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ये 8 अमर प्रेमकहानियां आज भी इश्कजादों के बीच बनी हुई हैं अनोखी मिसाल

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हर प्रेम कहानी का अपना अलग करिश्मा होता है, फिर चाहे वह आपकी कहानी हो, मेरी या फिर किसी और की प्रेम कहानी हो। हर प्रेम कहानी की अपनी अलग दास्तां, त्रासदियां व बाधाएं होती हैं। तो आइए आज हम आपको अपने इतिहास के कुछ ऐसे राजा-महाराजाओं की प्रेम कहानी के बारे में बताते हैं, जिनका इश्क लोगों के लिए मिसाल बन गया। मराठा से लेकर मुगलों तक, आम आदमी से लेकर योद्धा तक, हमारे इतिहास में भी हैं कई प्रसिद्ध प्रेम कहानियां….

आइए आपको इतिहास के कुछ ऐसे ही प्रेमी जोड़ों से मिलवाते हैं।

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1. बाजीराव और मस्तानी (Baji Rao and Mastani)

मराठा के बहादुर योद्धा बाजीराव को एक मुस्लिम नर्तकी मस्तानी से प्यार हो गया। मस्तानी के पिता हिंदू थे, लेकिन उनकी मां फारसी थी और योद्धा बाजीराव मराठा के राजा थे। मस्तानी तलवारबाजी करती थीं और वह कई युद्धों में बाजीराव के साथ भी गईं थी। बाजीराव की पहली शादी काशीबाई से हुई थी, जिसके कारण उनके घरवालों और राज्य ने मस्तानी को स्वीकार नहीं किया। बाजीराव और मस्तानी का एक पुत्र हुआ, जिसे उसके परिवार ने कभी स्वीकार नहीं किया। इनकी कहानी में बताया गया है कि मस्तानी ने भले ही बाजीराव मस्तानी से शादी कर ली हो, लेकिन उनको उनके राज्य में कोई कानूनी स्थान नहीं मिला था। कुछ समय के बाद बुखार के कारण बाजीराव की दुखद मौत हो गई, यह बात जानकर मस्तानी ने आत्महत्या कर ली, क्योंकि बाजीराव के अलावा उनकी जिंदगी में कोई नहीं बचा था।

Baji Rao and MastaniImage Source: 

2. मिर्जा और साहिबा (Mirza and Sahiba)

यह प्रेम कहानी पंजाब की है, जो कि अब पाकिस्तान का हिस्सा हो गया है। मिर्जा जाट था, वहीं साहिबा मुस्लिम के सिया जाती की थी, इन दोनों को पढ़ाई के दौरान ही एक दूसरे से प्यार हो गया, लेकिन इन दोनों की प्रेम कहानी का अंत बहुत ही बुरा हुआ। साहिबा ने मिर्जा से शादी करने के बारे में सोचा, लेकिन साहिबा के भाईयों ने उनके प्यार को स्वीकार नहीं किया और मिर्जा को मार डाला। जिस तलवार से साहिबा के भाईयों ने मिर्जा को मारा था, उसी तलवार से साहिबा ने खुद को मारकर आत्महत्या कर ली।

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3. शिवाजी और साईबाई (Shivaji and Saibai)

इन दोनों की प्रेम कहानी शादी के बाद शुरू हुई थी। शिवाजी और साईबाई की शादी एक बहुत कम उम्र में ही हो गई थी। शिवाजी अपने राज्य की जिम्मेदारियों के कारण जीवनभर व्यस्त रहें, लेकिन साईबाई से शादी के बाद उनकी जिंदगी में बदलाव आया और वह अपने व्यस्त जिंदगी से थोड़ा समय साईबाई के लिए भी निकालते थे। दोनों के 2 बच्चे थे, शिवाजी अपनी सभी पत्नियों में से सबसे अधिक प्यार साईबाई को ही करते थे। यहां तक कि शिवाजी के दुखद अंत में भी उनके मुंह से अंतिम शब्द साई निकला था।

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शिवाजी के अपने काम और राज्य के प्रति जिम्मेदारियों के कारण इन दोनों के प्यार को किसी ने ध्यान नहीं दिया।

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4. पृथ्वीराज चौहान और संयोगिता (Prithvi Raj Chauhan and Samyukta)

पृथ्वीराज चौहान और संयोगिता की प्रेम कहानी भी काफी प्रसिद्ध है। संयोगिता पृथ्वीराज के प्रतिद्वंद्वी जयचंद्र की बेटी थी, लेकिन जयचंद्र दोनों की शादी नहीं होने देना चाहता था। जयचंद्र ने संयोगिता का स्वयंवर की व्यवस्था की, जिसमें पृथ्वी को आमंत्रित नहीं किया गया था। इस स्वयंवर में संयोगिता ने अपने पिता के खिलाफ जाकर पृथ्वी की प्रतिमा को माला पहना दी, जो कि शादी की जगह के पास ही रखी हुई थी। इसके बाद संयोगिता और पृथ्वीराज चौहान दोनों ही वहां से भाग निकले, दरअसल पृथ्वी के प्रतिमा के पीछे खुद पृथ्वीराज चौहान ही छिपे हुए थे। लेकिन इस कहानी का अंत काफी दर्दनाक हुआ। मोहम्मद गौरी ने पृथ्वीराज चौहान को पराजित किया, जिसके बाद संयोगिता ने खुद अपने आप को खत्म कर दिया।

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5. सलीम और अनारकली (Salim and Anarakali)

सलीम और अनारकली की प्रेम कहानी भी काफी लोकप्रिय है। अनारकली सलीम से बहुत प्यार करती थी, जो कि एक राजकुमार थे, लेकिन इन दोनों की प्रेम कहानी का अंत तब हुआ, जब सलीम के पिता अकबर को उनकी प्रेम कहानी के बारे में पता लगा। उन्होंने इन दोनों के प्यार को इसलिए स्वीकार नहीं किया क्योंकि अनारकली एक नीची जाति से संबंध रखती थी। अकबर ने अनारकली को जिंदा दीवारों के बीच दफन कर दिया, हालांकि इतिहास में इस बात को कोई ज्रिक नहीं है, लेकिन फिर भी यह प्रेम कहानी काफी लोकप्रिय रही।

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6. हीर और रांझा (Heer and Ranjha)

हीर और रांझा की प्रेम कहानी हर किसी को याद ही होगी।

रांझा बांसुरी बजाता था और हीर उसकी बांसुरी की आवाज सुनकर ही उससे प्यार करने लगी। रांझा हीर के घर में एक पशु रक्षक के रूप में काम करता था। जब तक उनके प्रेम प्रसंग के बारे में हर किसी को पता नहीं चला, तब तक वह रोजाना मिलते रहे, लेकिन उसके बाद रांझा को उनके काम को छोड़कर जाने पर मजबूर कर दिया गया था। इसके बाद हीर की शादी सईदा खेड़ा से करवा दी गई। लेकिन हीर को ढूढ़ने के लिए रांझा उसके गांव गया और उसे खोज लिया। आखिर में, हीर को उसके रिश्तेदारों ने खाने में जहर मिलाकर मार दिया और फिर रांझा ने भी अपने खाने में जहर मिलाकर आत्महत्या कर ली।

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7. ढोला और मारू (Dhola and Maru)

राजस्थान के इस प्रेमी जोड़े को हर प्रेमी जोड़ा याद करता है। ढोला और मारू ने एक छोटी सी उम्र में शादी हो गई थी, जहां ढोला की उम्र शादी के समय 3 साल की थी, तो उस समय मारू की उम्र 1.5 साल की थी। ढोला के पिता की मृत्यु के बाद बड़े होने पर सब इन दोनों की शादी को भूल गए और ढोला की शादी मालवाली से तय करवा दी गई, लेकिन उनकी शादी में आएं गायक कलाकारों ने अपने गाने के अंदाज में ही ढोला को उनकी पहली शादी के बारे में सब कुछ याद दिला दिया और फिर वह दोनों एक दूसरे के साथ सुखी जीवन बिताने लगे।

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8. शाहजहां और मुमताज महल (Shahjahan and Mumtaz Mahal)

शाहजहां और मुमताज महल की प्रेम कहानी ना केवल इतिहास में प्रसिद्ध थी, बल्कि शाहजहां ने पत्नी मुमताज के प्रति अपने प्यार को जाहिर करने के लिए उनके मरने के बाद ताजमहल बनवाया। इतना ही नहीं, शाहजहां ने शादी के बाद मुमताज का नाम मुमताज महल रखा था। शाहजहां और मुमताज के 13 बच्चे थे और 14 वें बच्चे को जन्म देते हुए मुमताज की मृत्यु हो गई। इस घटना ने शाहजहां को अंदर से तोड़ दिया और फिर उन्होंने अपनी पत्नी की याद में ताजमहल बनवाया, जिसमें एक कब्र में उन्हें दफनाया गया था।

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