अक्सर देखा जाता है कि बच्चे के बदलते स्वभाव के कारण जब कभी स्कूल या आपके आस-पड़ोस से आपके बच्चे शिकायतें आने लग जाती है तो आपका गुस्सा भी सातवें आसमान पर चढ़ जाता है। जिससे आप अपने बच्चे को डाटडपट कर छोड़ देती है पर धीरे धीरे यह मनोवृति और उग्र होने लगती है। इसके बाद आपका बच्चा ग़लत तरीके से पेश आने लगता है। ज़रा-जरा सी बात पर अपने दोस्त को मार-पीट करना, बड़ों के साथ टीचर से भी बदतमीज़ी करना। पर कभी आपने बच्चे के इस बदलते व्यवहार की वजह जानने की कोशिश की है। कि आखिर इस तरह का बदलाव बच्चे पर क्यो देखने को मिल रहा है। उसकी सोच साकारात्मक होने के बजाये नकारात्मक क्यो होती जा रही है। आज हम आपको बच्चे के बदलते व्यवहार के साथ बिगड़ते स्वभाव के कारणों के बारें में बताने जा रहे है आप उसके व्यवहार में सकारात्मकता कैसे ला सकते है जाने इसके बारें में….
हमदर्दी का अभावः
जब भी आप बच्चे से बात करें और उसका जबाब आपको उससे आक्रामक तरीक़े से देने वाला मिलें, या किसी की तकलीफ से उसे किसी भी प्रकार का फर्क ना पड़े, या किसी की बढ़ती परेशानी को देख उसे काफी मज़ा आये, तो इस प्रकार के संकेत आपके बच्चे के लिये काफी खराब देने वाले हो सकता है। इसका मतलब साफ है कि आपका बच्चा स्वभाव से कठोर होते जा रहा है। उसके मन में किसी के लिए हमदर्दी, दया, की भावना नहीं है।
क्या करे: बच्चे के साथ समय बिताएं उसे जिंदगी में होने वाले उतार चढ़ाव से परिचित कराये। अच्छे महापुरूषों का कहानी का बेस बनाकर उदा दें। प्रेरणादायक फिल्म देखने के लिये प्रेरित करें। इससे धीरे-धीरे बच्चे के व्यवहार में परिवर्तन देखने को मिलने लगेगा।
खराब व्यवहारः
यदि आपके बच्चे में इस प्रकार के लक्षण दिखें जैसे दूसरों बच्चे को बिना कुछ करे ही चिढ़ाना, सताना छोटी-छोटी बात पर अपने साथियों से मार-पिटाई करना, ग़ुस्सा आने पर घर का रखा सामान उठा कर फेंक देना, अपने-से बड़ों बदतमाजी के साथ तू-तड़ाक से बोलना, बच्चे का ऐसा व्यवहार घातक परिणाम देने वाला होता है। जिसे समय रहते ना बदला जाये तो आपको हर जगह शर्मिदा होना पड़ सकता है। इसके लिये आप बच्चे के इस व्यवहार को समझने की कोशिश करें कि आख़िर वह ऐसा व्यवहार क्यों कर रहा है? क्या उसके मन में किसी तरह की नाराज़गी है। कौन सी बात उसकी परेशानी का कारण बनती जा रही है। अगर इन सवालों के जवाब नहीं मिलें, तो समझ जाइए कि वह ग़लत ट्रैक पर है।
क्या करें: नकारात्मक दिशा में जा रहे बच्चे के मन में विश्वास पैदा करने की कोशिश करिये। उसे उसके इस नजरियों को प्यार से समझाते हुये उसकी हर खुशी में उसका साथ दीजिये। उसके साथ समय बिताने की कोशिश करिये। उसके साथ उसकी हर मनपसंद चीजों के साथ खेलने की कोशिश करिये। कुछ ही दिनों में आपके बच्चे के व्यवहार में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलने लगेगें।
पहचान पाने की ललकः
कई बार आपका बच्चा लोगों से अलग नज़र आने के लिए कई तरह की गलत एक्टीविटी करने लगता है। जैसे किसी को भी बेवजह मारकर भाग जाना,बिना कारण शोर मचाना, खेलते-खलते अचानककिसी को धक्का देकर गिरा देना आदि। बच्चे के इस तरह के व्यवहार का मतलब है कि परिवार में उसे पर्याप्त महत्व नहीं मिल रहा है। उसकी बातों और कामों को नज़रअंदाज़ किया जा रहा है।
क्या करें: अगर आपके बच्चे का स्वभाव इस तरह से बदल रहा है तो उनके मन की गहराईयों को पहचानने की कोशिश करें और उनकी पंसद को जानें कि वो क्या करना चाहते हैं। उसके अनुरूप ही उससे बाते करें, उसके साथ ज्यादा से ज्यादा समय दें। उसके किये हर कामों की तारीफ करें जिससे उसका मनोबल बढ़ेगा।
गलत संगतः
बच्चा छोटा हो या बड़ा इनके स्वभाव पर संगती का असर बहुत जल्दी पड़ता है। देखने में भी आया है कि जो बच्चा आक्रामक स्वभाव वाला होता है उसे अपने जैसे स्वभाव वाले बच्चों ज्यादा पसंद आते हैं। इसलिए अगर आपके बच्चे का स्वभाव अचानक से आक्रामक हो रहा है तो उसकी संगती पर नज़र रखिए।
क्या करें: ऐसे बच्चे को डाटने मारने के बजाय अच्छे बुरे की पहचान प्यार से कराइये। बातों-बातों में उसे नकारात्मक और सकारात्मक सोच के बारे में समझाइए. फिर उसके दोस्तों के व्यक्तित्व के बारे में उससे पूछिए और सकारात्मक व्यक्तित्व वाले दोस्तों के जैसा बनने, उनके साथ ज़्यादा से ज़्यादा वक़्त बिताने के लिए प्रेरित करिए।