वर्तमान में आपसी रिश्ते टूटने के बहुत मामले सामने आ रहें हैं। आप अपने रिश्ते में सबसे पहले कितने करीब थे यह बात मायने नहीं रखती है। यही रिश्ता आपके जीवन में नई ख़ुशी लेकर आया था पर आज जब आप इसमे लेकर पहले जैसी फ्रेशनेस को महसूस नहीं करती हैं तो आपको अपने रिश्ते के बारे में दोबारा से सोचना पड़ जाता। आपको यह विचार अवश्य करना चाहिए कि आपके रिश्ते में आखिर क्या कमी रह गई है। आपको आखिर क्यों अब पहले जैसी फ्रेशनेस महसूस नहीं होती है। क्या आपका रिश्ता वाकई में ब्रेअकप की ओर बढ़ता जा रहा है।
क्या आपको लगता है कि आपके रिलेशन का अंतिम पड़ाव जल्दी ही आने वाला है। ऐसे ही कई प्रश्न होते हैं जिनके बारे में आपको गंभीर होकर विचार करना चाहिए। सबसे अच्छी बात यह है कि यदि आपको कुछ संकेत अपने रिलेशन के खत्म होने से पहले ही मिल जाएं तो आप अपने रिलेशन में बढ़ती दूरी को खत्म कर अपने उसे फिर से पहले जैसा स्वस्थ बना सकती हैं। इसी कारण आज हम आपको यहां कुछ ऐसे संकेतों के बारे में जानकारी दे रहें हैं जो आपको रिश्ते के टूटने के बारे में बताएंगे ताकि आप अपना रिश्ता टूटने से बचा सकें।
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रिश्ते के बीच बढ़ती दूरी का सर्वप्रथम कारण होता है, आप दोनों के बीच में संपर्क तथा बातचीत का कम होना। असल में जब 2 लोग साथ में होते हैं तो वे भावनात्मक रूप से आपस में जुड़े होते हैं। ऐसे में दोनों में सामान्य बातचीत तथा संपर्क बना रहता है। यदि आपको ऐसा महसूस होता है कि आपके बीच संपर्क कम होता जा रहा है तथा बातचीत कम होती जा रही है तो आपका रिश्ता खराब होने की कगार पर है। आप यदि पहले की तरह अपनी सभी बातें एक दूसरे से शेयर नहीं करते हैं तब यह भी एक गंभीर विषय है। यदि आप इस स्थिति में अपने रिश्ते को संभाल लेती है तो आप फिर से अपने रिलेशनशिप को सही बना सकती हैं। ऐसे में आप अपने पार्टनट के साथ अच्छे से बातें करें तथा उसको महसूस कराएं कि वह आपके लिए आज भी उतना ही महत्त्व रखता है जितना पहले रखता था।
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दूसरी बात आलोचना से जुडी हुई है। आलोचना हमेशा गलत नहीं होती पर यदि आपका साथी हमेशा आपकी हर बात पर आपकी आलोचना करने लगें तो आप इस बात को समझ जाएं कि यह समय आपके रिलेशनशिप के लिए बहुत नाजुक है। देखा जाएं तो आप या आपके साथी को आलोचना करने का अधिकार है पर आपसी रिश्तों के लिए यह सही नहीं होता इसलिए इस संकेत को समझ कर आप अपने रिश्ते को लेकर संभल जाएं। आप इस बात का भी ध्यान रखें कि आखिर किस स्थान पर आप दोनों के मन में एक दूसरे के प्रति नजरअंदाज करने की भावना के जन्म लिया है। इस बात पर विचार करें तथा अपने बीच की दूरी को आपसी बातचीत से सुलझाएं।