खिलखिलाते बच्चे का अचानक रोना काफी परेशानी वाला होता है और छोटे से बच्चे की परेशानी को अचानक नहीं भापा जा सकता । अक्सर बच्चे गीलेपन को पाकर काफी रोते है। गीले में पड़े रहने से बच्चे के शरीर में खुजली होने लगती है।जो उनके लिये नुकसानदायक होती
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क्यों होते है रेशेज
जब मां के आंचल में बच्चा आता है। और वो पल मां के लिये काफी रोमांचित भरा पल होता है और जब उसका लालन-पौषण करते वक्त बच्चे को थोड़ी सा तकलीफ होती है तो हर मां उस समय परेशान हो जाती है। नैपी रेशेज मतलब लगोंट से होने वाले चकते…यह उन जगहों पर होते है जहां तक बच्चों का वो एरिया नेपी से ढका होता है।यह गीलेपन के कारण होता है।जब यह गीलापन डायपर की कृत्रिम कमरपेटी के चारों ओर इक्कट्ठा हो जाती है तो इससे नैपी रेशेज पड़ने लगते है। बच्चे की त्वचा में छोटे लाल-लाल दाने फैलकर बच्चे के पेट और जॉंघ तक आ जाएंगे आप आसानी से अपने बच्चे को देखकर त्वचा पर पड़ रहे चकत्ते को पहचान लेंगी।
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डायपर चकत्ते कारण- हर मां की चिंता का विषय है कि जब बच्चे को डायपर से चकत्ते पड़ जाएं तब क्या करें।एक बात ध्यान रखें अगर आपका बच्चा साफ और सूखा रहेगा उसे चकत्ते नहीं पड़ेंगे। इसके लिये जैसे ही बच्चा शौच करे तो फौरन उसका डायपर बदल दें। बच्चे के नितंबों को सूखने दें। इसके साथ ही बच्चे के नितंबों पर नारियल का तेल या अच्छी डायपर रेशज क्रीम लगाकर भी बच्चे को डायपर रेशज से बचाया जा सकता हैं ।
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ज्यादातर डायपर को लंबे समय तक उपयोग में लाना। बच्चो की लंगोट को अगर कसकर बांधा जायेगा तो बच्चे की त्वचा पर इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा। कभी कभी, कुछ लोशन और साबुन अपने बच्चे को सूट ना करे जो वो भी चकत्ते कारण बनते है। दवाओं के रिएक्शन या गीलेपन का इनफेक्शन।
उपचार के सही तरीके
प्रत्येक मां की छोटी सी लापरवाही बच्चों की परेशानी का कारण बन जाती है।इससे बचने के सही उपाय आपकी थोड़ी सी मेहनत से है जिससे बच्चे का उपचार किया जा सकता है। बच्चे की साइज से बड़ा ढीला डायपर का उपयोग बच्चे के लिये करें।हमेशा बच्चे का डायपर साफ-सुथरा और सूखा रखे। रात को डायपर को उठकर बदलें।
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डायपर बदलने पर उस भाग को अच्छी तरह से साफ करें।एवं थपथपाकर ही उस गीले भाग को सुखायें। बच्चो का सर्वागीण विकास अच्छी तरह से हो ये मां और बाप दोनों के ऊपर डिपेंड करता है।और दोनो की यही समझदारी उन महत्वपूर्ण क्षणों में बच्चे के प्रति प्यार का एहसास कराती है।
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डायपर रेशेज से छुटकारा पाने के लिए घरेलू उपचार
आप कोशिश करें कि घर पर ही दादी-नानी की बनाई लगोंट का जो नरम कपड़ो की बनी होती है उसका उपयोग करे। हमेशा बच्चे का डायपर साफ-सुथरा और सूखा रखे। सूखा रखने के लिये किसी अच्छे बेबी पाउडर का ही उपयोग करें।
आपके बच्चे की एक मुस्कान आपकी ताकत बनती है। इसलिये हमारे दिये गये सुझाव को अपनाइये और अपने बच्चे की मुस्कान जागाइये….।