दिल की बिमारी एक गंभीर रोग है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कहीं ना कहीं इस बिमारी की वजह हमारी खराब आदतें हैं। भारत में दिल की बीमारियों से जान गंवाने वालों की संख्या काफी अधिक है। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर पांचवा व्यक्ति दिल के रोग के कारण अपनी जान से हाथ धो बैठता है। जो लोग अपने खाने में ज्यादा फैट, अंडे, मांस और नमक का सेवन करते हैं, उन्हें दिल का दौरा पड़ने का खतरा दूसरों की अपेक्षा 35 फीसदी ज्यादा होता है। हमारे खाने से ही शरीर में ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल का लेवल कंट्रोल होता है। खाने में कैलोरी, सोडियम, कोलेस्ट्रॉल, वसा आदि की मात्रा को नियंत्रित करके दिल के रोगों को रोकथाम की जा सकती है। यहां हम ऐसे आठ उपाय बता रहे हैं जिनको अपनाकर आप दिल की बीमारियों से बच सकते हैं।
भोजन पर नियंत्रण
दिल की बिमारियों से बचने के लिए सबसे आवश्यक है अपने भोजन पर नियंत्रण रखना। खाने में अधिक कैलोरी के सेवन से शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर में वृद्धि होती है, इससे दिल के रोगों का ख़तरा बढ़ता है। इसलिए अपने आहार में पोषणयुक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें। साथ ही कम कैलोरी वाले खाने का सेवन करें। फास्ट फूड और ऑयली खाने से परहेज करें।
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सब्जियां व फल
सब्जियां व फल मिनरल्स और विटामिन्स का अच्छा स्रोत होती हैं। सब्जियों और फलों में काफी कम कैलोरी की मात्रा होती है। इसके अलावा इनमें फाइबर की प्रचूरता होती है। हरी सब्जियों के सेवन से दिल के रोग होने का खतरा कम होता हैं। फलों और सब्जियों के सेवन से अधिक फैट वाले खाने जैसे कि पनीर, मीट, मछली आदि कम खाएं। कम वसा वाला खाना खाने से आपका हृदय स्वस्थ रहेगा।
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साबुत अनाज
साबुत अनाज को फाइबर का एक अच्छा स्रोत माना जाता है। यह ब्लड शुगर को कंट्रोल कर दिल के स्वास्थ्य को सही रखता है। साबुत अनाज के सेवन से दिल मजबूत बनता है। इसलिए अपने आहार में साबूत अनाज जैसी कि स्प्राउट्स आदि को शामिल करें।
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वसा व कोलेस्ट्रॉल
अपने भोजन में वसा व कोलेस्ट्रल का लेवल सीमित कीजिए। ट्रांस फैट व संतृप्त फैट की कमी से ब्लड में कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी कम होता है। साथ ही दिल के रोग होने की संभावना भी घट जाती है। शरीर में कोलेस्ट्रॉल की अधिकता से दिल का दौरा पड़ने का खतरा भी काफी बढ़ जाता है।
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कम फैट वाले प्रोटीन युक्त स्रोत चुनें
लीन मीट, मछली, अंडा और कम फैट वाले डेरी उत्पादों को प्रोटीन का सबसे बढ़िया स्रोत माना जाता है। लेकिन अंडे को हमेशा उसका पीला भाग निकाल कर खाएं। मछली में फैट होता है। साथ ही इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड भी पाया जाता है। यह रक्त में मौजूद फैट, जिसे ट्रीग्लीसीराइड्स कहा जाता है, को घटाता है।
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सोडियम की मात्रा घटाएं
अगर नमक का सेवन अधिक किया जाए तो दिल का रोग होने का ख़तरा बढ़ता है। जिन लोगों को हृदय रोग हैं उन्हें नमक से परहेज करना चाहिए। नमक में सोडियम पाया जाता है, जिससे रक्त चाप बढ़ता है। हृदय रोग और ब्लड प्रेशर के बीच सीधा संबंध है।
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धूम्रपान ना करें
फेफड़ों के साथ-साथ धूम्रपान करने से दिल को भी नुकसान होता है। यह दिल को अस्वस्थ्य करने में जिम्मेदार है। इसलिए धूम्रपान बिल्कुल भी ना करें।
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योग व एक्सरसाइज
नियमित तौर पर अगर व्यायाम व योग किया जाए तो दिल मजबूत बनता है। इसलिए प्रतिदिन कम से कम 30-40 मिनट तक एक्सरसाइज करने की आदत डालें। आप चाहें तो घर पर ही रह योग व ध्यान कर सकते हैं।
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इन सभी उपायों के साथ ही खूब पानी पिएं। गर्मियों में 8 से 10 गिलास पानी जरूर पिएं। सकारात्मक विचार रखें और प्रतिदिन भरपूर नींद लें।