बच्चा जब छोटा होता हैं तो उसकी दुनिया उसके पेरेंट्स और परिवार के बीच सीमित होती हैं। वह जो भी अपने आसपास की गतिविधियों को देखता हैं, उससे ही सिखता हैं, इसलिए हर पेरेंट्स अपने बच्चों के सामने अच्छे संस्कार एवं अच्छी मिसाल पेश करनी चाहिए और बिना किसी स्वार्थ के अपने बच्चों की ख्वाहिश पूरी करनी चाहिए। तो आइए जानते हैं कि आप एक बेस्ट पेरेंट्स कैसे बन सकते हैं।
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1. बिना शर्त करें प्यार (Unconditional love)-
बेस्ट पेरेंट्स बनने के लिए आप अपने बच्चों से बिना किसी शर्त के प्यार करें। जब आप उनसे प्यार के बदले किसी तरह की उम्मीद नहीं रखेंगे, तो बच्चे की छोटी-छोटी गलतियों पर भी आपको गुस्सा नहीं आएगा। इससे आपका बच्चा आपके प्यार में खुद को सुरक्षित महसूस करेगा। इसके अलावा वो आपकी बात जल्दी भी मानेगा।
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2. न करें इग्नोर (Do not Ignore)-
पेरेंट्स यह ध्यान रखें कि जब भी आपका बच्चा आपसे कुछ कहें तो उसकी बात ध्यान से सुनें। बच्चे को डांटे नहीं बल्कि प्यार से उनकी बातों को सुने। इससे बच्चा आपसे अपने दिल की हर बात शेयर करेगा और आप पर सबसे ज्यादा भरोसा भी करेगा।
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3. क्वालिटी टाइम (Spend quality time)-
एक बेस्ट पेरेंट्स बनने के लिए अपने बच्चे को समय जरूर दें। उनके साथ बातें करें, खेले, कहानियां सुनाएं और उनको बाहर घूमने लें जाएं। इससे आपका बच्चे के साथ एक गहरा रिश्ता बन जाएगा।
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4. बच्चों को डांटने के बजाय समझाएं (Explain rather than scolding children)-
जब किसी बच्चे का जन्म होता हैं तो उनके लिए यह दुनिया नई होती हैं। वह हर काम इस दुनिया में आने के बाद ही सीखता हैं। इस सीखने की प्रक्रिया में वे कई गलतियां करते हैं, जिनके लिए उन्हें डांटने के बजाय उन्हें सही और प्यार से समझाने की जरूरत होती हैं। ऐसा करने के लिए आपको बहुत धैर्य से काम लेना होगा।
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5. कभी-कभी उन्हें उपहार दें (Give them gifts sometimes)-
अक्सर पेरेंट्स अपने बच्चों को मनाने के लिए उपहार देते हैं। अगर आप भी अपने बच्चे को बिना किसी कारण के उपहार देते हैं, तो यह आपको अपने बच्चे के और करीब ले जाता हैं।
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6. अपनी गैर मौजूदगी में भी अपनी मौजूदगी का एहसास कराएं (Make your presence felt in your absence)-
बच्चों को आपकी मौजूदगी का एहसास केवल आपके भौतिक रूप से होने पर ही नहीं, बल्कि ना होने पर भी होनी चाहिए। ऐसे एहसास के लिए आपको उनके मन में विश्वास पैदा करने की जरूरत है। अपने शब्दों से और अपने जीवन के अनुभवों से सीखी गई बातों से आप उनके हौसले को बुलंद करके भी उन्हें अपने साथ का आभास करा सकते हैं।
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