चौपाटी पर जाकर हम लोग अक्सर चाट,डोसा,या चाईनीज फूड लेना ही ज्यादा पसंद करते है। यदि आप इन आइटम्स को खाकर बोर हो चुके है तो फिर ट्राई कीजिए बिहारी फूड। कसम से आपके मुंह का जायका ही बदल जाएगा। क्या आप जानते है बिहार की पहचान वहां की बोली से कम, यहां के स्वादिष्ट पकवानों से ज्यादा होती है, जो देश ही नहीं पूरी दुनिया में अपनी खास पहचान बनाये हुए हैं। आइए नजर डालते हैं ऐसे ही कुछ खास बिहारी व्यंजनों के बारें में जो आपके मुंह का स्वाद ही बदल देंगे और साथ ही वीकेंड में आपका दिन भी बना देंगे।
लिट्टी चोखा
लिट्टी चोखा बिहार में खायी जाने वाली पारम्परिक स्वादिष्ट डिश हैं जिसे आप ब्रेकफास्ट, लंच या फिर डिनर में किसी भी समय खा सकते हैं। इसका स्वाद चखने के बाद आप इसके जबरदस्त फैन हो जायेंगे। इसे बनाना काफी असान है।
बनाने का तरीका
लिट्टी बनाने के लिए सबसे पहले आटे को छानकर एक परात में रखें। फिर दही और नमक डालकर इसे गूंथ लें। अब एक बाउल में सत्तू लें। और उसमें लहसुन,अदरक से बना पेस्ट डालें, साथ में बारीक कटा हुए प्याज, कच्चा तेल, नींबू का रस या फिर अचार का मसाला भी डालकर मिश्रण तैयार करें। अब छोटी- छोटी लोई बनाकर उसमें सत्तू भरकर इसे आग के अंगारों में रखकर भून लें,या फिर तेल में डीप फ्राई कर लें । जब ये पूरी तरह से बन जाये तो उसे देशी घी में लगाकर चोखे के साथ सर्व करें।
चौखा बनाने का तरीका
बैंगन आग में रखकर रोस्ट कर लें या फिर उबाल ले। अब पके हुए बैगन का छिलका निकालकर उसे अच्छी तरह से मैश करके रख लें। फिर एक पैन में सरसों का तेल डालकर उसमें प्याज और हरी मिर्च डालकर भूनें। इसके बाद इसमें मटर को डालकर सभी मसाले और नमक भी डालकर कुछ देर भून लें। कुछ देर पकने के बाद इसमें टमाटर डालकर कुछ मिनट पकाएं। अब इसमें मसला हुये बैंगन को डालें। इसे 5 मिनट तक पकाएं। बैगन के चोखें में ऊपर से इसमें हरी धनिया की पत्ती डालकर इसके स्वाद को और अधिक बढ़ा सकते है अब आपको चौखा भी बनकर तैयार है इसे लिट्टी के साथ मिलाकर गर्मागर्म सर्व करें।
धुस्का
यह बिहार की काफी सबसे फेमस रेसिपीज में से एक हैं। इसे बासमती चावल और चने की दाल को मिलाकर बनाया जाता है। इसे बनाना बेहद आसान है। इसके लिए आप चावल और दाल को अलग अलग बर्तन में लेकर 4 से 5 घंटे पहले ही पानी में भिगोकर रख दें। जब दाल- चावल पूरी तरह से फूल जाएं तो इसे अच्छी तरह से साफ करके पानी से अलग कर लें। अब मिक्सी में इन दोनों को डालकर उसमें हरी मिर्च, लहसुन को मिलाकर पीस कर इसका पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट में हल्दी और नमक अच्छी तरह से मिला लें। अब एक पेन में तेल डालकर इसे हाथों से पूड़ी नुमा शेप देकर गर्म तेल में डालकर सुनहरा होने तक फ्राई करें और फिर बाहर निकाल लें। धुस्का को आप आलू टमाटर की सब्जी, चटनी या फिर अचार के साथ खा सकते हैं।
बैंगन भाजा
बैंगन के सबसे ज्यादा बहुत शौकीन बिहारी ही होते हैं इसलिये वो इसकी अलग- अलग डिश बनाकर अपने खाने का जायका बढ़ाते हैं। इसमें बैंगन भाजा भी इनकी सबसे खास डिश में से एक है। बैसे तो ये व्यंजन बंगाली खाने का हिस्सा होता है, लेकिन बिहार में इसे मसालेदार कुरकुरे बनाकर सभी का फेवरेट बन चुका हैं। इसे आप रोटी, चावल के साथ लंच या फिर डिनर किसी में भी सर्व कर सकते हैं। इस डिश को बनाने के लिए सबसे पहले बैंगन को धोकर गोल- गोल आकार का काट लें। फिर कटे हुए टुकड़ों में हल्दी, मिर्च, नमक, धनिया, पिसी चीनी और मैदा डालकर 5 मिनट के लिए अलग रख दें। अब पैन पर तेल डालकर मसाला लगे बैंगन के टुकड़ों को धीमी आंच पर कुरकुरा सेंक लें फिर इसमें कटा हरा धनिया डालकर गर्म- गर्म सर्व करें।
मालपुआ
मालपुआ बिहार और उत्तर भारत में बनायी जाने वाली सबसे खास स्वीट डिश में से एक है।यह स्वादिष्ट होने के साथ सबसे असान तरीकों से बनने वाला व्यजंन है। मालपुआ को बिहार में खीरपुआ भी कहा जाता है क्योंकि इसे वहां के लोग खीर या फिर रबड़ी के साथ खाना ज्यादा पसंद करते है। जिससे इसका स्वाद और अधिक बढ़ जाता है। मालपुआ बनाने के लिए सबसे पहले चीनी की चाशनी तैयार कर लें। फिर मालपुआ बनाने के लिए एक बर्तन में पहले दूध को गुनगुना कर लें। फिर उसके बाद कद्दूकस किया हुआ मावे में इस दूध को डालकर अच्छी तरह से फेट लें। इस मिक्सचर में थोड़ा मैदा डालकर अच्छी तरह से मिला लें ताकि गांठें न पड़ें। अब इस मिश्रण में सौंफ,इलाइची और बेकिंग सोडा डालकर मिक्स कर लें। अब कड़ाही में घी डालकर उसे गर्म करें और तैयार हुए मिक्सचर से गोल पूरीनुमा शेप देकर शुद्ध घी में डालकर सेंक लें। फिर इसे चाशनी में डुबाकर कुछ देर के बाद निकाल लें और उस पर पिस्ता, घिसा हुआ नारियल डालकर रबड़ी या फिर खीर के साथ सर्व करें।
चावल का पिट्ठा
बिहार में पिट्ठा बहुत पंसद किया जाता है। यह स्वादिष्ट होने के साथ सेहत के लिये भी अच्छा होता है इसे बनाने के लिये चावल के आटे के साथ चने की दाल का उपयोग किया जाता है। इस व्यंजन को बनाने में तेल का बिल्कुल भी उपयोग नहीं होता। यदि आप इसे फ्राई करके खाना चाहते हैं तो तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन इसे स्टीम्ड खाना ही पसंद किया जाता है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले चने की दाल को एक भिगोनें में लेकर पहले से पानी में डाल दें। फिर चावल का आटे ले। और उसमें नमक मिलाकर उसे गूंथ लें। जब दाल अच्छी तरह से फूल जाये तो इसे पानी में से निकालकर मिक्सी में डाल दें। और इसमें अदरक, नमक, लहसुन, हरी मिर्च के साथ दरदरा पीस लें। पिसे हुए मिश्रण को एक बर्तन में निकाल कर उसमें लाल मिर्च पाउडर और अमचूर पाउडर डालकर मिलाएं। अब आटे की गोलियां बनाकर उसमें दाल वाला मिश्रण भर लें। और हल्के हाथे से चारों ओर दबा कर लोई बना लें। अब एक बड़े बर्तन में पानी उबलने के लिए रखें। और फिर 15 मिनट बाद धीमी आंच पर ढक कर जब उसमें भाप आने लगें तब इन गोलियां को डाल दें। पक जाने पर इसे छन्नी से निकालकर रख दें ताकि सारा पानी बाहर निकल जाए। अब पिट्ठे को चटनी के साथ सर्व करें। आप चाहे तो इसे ठंडा होने पर प्याज डालकर फ्राई भी कर सकते हैं।