जिस प्रकार इस समय मौसम में लगातार बदलाव आ रहा है, ऐसे में लोगों का बीमार पड़ना काफी समान्य रहता है। लेकिन अगर आपको बुखार हुए को 3 दिन से अधिक हो गए है और शरीर का तापमान 102 डिग्री से अधिक है तो यह टायफाइड हो सकता है। ऐसे में तुरंत डाक्टर को दिखाए। आपको बता दें कि साल्मोनेया टायफी नामक बैक्टीरिया के कारण हमे टायफाइड की समस्या होती है। यह बैक्टीरिया गंदे पानी व संक्रमित खाने से फैलता है। इस बुखार में रोगी के शरीर में एनर्जी की भारी कमी होती है, ऐसे में जरुरी होता है कि आप अच्छी डाइट लें। मगर उससे पहले यह आवश्यक है कि आप टायफाइड के शुरुआती लक्षणों को भाप कर इसका तुरंत इलाज कराएं या फिर आप शुरुआत में कुछ घरेलु उपाय भी अपना सकती है। आइये जानते हैं उनके बारे में।
टायफाइड के लक्षण –
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1. टायफाइड का सबसे आम लक्षण जो आसानी से पता चल जाता है कि रोगी के शरीर का तापमान 102 डिग्री से अधिक हो जाता है। साथ ही शरीर में जबरदस्त कमजोरी आ जाती है।
2. पेट व सिर में दर्द होना और भूख में कमी आना भी इसके कुछ लक्षण होते हैं। कमजोरी के कारण सुस्ती पड़ना और उलटी भी टायफाइड के संकेत हैं।
3. इस स्थिति में बुखार तो होता ही है इसके साथ ही आपको कब्ज की परेशानी भी हो जाती है।
4. टायफाइड की स्थिति में आपको लीवर इंफैक्शन का भी सामना कर पड़ सकता है। इसकी वजह से आपके अन्य ओर्गन में भी इंफैक्शन हो सकती है।
टायफाइड के घरेलु उपचार –
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1. इस बुखार के होने पर आपके शरीर में पानी की मात्रा कम हो जाती है। इसलिए इसमे बेहद जरुरी है कि ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं। इससे आपको ज्यादा पेशाब और पसीना आएगी जिससे शरीर के विषाक्त पदार्थ शरीर से बाहर हो जाएंगे।
2. टायफाइड में आप लहसुन की 5 से 10 कलियां काटकर उसे तिल के तेल में तल लें। फिर इसमे सेंधा नमक डालकर इसका सेवन करें। इससे भी बुखार ठीक होता है।
3. शरीर का तापमान अधिक होने पर आप मरीज के माथे पर ठंडे पानी की पटिंया कर सकती हैं। इससे बुखार की गर्मी रोगी के सिर पर नही चढ़ेगा।
4. आप मरीज को पुदीना व अदरक का काढ़ा भी दे सकते हैं। मगर इस बात का खास ध्यान रखें कि इसे पीने के बाद मरीज को हवा में न जानने दें।