अधिकतर लोगों को चाह रहती है कि उनका घर सड़के के आस पास ही हो ताकि वह लोग अपने ऑफिस से आसानी से घर पर आ जा सके और उन्हें गलियों में यहां वहां न घुसना पड़े। मगर सावधान हो जाइये, क्योंकि आपकी यह सोच आपके बच्चों के लिए एक बड़ा खतरा बन सकती है। अगर आप भी इसी तरह की सोच रखने वाले लोगों में से एक हैं तो आज का यह लेख आप लोगों के लिए पड़ना काफी जरुरी है। चलिए आपको बताते हैं कि सड़क किनारे रहने से आपके बच्चों को क्या नुकसान हो सकता है।
बोस्टन के बच्चों पर हुआ शोध –
Image source:
आपको बता दें कि सड़को के किनारे या उनके नजदीक स्थित घरों में रहने वाले बच्चों को अस्थमा व सांस की बहुत सी बीमारियां काफी आसानी से हो जाती है। यह हम नही कह रहे बल्कि इसका प्रमाण जर्नल ऑफ एलर्जी एंड क्लिनिकल इम्युनोलॉजी में प्रकाशित हुआ एक लेख दे रहा है। यह लेख एक अध्ययन का ब्योरा है जो कि एक विशलेषण के बाद प्राप्त हुआ है। इस अध्ययन के अंतर्गत साल 1999 से 2002 के बीच बोस्टन क्षेत्र में पैदा हुए बच्चों पर शोध किया गया, जिसमे यह आंकड़े निकल कर सामने आए।
सड़क से अधिक नजदीकी अधिक खतरा –
Image source:
इस अध्ययन के बारे में अमेरिका के बेथ इस्राइल डीकनेस मेडिकल सेंटर की मैरी बी राइस बताती हैं कि सड़को के किनारे रहने से बच्चे प्रदूषण के सीधे संपर्क में आते है। इस प्रदूषित वातावरण का सबसे अधिक प्रभाव 7 से 10 साल तक के बच्चों में देखा जाता है।
वह बताती हैं कि हमारी रिसर्च में यह साफ हुआ है कि जिन बच्चों का घर सड़को के किनारे है उन्हें अस्थमा की परेशानी आसानी से हो जाती है। जिन लोगों के घर सड़क से 400 मीटर दूर है उन घरों के बच्चों में अस्थमा की परेशानी 100 मीटर की दूरी पर रहे बच्चों से काफी कम है। जिससे यह बात साफ होती है कि सड़क के नजदीक घर बनाना बच्चों की जिंदगी को खतरे में डालना है।