होली पर ऐसे रखें खुद का ख्याल – How To take Care Of Yourself At Holi

-

भारत सहित दुनिया के अन्य देशों में भी रह रहें लोगों को बसंत आते ही होली के त्यौहार का इंतजार रहता है। होली का त्यौहार हर किसी में जोश और एक नई उमंग भर देता है। वर्षों से चली आ रही रंगों की होली का मूल रूप में थोड़ा परिवर्तन जरूर हुआ है, लेकिन उसके बाद भी इस पर्व का महत्व उतना ही है जितना कई वर्षों पहले था। इस पर्व में इस्तेमाल होने वाले रंगों को आज के दौर में प्राकृतिक रंगों से नहीं बनाया जाता है। बल्कि आज के दौर में तो यह कई सारें कैमिकलों को मिलाकर बनाया जाता है। जिसके प्रयोग से त्वचा में कई तरह की समस्याएं उत्पन्न होने लगती है। इन कैमिकल के इस्तेमाल में सीधे आने और धूप में रहने के कारण त्वचा में कई तरह की एलर्जी होने लगती है। साथ ही घरों के बाहर खेलने से और धूप के संपर्क में सीधे आने से त्वचा में कालापन भी आने लग जाता है। साथ ही त्वचा अपनी नमी छोड़ देती है। आज हम आपको होली के रंगों से त्वचा को किस प्रकार बचाना चाहिए इसके कुछ टिप्स आपको दे रहें हैं।

भारत सहित दुनिया के अन्यImage Source: quo

1 मॉश्चराइजर और तेल का करें प्रयोग
होली में रंगों को खेलने से करीब 15 मिनट पूर्व अपने पूरे शरीर पर तेल या मॉश्चराइजर का प्रयोग अवश्य कर लें। साथ ही इसके बाद ही अपने शरीर पर वाटरप्रूफ सनस्क्रीन का भी प्रयोग करें। इसको करने से आपको होली के बाद अपने रंगो को छुड़ाने के लिए किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। साथ ही इससे कैमिकल युक्त रंगों का भी विपरीत प्रभाव त्वचा पर नहीं पड़ेगा।

मॉश्चराइजर और तेल का करेंImage Source: indiatimes

2 शरीर को पूरे ढकने वाले कपड़े पहने
होली के दिन रंग खेलने से पहले कपड़ों के अंदर स्विम शूट का भी प्रयोग कर सकती है। इससे यह होगा कि रंगों का कैमिकल शरीर के अंदर नहीं पहुंच पाएगा। साथ ही इस समय शरीर को पूरी तरह ढकने वाले ही कपड़ो का प्रयोग करें।

शरीर को पूरे ढकने वाले

3 लाल और गुलाबी रंग का ही करें प्रयोग
होली के रंगों को लेने जाएं तो लाल या गुलाबी रंग ही खरीदें। बैगनी, पीला, हरा और नारंगी रंग में ज्यादा कैमिकल मिलाए जाते हैं। जबकि लाल और गुलाबी रंग में कम कैमिकल मिलाया जाता है।

लाल और गुलाबी रंग का ही करें

4 चोट वाले स्थान पर रंग न लगाए
चोट होने पर होली के दौरान रंगो को खेलने से बचना चाहिए। क्योंकि होली के दौरान रंगों में मिला कैमिकल चोट और घाव के माध्यम से सीधा शरीर के अंदर पहुंच जाता है।

चोट वाले स्थान पर रंग

5 सुखें रंगों का ही करें प्रयोग
होली के दौरान सुखे रंगों का ही प्रयोग किया करें। क्योंकि गीले रंगों से त्वचा को ज्यादा नुकसान होता है। जबकि सुखे रंग आसानी से उतर भी जाते हैं।

सुखें रंगों का ही करें प्रयोग

6 रंगों को पहले हाथों पर लगाकर करें चेक
यह सबसे ही कारगर उपाय है कि रंगों के केमिकल के प्रभावों को जानने के लिए आपको उन्हें सबसे पहले अपने हाथों पर ही लगा कर चेक कर लेना चाहिए। इन रंगों को सीधे चेहरे पर लगाने से चेहरे की त्वचा खराब होने का खतरा बना रहता हैं।

रंगों को पहले हाथों पर

Share this article

Recent posts

Popular categories

Html code here! Replace this with any non empty raw html code and that's it.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Recent comments