मुझे एक खूबसूरत वाकया याद आ रहा है, जब एक बार एक टेलीवीजन इंटरव्यू कार्यक्रम के दौरान ये सवाल पूछा गया कि माधुरी और श्री देवी में से कौन अच्छा डांसर है। हम में से ज्यादातर लोग यही सोचते हैं, कि माधुरी एक अच्छी डांसर हैं, लेकिन उनका जवाब कुछ और था। जिंदगी में खूबसूरत आंखो के रोल के बारे में श्री देवी बहुत अच्छी डांसर हैं और माधुरी उनसे ज्यादा अच्छी कलाकार हैं। वो जानती हैं कि उनके आंखों का क्या रोल है और कहां आंखों से क्या भाव भंगिमाएं प्रदर्शित करनी है। उनके अभिनय और आंखों के एक्सप्रेशन का ही कमाल है कि उनकी आंखों से दर्शकों की नजर भटकती ही नहीं है। इसीलिए जो कहा गया है कि आंखें दिल का झरोखा होती है, गलत नहीं कहा गया है
आखों की खूबसूरती बनाए रखने के लिए बेहद जरूरी है, इनकी उचित देखभाल। खास कर गर्मी के दिनों में इनके लिए थोड़ा सा भी समय निकाल कर ध्यान दिया जाए, तो यकीनन आपको आंखों की खूबसूरती में काफी अतंर देखने को मिलेगा। सुंदर आखों की चमक आपके चेहरे की सुंदरता को और बढ़ा देती है। दिन की तपती तेज धूप आंखों को बचाने के लिए धूप का चश्मा लगाना बहुत जरूरी होता है। इससे आंखों की सुरक्षा तो होती ही है साथ में चेहरे की सुंदरता भी बढ़ जाती है। यदि आप धूप के चश्मे का उपयोग नही करते हैं, तो आखों का नीचे काले घेरे होने की संभावना बढ़ जाती है।
चलिए, आज हम आपको बताते है कि अपनी आखों की खूबसूरती को बनाए रखने के लिए क्या उपाय करें।
नियमित अंतराल पर आखों में पानी का छिड़काव करें
मस्तिष्क को तेजी से ध्यान में अंकित करने का जरिया हमारी आँखें ही हैं। कहा जाता है की हमारा चेहरा हमारी मन की स्थितियों को दर्शाता है, जबकी आँख हमारे शरीर रुपी (घर) में निवास करने वाली आत्मा के लिए बनाई गई खिडकियां है, जिससे आत्मा दुनिया देख पाती है। इसलिए इन आखों की सुंदरता को बनाए रखने के लिए आपको अपनी आखों पर पानी का छिड़काव समय समय पर करते रहना चाहिए। इससे आपके आखों की सारी गंदगी साफ हो जाती है। आंखों की बीमारियां दूर होती है व ज्योति बढ़ती है।
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अपनी आँखों को आराम दें
आजकल हमारे सभी कार्य कम्प्यूटर के द्वारा ही संभव होते हैं। जिसमें बैठकर हम लगातार काम करते हैं। कम्प्यूटर से निकलने वाली नीली रोशनी से हमारी आखें कमजोर होने लगती है। इसके लिए जरूरी है कि कम्प्यूटर की ब्राइटनेस को कम रखें। इससे आपकी आंखों को ज्यादा जोर नहीं लगाना पडे़गा और स्क्रीन की तीव्र रोशनी से आंखों को कोई नुकसान भी नहीं पहुंचेगा। इसके अलावा आप आखों को थोड़ा 5 मिनिट का ब्रेक दें। जिससे आपकी आखों को आराम मिलेगा और आंखो की मांसपेशियों में खिचाव भी कम होगा।
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घास पर नंगे पैर चलना
घास पर चलना हर दृष्टि से स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। देखा भी गया है कि अब हर डॉक्टर अपने रोगियों को सलाह देते है की वो नियमित रूप से सुबह नंगे पांव घास पर टहले। सुबह आपको नियमित रूप से घास पर 15 से 20 मिनिट तक नंगे पैर टहलना चाहिए, क्योंकि घास पर ओस की नमी रहती है, जिससे उसमें नंगे पैर चलने से हमारे दिमाग और शरीर की मांसपेशियो को काफी राहत मिलती है। साथ ही शरीरिक एंव मानसिक तनाव भी कम होता है और आखों की रोशनी भी बढ़ती है।
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आंखों के लिए पौष्टिक आहार
ज्यादातर देखा गया है कि बच्चों को छोटी आयु में ही चश्मा लग जाता है। शरीर में पोषक तत्वो की कमी इसका एक मुख्य कारण होता है। अगर आप चाहते हैं कि आपकी आखें स्वस्थ और सुंदर दिखें तो इसके लिए जरूरी है कि आपको खाने में भरपूर विटामिन की सब्जियां या सही डाइट लेनी चाहिए। सेब, हरी पत्तेदार सबजियां, टमाटर, सोया, संतरा, पालक, मेथी, गाजर, चुकन्दर, आंवला आदि का नियमित सेवन करें। इससे आपकी आंखों को पोषण मिलेगा और आंखों के सभी रोग दूर होगें।
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सूरज की किरणों से बचाव
सूर्य से निकलने वाली अल्ट्रावॉयलेट किरणों से आंखों पर गहरा असर पड़ता है। इसलिए इन किरणों से अपनी आंखों की सुरक्षा करने के लिए हमें धूप वाले चश्में का उपयोग करना चाहिए। जब भी आप धूप में बाहर जाएं तो काले चश्में का प्रयोग करें। क्योंकि चश्में का उपयोग ना करने से सूरज की अल्ट्रावॉयलेट किरणें आपकी आखों के रैटीना को खराब कर सकती है। साथ ही आप जो भी चश्में का इस्तेमाल करें वह ब्रांडेड का होना चाहिए। जो आपकी आखों को पूर्ण सुरक्षा दे सके। इससे आपकी आखों के नीचे काले घेरे नहीं पड़ेंगे और आंखें कमजोर नहीं होगी।
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आंखों के लिए कुछ घरेलू नुस्खें-
ठंडा टी बैग
सुबह की चाय पीने के बाद यूज किए हुए टी बैग्स को फ्रिज पर रख दें। जब भी आपको समय मिले उसे फ्रीज से निकाले और थोड़ी देर के लिए बाहर ही रखे रहने दें, जिससे उसका तापमान रूम के तापमानुसार हो जाए। इसके बाद आप उसे अपने आंखों पर लगाए। ऐसा करने से आपको काफी आराम मिलेगा और जल्दी ही काले दाग से झुटकारा पा सकेंगे। ठंडा टी बैग आखों के हिस्से को पुनर्जीवीत कर आंखों के नीचे की सूजन को कम करता है।
ककड़ी का रस
आज के समय में ज्यादातर लोंगो का अधिक से अधिक समय कम्प्यूटर और स्मार्टफोन पर व्यस्त रहने में जाता है। जिसके कई दुष्परिणाम हमारी आंखों को झेलने पड़ते है। जिससे आखों में जलन, सूजन जैसी समस्याएं पैदा होने लगती है। इसके दर्द और तनाव को कम करने के लिए आंखों पर खीरे का टुकड़ा कुछ देर के लिए रखकर लेट जाए। इससे धीरे-धीरे आंखों को आराम मिल जाता है। आँखों को अधिक नमीं प्रदान करने के लिए ठंडी ककड़ी के टुकड़े आंखों पर रखें। ककड़ी का रस या ककड़ी की स्लाइड को आंखों पर रखने से आंखों के काले घेरों को हटाने में और रक्त की भांति लाल आँखों को सुन्दर और स्वस्थ बनाने में लाभ मिलता है।
पूरी नींद लें
देखा जाता है कि आज की इस व्यस्त भरी जिदंगी में लोंगो का खान पान और रहन सहन में काफी अंतर आ गया है। इस भागदौड़ भरी जिदंगी में लोग चैन की नींद भी नहीं ले पाते हैं। जिससे बाद में तनाव पैदा होने लगता है। जो कई बीमारियों की वजह बन जाता है। नींद के पूरे ना होने से आंखों पर काले घेरे और सूजन भी बढ़ जाती है। इसलिए जरूरी है कि एक बेहतर स्वास्थ के लिए कम से कम 8 घंटे की पूरी नींद ली जाए। इससे आंखों की रोशनी अच्छी रहती है। इससे आपको सिरदर्द भी नहीं होगा। इसके अलावा आंखों से धुंधला दिखने की शिकायत नहीं होगी। साथ ही आंखों की मांसपेशियों को भी आराम मिलेगा। आंखों से काले घेरे और आंखों की सूजन दूर रखने के लिए 8 घंटे की नींद अवश्य लें। नींद की कमीं से ना केवल आंखें लाल होती हैं बल्कि चेहरे का लुक भी बिगड़ जाता है। भरपूर नींद से चेहरा और आंखें दोनों फ्रेश रहते हैं। इसके अलावा आंखों को तरोताजा रखने के लिए गुलाब जल में रूई भिगोकर आंखों पर रखें। कुछ देर बाद ठंडे पानी के छींटे आंखों पर डालें। ऎसा करने से आंखों को बहुत आराम मिलेगा।
पानी की भरपूर मात्रा-
पानी की कमीं से शरीर में कई बीमारीयां हो सकती हैं। इसलिए शरीर को स्वस्थ रखने के लिए रोज 8 से 10 गिलास पानी पीने की आदत डालें। शरीर में पानी की कमीं की वजह से भी काले घेरे हो जाते हैं। इसलिए दिन में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पीना चाहिए।
आंखों के व्यायाम-
आंखों को ज्यादा आराम मिलें इसके लिए जरूरी है काम के बीच में आंखों का व्यायाम जिसे आखों की थकान को दूर किया जा सके। अपने काम के दौरान आंखों को अपनी हथेली और उंगली से आंखों को बंद करके उन पर मालिश करें। बीच-बीच में आंखों की पुतलियों को चारों ओर घुमाएं। इससे आंखों को आराम मिलता है। आप बीच-बीच में पानी के छींटे भी मार सकते हैं।
छह महीने में एक बार नेत्र रोग विशेषज्ञ के पास जाएं
भले ही आपकी आंखों की रोशनी बिल्कुल सही हो और आपको पढ़ने में भी किसी प्रकार की कोई समस्यां नहीं होती है, फिर भी साल में कम से कम दो बार आंखों की जांच अवश्य करवानी चाहिए। यह आंखों को स्वस्थ रखने का सबसे बेहतर तरीका है। इससे आंखों में होने वाली समस्यां से भी निजात मिल जाती है और समय पर उसका इलाज भी हो जाता है।
बाजार में उपलब्ध नेत्र उत्पादों का प्रयोग सावधानी से करें
अपनी आंखों से संबंधित समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए बाजार से किसी भी मेडिसीन का प्रयोग करना सबसे आसान तरीका होता है। लेकिन किसी भी प्रकार की दवाइयों का उपयोग करने से पहले किसी त्वचा विशेषज्ञ या नेत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श आवश्य करें। क्योंकि बाजार में काले घेरे, सूजन से लड़ने की आंखों की कई क्रीम मौजूद है। जरूरी नही है कि वो आपकी आखों पर लगाने पर खरी ही उतरें इसलिए उपयोग करने से पहले उसे अच्छी तरह से जांच परख लें।
आप अपनी आंखों में अटरैक्शन लाने के लिए भले ही काजल, मस्कारा या अन्य श्रृंगार के चीजों का उपयोग करें। पर आंखों की सुदंरता आपकी स्वस्थ आखों से होती है। जिससे आप पूरी दुनिया की तस्वीर को इन आखों में कैद कर लेती है।
(आपको सलाह दी जाती है कि किसी भी तरह की आंखों से संबंधित समस्यां के लिए किसी अच्छे डा. से परामर्श करना बेहद जरूरी है। साथ ही ऊपर दिए गए किसी भी आंखों के व्यायाम या इलाज शुरू करने से पहले एक नेत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श आवश्य करें।)