रंगों का त्यौहार होली हमारे देश में सभी लोगों के बीच कौमी एकता की पहचान कराता है। सभी धर्मों के लोग एकजुट होकर होली के रंग में रंग कर एक हो जाते हैं। होली के इन गहरे रंगों से खेल कर हमारा मन तो खुश होता है, पर इसके रंग में मौजूद रासायनिक तत्व हमारी त्वचा एवं बालों को नुकसान पहुंचाते हैं। साथ ही हमारा शरीर भी इससे काफी प्रभावित होता है। आज हम आपको बता रहें हैं कि होली के रंग से किस प्रकार के नुकसान होते हैं।
image source:
यह भी पढ़ेः- होली पर ऐसे रखें खुद का ख्याल
1. त्वचा के लिए घातक
होली में एक दूसरे को रंग लगाते समय तो हमें बेहद प्रसन्नता होती है, लेकिन इस रंग से हमारे शरीर पर काफी बुरा असर होता है। इस रंग में मौजूद जहरीले रासायनिक व ऑक्सीडाइड तत्व हमारे शरीर को काफी नुकसान पहुंचाने का काम करते है।
image source:
2. बीमारियों के फैलने का कारण
होली के रासायनिक युक्त रंग हमारी त्वचा के लिए बेहद खराब होते है, इससे त्वचा पर जलन, खुजली व सूजन के साथ त्वचा संबंधी कई परेशानियां उत्पन्न होने लगती है। जो कई बीमारियों के फैलाने का कारण बनती है।
image source:
3. आंखों के लिए नुकसानदायक
इन रासायनिक युक्त रंगों का उपयोग करने से आंखों पर जलन होने के साथ एलर्जी, कार्नियल अल्सर, कंजेक्टिवाइटिस जैसी बीमारियां जन्म लेने लगती है। इससे आंखों की रोशनी के जाने के खतरे भी बढ़ जाते है।
image source:
यह भी पढ़ेः- बॉलीवुड की होली इस बार रहेगी बेरंग
4. बालों का झड़ना और गिरना
त्वचा के साथ बालों पर भी इन जहरीले रंगों का असर पड़ता है। इससे बाल और अधिक रूखे व बेजान हो जाते है। जिसके बाद वे जल्द ही टूटकर झड़ने लग जाते है।
image source:
5. दमा रोगियों के लिए घातक
हवा में उड़ते यह रंग जब आपके शरीर के अंदर प्रवेश करते है, तो सांस संबंधी समस्याओं के साथ ही यह दमा के रोगियों के लिए भी काफी घातक होते है। इसलिए दमा के रोगियों को इन रंगों से बचना चाहिए और आपको होली के दौरान सुखे रंगों का ही प्रयोग करना चाहिए, क्योंकि गीले रंगों से त्वचा को ज्यादा नुकसान होता है। जबकि सुखे रंग आसानी से उतर भी जाते हैं