सुन्दर दिखना और इस इस सुंदरता को बरकरार रखना हर किसी की चाहत होती है फिर ज़माना चाहे कोई भी हो | पुराने समय से लेकर अब तक कितने ऐसे घरेलू नुस्खे और अलग-अलग चिकित्सकीय तरीके खोजे और आज़माए जा चुके हैं जो खूबसूरती को बनाए रखने में काफी कारगर साबित हुए हैं | उन्हीं कुछ पुराने तरीकों में से एक आजकल काफी चर्चा में है जिसको हम कपिंग कहते हैं | और इसके इतना पॉपुलर होने के पीछे नज़रअंदाज़ न कर पाने वाली इसकी कई सारी खूबियाँ हैं | यदि इसको ठीक तरीके से किया जाए तो परिणाम काफी बेहतर निकलते हैं और सबसे बड़ी बात कि बिना किसी नुकसान के |
अच्छा बताईये ये कपिंग शब्द सुनते ही आपके दिमाग में सबसे पहले क्या आया होगा? यही ना, कि अरे कौन आफत मोल ले, कौन इतना दर्द सहे? है ना?
पर हम आपको बता दें कि क्यों ना ज़्यादातर लोग ये मानते हों कि कपिंग थेरेपी तो दर्दनाक है और इसको करवाने से चेहरे पर निशान रह जाते हैं , पर ये काफी हद तक मिथक हैं | बॉडी कपिंग दर्दनाक होती है पर फेस कपिंग नहीं | और ये दोनों तरीके अपने आप में बहुत अलग हैं , ये बात अलग है कि इन दोनों का मक्सद त्वचा को जवां, निखरी और खूबसूरत दिखाना है | हॉलीवुड से लेकर बॉलीवुड तक, कई सारे कलाकारों जैसे ग्विनिथ पाल्ट्रो और जेनिफर एनिस्टन ने इसको अपनाया है और उसके बेहतर परिणाम दिखते भी हैं |
तो अब बिना किसी देरी के आईये इस फेशियल कपिंग के बारे में विस्तार से जानते हैं
फेस कपिंग क्या है? और कैसे करता है काम
फेस कपिंग की एक प्राचीन चिकित्सा पद्धति है जो काफी असान और सुविधाजनक है, लेकिन इसे करने से पहले त्वचा विशेषज्ञ से सलाह अवश्य ले ले। आइए हम आपको बताते हैं कि इस प्रक्रिया को कैसे किया जाता है और यह थेरेपी कैसे काम करती है।
इस थेरेपी की शुरुआत चेहरे की सफाई से होती है जहाँ चिकित्सक चेहरे और गर्दन की सफाई गहराई से करते है। और फिर कुछ चिकित्सीय तेलों से त्वचा की मालिश करते है। उसके बाद, वास्तविक प्रक्रिया शुरू होती है। चिकित्सक आपके चेहरे पर सक्शन कप को उल्टे-सीधे तरीके से रखते। थोड़ी देर बाद, चिकित्सक आपके चेहरे की मांसपेशियों को आराम देने के लिए कप को पूरे चेहरे पर घुमाते है।
कप रिवर्स सक्शन शुरू करते हैं जो ऑक्सीजन आपूर्ति बढ़ाने और रक्त परिसंचरण में सुधार लाकर चेहरे के ऊतकों को फिर से जीवंत करने के लिए एक वैक्यूम बनाता है। इस प्रक्रिया से रक्त संचार को बढावा मिलता है। जिससे के ऊतकों की परतों अलग होती है चेहरे की टेंस मसल्स को आराम मिलता है। और स्किन को एक प्रॉपर ट्रीटमेंट भी मिलता है।
फेस कपिंग लगाने से होने वाले फायदे
माना जाता है कि कपिंग थेरेपी प्रक्रिया:
- मांसपेशियों के तनाव को कम करता है।
- कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देने वाले त्वचा कोशिकाओं को उत्तेजित करता है।
- रक्त परिसंचरण और ऑक्सीजन में बढ़ावा।
- चेहरे के ऊतकों को मजबूत करें।
- चेहरे पर एक स्वस्थ चमक लाता है।
- झुर्रियाँ, काले दाग-धब्बो के साथ बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करता है।
- चेहरे से फाईन लाईंस को भी कम करता है।
फेस कपिंग के साइड इफेक्ट
बैसे तो इस थेरेपी को किसी भी तरह से दोषपूर्ण नही माना गया है। ना ही इसके कोई दुष्परिणा भी देखने को मिले है लेकिन इससे मिलने वाले परिणाम भी इस बात पर निर्भर करते है कि आपकी त्वचा किस प्रकार की है। जिसके चलते कुछ मामूली दुष्प्रभाव हो सकते हैं जैसे,
- जी मिचलाना
- चक्कर
- सिर चकराना
- ठंड लगना
- जलन या रेशैज
नोट: सूजन, त्वचा पर किसी बी तरह की चोट होने पर इस पद्धति को लेने की सलाह नही दी जाती। इस पद्धति का उपयोग करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। और उनके बताये नियमों का पालन करें।
क्या आप कपिंग पद्धति को घर पर कर सकते हैं?
बिल्कुल हाँ लेकिन उचित देखभाल और सावधानियों के साथ। याद रखें कि आपकी चेहरे की त्वचा को टीएलसी की जरूरत है यदि वह काफी संवेदनशील है। लेकिन इस समस्या के समाधान के लिये अब, DIY फेस क्यूपिंग में वापस आ रहा है, अब इसे नीचे बताये गये स्टेप के अनुसार इस उपचार को घर पर करें। इससे आपको काफी मदद मिलेगी।
- सबसे पहले, अपने चेहरे पर लगी धूल, मिट्टी के साथ गंदगी को साफ करें।
- इसके बाद किसी प्राकृतिक तेल की मदद से (जोजोबा तेल) चेहरे की धीरे धीरे मालिश करें।
- फिर सक्शन कप लें, धीरे से इसे त्वचा में दबाएं और इसे चेहरे पर लगाएं।
- एक बार जब आप अपनी चेहरे की त्वचा पर खिंचाव महसूस करने लगें, तो इसे धीरे-धीरे दूसरी तरफ करें।
- इसे आप हमेशा अपने चेहरे के मध्य भाग से शुरू करें।
- होम फेस कपिंग के किट चेहरे के अलग-अलग आकार के साथ आते है। टी-ज़ोन, नाक और भौं के लिए छोटे कप और माथे, गाल और लिए बड़े कप का उपयोग करें।
- इसे प्रक्रिया को 5-10 मिनट तक ही करें।
निष्कर्ष
फेशियल क्यूपिंग थैरेपी हजारों वर्ष पुरानी यूनानी चिकित्सा पद्धति है। जो त्वचा की खूबसूरती को बनाये रखने के साथ से स्वस्थ रखने में मदद करती है। इस पदध्ति का पयोग करके आप खोई हुई चमक को वापस ला सकते है। यदि आप भी इस पद्धति का उपयोग करना चाहती है तो इसके पयोग करने से पहले त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य करें। आपका डॉक्टर आपको बेहतर सलाह दे सकता है कि आप इस चिकित्सा को आजमा सकते हैं या नहीं।