गर्भावस्था एक ऐसी कंडीशन होती है। जिसमें महिला का शरीर काफी नाजुक अवस्था में होता है। इस अवस्था में महिला मानसिक तथा शारीरिक तौर पर काफी संवेदनशील हो जाती है। ऐसी कंडीशन में यदि किसी बात के कारण गर्भवती महिला दुखी होती है तो इसका परिणाम काफी गलत होता है। इसका नकारात्मक प्रभाव मां की कोख में पल रहें बच्चे पर बहुत जल्दी पड़ता है। जैसा की आप जानती ही हैं की मां का गर्भ में पल रहें बच्चे पर बहुत गहरा असर पड़ता है। बच्चा मां के खानपान तथा उसकी मानसिक स्थिति से काफी प्रभावित होता है। ऐसी अवस्था में यदि मां किसी बात पर दुखी हो जाती है तो बच्चे पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता ही है।
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