आजकल की दौड़भाग भरी जिंदगी में लोगों के पास वक्त की कमी होती है जिसके कारण कई बार लोग सादा और संतुलित भोजन नहीं कर पाते है और अक्सर तेल और मसाले वाली चीजों को ही खाते है कुछ दिन तक ये चीजे आपको नुकसान नहीं पहुंचाती है लेकिन वक्त के साथ आपकी पाचन शक्ति खराब होने लगती है और उम्र से पहले ही आप कई बीमारियों से ग्रस्त हो जाते है ऐसे में लोग दवाइयों का सहारा लेते है लेकिन क्या आपको पता है प्रकृति की तरफ से हमें कई अमोल तोहफे मिले है उनमें से कुछ चीजे हमारे जीवन को सही बनाने का काम करती है। पाचन शक्ति को ठीक करने के लिए प्रकृतिक ने हमें कुछ खास प्रकार की पत्तियां दी है जिससे हम अपनी पाचन शक्ति को अच्छा कर सकते है और अपनी हर बीमारी को भी दूर कर सकते है आज हम आपको ऐसी ही 6 प्रकार की पत्तियों के बारे में बता रहें है आईए जानते है कौन सी है वो खास 6 पत्तियां जो अपच और एसीडिटी से हमें दिलाएंगी राहत…
1- अजवाइन के पत्ते-
असल में अजवाइन के पत्ते में थायमोल जैसे योगिक होते है जो की गैस्ट्रिक जूस के उत्सर्जन को बढ़ा कर आपके पाचन तंत्र को अच्छा करते है और आपके अपच की समस्या को दूर करते हैं। अजवाइन के पत्ते आपके अपच की समस्या के साथ मिचली और गैस की समस्या को भी हल करते हैं।
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2- पान के पत्ते –
खाना खाने के बाद में बहुत से लोग पान खाते है असल में यह आपकी लार में एंजाइम की मात्रा को बढ़ा देता हैं जिसके कारण आपका पाचन तंत्र अच्छे से कार्य करने लगता है।
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3- पुदीने की पत्तियां-
पुदीने की पत्तियां ठंडी होती है और इसलिए गर्मियों में इनको उपयोग में लाना बहुत फायदेमंद रहता है। यदि आपको पेट में दर्द की समस्या है तो आप पुदीने की पत्तियों को चबा सकते हैं और ये आपके पाचन को भी अच्छा बनाए रखती हैं।
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4- कड़ी पत्ते-
कड़ी पत्ते का एंटी-इंफ्लेमेटरी स्वभाव आपके पाचन तंत्र को अच्छा रखता है और यह आपके पाचन को सही और बेहतर बनाने में योगदान देता है। आप इसका उपयोग 2 से 3 पत्तियां चबा कर या फिर अपने खाने में भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं
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5- तुलसी की पत्तियां-
यदि आप एसीडिटी की समस्या से परेशान है या आपका पाचन तंत्र अच्छे से काम नहीं कर रहा है तो आप तुलसी के पत्तो का उपयोग जरूर करे। इसके लिए 5 से 6 पत्तियां चबा कर खाएं। असल में तुलसी की पत्तियों में एंटी-अल्सर का गुण होता है जिसके कारण ये पेट में बनने वाले एसिड के उत्सर्जन को बढ़ा देती हैं और गैस्ट्रिक एसिड का प्रभाव कम हो जाता है और इस प्रकार से आपको आराम मिल जाता है।