बाल्यावस्था से किशोरावस्था में पंहुचने पर हर किसी लड़कियों में कई तरह के शारीरिक परिवर्तन होते है उन्ही परिवर्तनों से एक है मासिक धर्म। जो हर महिने अपने समय पर आता है लेकिन हर महीने आने वाले मासिक धर्म के समय कई तरह की परेशानियां का सामना करना है। जैसे – किसी ट्रिप पर जाना हो, या कोई शादी अटेंड करना हो, या फिर घर पर पूजा पाठ हो,उस दौरान गलत टाइम पर आने वाले पीरियड्स की डेट को आगे पीछे करने के लिये लड़कियां घरेलू नुस्खे या किसी दवाइयों का सेवन बिना सोचे समझें करती हैं और पीरियड्स को कुछ समय के लिए आगे बढ़ा लेती हैं। पर क्या आप जानते है कि आगे चलकर इन दावओं को क्या दुष्परिणाम आपके स्वास्थ में देखने को मिल सकते है। आज हम आपको इस साइडइफेक्टस के बारें में बता रहे है।
- महिलाओं का मासिक चक्र 28 दिनों का होता है। अगर आपके पीरियड्स का कोई फिक्स टाइम नहीं है या यह कभी भी आ जाते हैं तो आप तुरंत डॉक्टर्स से परामर्श कर इस समस्या का समाधान करें।
- कई बार ऐसी दवाइयों के सेवन से हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं, जिसके कारण पीरियड्स 2 महीने या इससे भी ज्यादा समय के बाद आते हैं।
- पिरियड्स की दवाईयां लेने से आपको अनियमित पीरियड्स की समस्या हो सकती हैं। दरअसल, जब 28-30 दिन का चक्र बिगड़ता है तो ओव्यूलेशन में गड़बड़ हो जाती हैं जो महिलाओं की प्रजनन प्रणाली पर इफैक्ट डालती हैं।
- पीरियड्स बंद करने वाली दवाइयों का सेवन करने से बाद में महिलाओं को हैवी ब्लीडिंग होने लगती हैं और दर्द असहनीय रूप ले लेता है।
- अगर आपकी उम्र 30 साल से ज्यादा है और आपको डायबिटीज या मोटापे की शिकायत है तो आपको इन दवाइयों के सेवन से बचना चाहिए क्योंकि यह इनसे आपको रिएक्शन हो सकता हैं।
- पीरियड्स बंद करने वाली दवाइयों का सेवन करने से शरीर में हार्मोन्स तेजी से बदलते है जिससे चेहरे पर अनचाहे बालों की वृद्धि होने लगती है।
- चेहरे पर झाइयां पड़ने के साथ पिम्पल्स बढ़ने लगते है।
- पीरियड्स बंद करने वाली दवाइयों से लिवर की समस्या होती है। जो आगे चलकर जानलेवा साबित हो सकती है।
- पीरियड्स बंद करने वाली दवाइयों से कब्ज या दस्त लगना, चक्कर आना, हाथ-पैरों में सूजन आना जैसी समस्याये पैदा होने लगती है।