बीते कुछ वर्षों से आईलाइनर लगाने का प्रचलन बड़ी ही तेजी से बढ़ा है। आईलाइनर महिलाओं की खूबसूरती को बढ़ाने का एक अहम सौंदर्य प्रसाधन बन गया है। शहरों की अमूमन हर लड़की के बैग में यह होता ही है। इसको अपने बैग की चीजों का अहम हिस्सा बनाने की खास वजह भी है। आईलाइनर से आंखों की सुंदरता काफी बढ़ जाती है। इसके इस्तेमाल से जहां बड़ी आंखें बेहद आकर्षक लगने लगती हैं, वहीं छोटी आंखों पर आईलाइनर लगाने के बाद चेहरे का लुक ही बदल जाता है। इसके इस्तेमाल से महिलाओं और लड़कियों की आंखों में वो जादू आ जाता है कि मानों सामने वाला बस उन्हें देखता ही रह जाए।
महिलाओं की खूबसूरती को बढ़ाने में मददगार आईलाइनर को लगाने के हजारों फायदे महिलाएं एक-एक कर गिना सकती हैं, लेकिन आज हम आपको इसे लगाने से आंखों को होने वाले नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं। इसको लगाने का एक तरीका है, लेकिन जो महिलाएं इसको लगाने के सही निर्देशों को फॉलो नहीं करती हैं उनकी आंखों पर यह काफी दुष्प्रभाव भी डालता है।
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आईलाइनर को लगाने के तरीकों पर एक रिसर्च हुई। इस रिसर्च में पाया गया कि अगर आंखों की लैश लाइन के अंदर आईलाइनर को लगाया जाए तो यह आंखों की कई परेशानियों का कारण बन सकता है। साथ ही इससे आंखों में इस्की नाम का रोग होने का खतरा बढ़ जाता है। वाटरलू यूनिवर्सिटी में इस विषय पर रिसर्च की गई है। इस रिसर्च में महिलाओं को चेतावनी देते हुए बताया गया है कि आईलाइनर को पलकों के बाहर और भीतर लगाना आंखों की रोशनी पर किस तरह से बुरा असर डालता है। साथ ही यह ऐसी पहली रिसर्च है जो बताती है कि पेंसिल आईलाइनर को आंखों पर लगाते समय इसके कई कण आंखों में अंदर पहुंच जाते हैं। रिसर्च में शामिल लोंगों की टीम ने इसके लिए वीडियो रिकॉर्डिंग का सहारा लिया। इस दौरान महिलाओं से पूरा मेकअप करने को कहा गया। फिर बाद में देखा गया कि आंखों पर पूरे मेकअप के दौरान आंखों की आंसुओं वाली परत व झिल्ली तक आईलाइनर के कितने कण पहुंचे हैं। अश्रुओं की झिल्ली हमारी आंखों में एक पतली सी परत होती है। यह आंखों को प्रोटेक्ट भी करती है।
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इस विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक एलिसन नग ने बताया कि ‘‘हमने अध्ययन के दौरान पाया कि मेकअप करने से आंखों में आईलाइनर के कण चले जाते हैं और जब आईलाइनर को आंखों की पलकों पर लगाया जाता है तो यह और तेजी से आंखों के अंदर जाते हैं।’’ रिसर्च में शामिल महिलाओं ने पहले तो अपनी आखों के बाहरी हिस्सों पर आईलाइनर को लगाया, बाद में आंखों के काफी नजदीक तक इसको लगाया। इस रिसर्च में वैज्ञानिकों की टीम ने देखा कि आंखों के काफी नजदीक तक पलकों पर आईलाइनर लगाने से महज पांच मिनटों के भीतर ही आईलाइनर के करीब 20 प्रतिशत से अधिक कण आंसू झिल्ली पर पहुंच जाते हैं। ऐसे में आप जब भी आईलाइनर का प्रयोग करें तब इस बात का ध्यान रखें कि जिन आंखों को आकर्षक बनाने के लिए आप इसका इस्तेमाल कर रही हैं कहीं वो आईलाइनर ही आपकी आंखों की रोशनी को न छीन ले।