ड्रामे का कुछ ज्यादा ही तड़का लगा दिया है जिसके कारण आप स्टोरीलाइन से भटक जाते है। फिल्म में पद्मावती यानि दीपिका पादुकोण के किरदार को ही अधिक अहमियत दी गई है, जबकि फिल्म के अन्य दो अभिनेता शाहिद कपूर जो फिल्म में राजा रतन सेन का किरदार निभा रहें है, उसमे कुछ खास अपील नही दिखती, वहीं दूसरी और रणवीर सिंह यानि अलाऊदीन खिल्जी को कुछ ज्यादा ही घिनौना दिखाया गया है। कुल मिलाकर फिल्म में से वो भंसाली वाली परफेक्शन कहीं गायब है। कलाइमैक्स भी लोगों के दिलों में छाप में छोड़ने में नाकमयाब साबित होता है।
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बहरहाल मूवी को लेकर अधिकतर क्रिटिक्स की जो अब तक की राय रही है, उससे यही लग रहा है कि भंसाली की मोस्ट अवेटिड मूवी बाक्स आफिस पर वो कमाल नही दिखा पा रही, जिसकी उम्मीद सब कर रहे थे। इसका कारण शायद करनी सेना का विरोध भी हो सकता है क्योंकि फिल्म की रिलीज से पूर्व मूवी में जो 300 कट लगाए गए है, उससे फिल्म की सिनेमैटोग्राफी कुछ बिगड़ गई। जिस वजह से फिल्म लोगों को अपने साथ जोड़ने में नाकमयाब हो रही है। अब वजह कुछ भी हो पर फिलहाल पद्मावत बाक्स आफिस फिकी साबित हो रही है, जोकि फिल्म की कास्ट के लिए बुरी खबर है।