जब तक हम खुद बच्चों के मां बाप नहीं बन जाते हैं, तब तक हमें ऐसा लगता है कि बच्चों को संभालना कितना आसान होता है, लेकिन एक बार जब हम बच्चों के मां बाप बन जाते हैं तो हम उन्हें संभाल नहीं पाते हैं। दरअसल बच्चे एक उम्र पर आने पर इतने जिद्दी हो जाते हैं, कि उन्हें संभालना मुश्किल हो जाता है। कई बार ऐसा होता है कि बच्चों की वजह से मां बाप को बीच बाजार में भी शर्मिंदा होना पड़ता है। अगर आप भी बच्चों के मां बाप हैं, और अपने बच्चों की इन हरकतों को संभालना चाहते हैं तो ऐसे में आज हम आपको यह बताने जा रहे हैं कि बच्चों की इन हरकतों को किस तरह से हैंडल किया जाता है, जिससे कि आपको किसी के सामने शर्मिंदा होने की जरूरत ही ना पड़े।
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1 जमीन पर लेटना
अक्सर बच्चे मार्किट में कोई मांग पूरी ना होने पर अचानक से जमीन पर लेट कर रोने और चिल्लाने लग जाते हैं। अगर आपके बच्चे के अंदर भी यह आदत है तो ऐसे में आप परेशान ना हो, बच्चे को बाजार में कुछ ना कहें, आप उनकी बात को मान लें और फिर उन्हें घर आकर समझाएं कि इस तरह जिद करना बिल्कुल अच्छा नहीं होता है।
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2 पब्लिक प्लेस पर रोना धोना
अक्सर बच्चे किसी फैमिली फंक्शन में रोना धोना चालू कर देते हैं, वह ऐसा अक्सर आपके लिए शार्मिंदा होने का कारण बन जाता है। लेकिन हम आपको बता दें कि वह ऐसा डर के कारण करते हैं। इसलिए आप उन्हें कहीं बाहर लेकर चले जाएं।
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3 दूसरों के घर में खाना खा लेना
बच्चों के नखरे ऐसे होते हैं, कि उन्हें सहना हर किसी के बस की बात नहीं होती है। हम जानते हैं कि आप उनकी इस आदत से परेशान रहती होंगी, कि वह आपके हाथों का बनाया हुआ कुछ भी नहीं खाते और किसी दोस्त या रिश्तेदार के घर झपटकर खाना खाने लग जाए तो यह भी आपके लिए शर्मिंदा होने का कारण बन सकता है।
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4 निजी बातों को शेयर करना
छोटे बच्चों में कुछ खास अकल नहीं होती है, उन्हें यह नहीं पता होता है कि कौन सी बात दूसरों के सामने करनी चाहिए और कौन सी नहीं। अगर आपके बच्चे के अंदर भी यह आदत हैं तो ऐसे में आप उन्हें तब कुछ ना कहें, और उनकी बातों को हंस कर टाल दें। उसके बाद घर आकर उन्हें समझाएं कि घर की निजी बाते किसी को नहीं बतानी चाहिए।
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5 मेहमानों के सामने बुरी हरकते करना
अगर आपका बच्चा चिढ़कर महमानों के सामने आपको मारने लगता है, तो ऐसे में आप तब उनपर गुस्सा ना हो, और ना ही उन्हें मारे। आप उस समय बच्चे को वहां से लेकर ही चले जाएं। महमानों के जाने के बाद बच्चें को समझाएं कि बड़ों पर इस तरह हाथ चलाना अच्छी बात नहीं होती है।
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