पीरियड्स यानि महावारी जिसे आम भाषा में लोग पीरियड्स के नाम से जानते है, यह हर महीने 20 दिनों का चक्र पूरा करने के बाद महिलाओं में होती है। जो करीब 4 से 5 दिनों तक चलती है, लेकिन इस दौरान देखा गया है कि महिलाओं के शरीर में काफी परिवर्तन होने लगते है, जैसे उनका हर बात पर चिढचिढ़ाना, तनाव में रहना, महिलाएं इन सभी बातों को नजरअंदाज कर जाती है और इन्ही के साथ कभी-कभी महिलाओं के ब्लड में कुछ अंतर भी देखने को मिलते है। जो सामान्य रंग से कुछ अलग तरह के होते है। यह महिलाओं के बाहरी संक्रमण के साथ किसी बड़ी बीमारी का सूचक भी हो सकते है। लेकिन महिलाएं इस बात को भी टाल जाती है और यही लापरवाही आगे चलकर उनके लिए काफी बड़ा खतरा साबित होती है, क्योंकि सामान्य दिनों से अलग रंग में आने वाला ब्लड आपकी लिए किसी बड़ी बीमारी का संकेत दे रहा होता है, आइए जानते है इन संकेतों को बारे में..
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– मध्यम लाल कलर
यदि मासिक धर्म के समय आने वाले ब्लड का रंग हल्के लाल रंग का हो, तो ऐसे में आपको परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है। जिन महिलाओं का मासिक चक्र लंबे समय तक चलता है, उनके शुरूआती दिनों में ब्लड का रंग हल्का लाल और अंतिम दिनों में कुछ क्रैनबेरी रंग में बदल जाता है।
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– ब्राउन कलर
यदि मासिक धर्म के दौरान आपके ब्लड का रंग ब्राउन हैं, तो बता दें कि इसको ओल्ड ब्लड कहा जाता है। जो ज्यादातर गर्भाशय में लंबे समय तक पुराना बल्ड सर्कुलेट होने के कारण बनता है, ऐसा ब्लड अनियमित पीरियड्स के कारण बनता है। यदि आप में भी इस तरह के लक्षण दिखाई दे रहें है, तो इसका कारण यह भी है कि आपके गर्भाशय में बल्ड जमा हो गया है। इसके लिए आप तुंरत ही डॉक्टर से संपर्क करके, इस समस्या का समाधान कर लें, नही तो गंभीर बीमारी में फंस सकती है।
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