सर्वाइकल पेन से निजात पाने के लिए अपनाएं ये घरेलू उपचार

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आज के समय में गर्दन का दर्द हो या सर्वाइकल पेन या कमर का दर्द, एक आम समस्या बन चुकी है। पर यही छोटे-छोटे दर्द कई बार गंभीर रोगों का कारण बन जाते हैं, जिसका हमें पता भी नहीं चलता। आमतौर पर इस तरह की बीमारियां उम्र से संबंधित होती थी लेकिन आज के समय की बदलती दिनचर्या और असंतुलित खानपान के कारण यह बिमारी हर उम्र के लोगो को हो रही हैं, इसी तरह से गर्दन का दर्द एक ऐसी बीमारी है जो आजकल बुजुर्गों के साथ-साथ छोटे बच्चे को भी प्रभावित कर रही हैं। गर्दन से शुरू हुआ ये दर्द इग्नोर करते रहने से यह धीरे-धीरे बढ़ता जाता है। जो बाद में गर्दन से लेकर कमर और पैरों तक पहुंच जाता है। जिसे इस बीमारी को सर्वाइकल के नाम से जानते है। सर्वाइकल का दर्द जब असहनीय हो तो आपको तुंरत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिये।

घरेलू उपचार

इसके अलावा हमारे पास कुछ घरेलू नुस्खें है जिसे अजमाकर आप सर्वाइकल के दर्द से काफी राहत पा सकते है। तो जानें सर्वाइकल के दर्द को दूर करने वाले घरेलू उपचार..

सेंधा नमक की पट्टी रखें –

सेंधा नमक की पट्टी रखें

अगर आप गर्दन के दर्द से ज्यादा पीड़ित हैं तो यह उपाय आपके लिये ज्यादा फायदेमंद साबित होगा। इसके लिए आप एक भगोने में पानी लेकर उसमें एक चम्मच सेंधा नमक मिलाये और पानी को गर्म होने के लिये रख दें। फिर एक साफ कपड़े को पानी में डालकर गर्म पानी की पट्टी करे ऐसा बार बार करने से आपको बहुत आराम मिलेगा सेंधे नमक में मैग्नीशियम की मात्रा बहुत ज़्यादा होती हैं जो की पीएच स्तर को नियंत्रित करती है, और गर्दन के या प्रभावित क्षेत्र के कड़ेपन को कम करता हैं जिससे आपको बहुत आराम मिलेगा. इस नुस्खे का उपयोग आप रोज कर सकते हैं।

हल्दी –

हल्दी

हल्दी में कई औषधीय गुण पाये जाते है जो शरीर के हर दर्द के लिये फायदेमंद होते है। इसे एक प्राकृतिक पेन किलर के नाम से भी जाना जाता है गर्म दूध के साथ हल्दी का सेवन करने से सूजन कम होती है। हल्दी ब्लड सर्कुलेशन को तेज करती है जिससे शरीर के दर्द में तुंरत राहत मिलती है और इससे गर्दन की अकड़ भी कम होती है। यह सर्वाइकल पेन को कम करने की अनमोल दवा है। इसका सेवन आप रोज करें।

लौग का तेल –

लौग का तेल

लौग का तेल शरीर के दर्द के लिये काफी फायदेमंद होता है। यह काफी अच्छा औषधिय उपचार है इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, कॉपर, जिंक, फॉस्फोरस, विटामिन D और विटामिन K के साथ एंटीऑक्सीडेंट, एंटी फंगल, एंटीमाइक्रोबाइल, एंटीवायरल जैसे तत्वों की भरपूर मात्रा पाई जाती ।जो शरीर की हड्डियों के साथ-साथ पूरे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है। सर्वाइकल पेन से निजात पाने के लिए आप लौग का तेल को सरसों के तल के साथ मिलाकर गुनगुना करके रोज दिन में दो बार गर्दन पर लगाकर मालिश करें। ऐसा करने से आपको जल्द ही राहत मिलेगा।

लहसुन –

लहसुन

लहसुन में छुपे औषधीय गुणों के कारण यह शरीर में होने वाले हर रोगों को दूर करने वाला प्राकृतिक उपचार माना गया है। सर्वाइकल पेन में लहसुन के उपयोग से काफी राहत मिलती है। इसका उपयोग करने के लिये सरसों, तिल या जैतून के तेल में लहसुन की तीन चार कलियों को डालकर गर्म कर लें। लहसुन के साथ पके इस तेल से दर्द वाली जगहों की मालिश करें। ऐसा करने से आपको जल्द ही राहत मिलने लगेगी। इसके अलावा यदि आप रोज सुबह खाली पेट लहसुन की एक-या दो फली गुनगने पानी के साथ खाएंगे तो आपको सर्वाइकल पेन नहीं होगा, पेट साफ रहेगा और मोटापा तेजी से घटेगा।

गाय का घी है फायदेमंद –

गाय का घी है फायदेमंद

आयुर्वेद में, गाय के घी में पाये जाने पोषक तत्वों के कारण इसे काफी अच्छा उपचार करने वाला माना गया है। माइग्रेन की समस्या हो या सर्वाइकल पेन की यह दर्द देने वाले जिम्मेदार वात तत्‍व को शांत करने के लिए जाना जाता है। इसलिए गाय का घी सर्वाइकल पेन से राहत देने वाला सबसे अच्‍छा घरेलू उपचारों में से एक माना गया है।

 

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