दीपावली का त्योहार जितने नजदीक आ रहा है उतनी ही तेजी से लोग इसकी तैयारियों में जुट चुके है। घर की साफ सफाई से लेकर पूरे घर की जगमाहट के साथ शहर रोशन होने लगा है। और हो भी क्यो ना..क्योकि इस पांच दिन तक चलने वाले इस त्योहार की शुरूआत धनतेरस से जो होती है। क्योकि दीवाली की पूजा से ठीक पहले धनतेरस की पूजा का विधान है। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस मनाया जाता है। इस दिन माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है। धनतेरस को भगवान धन्वन्तरी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। कहते हैं समुद्र मंथन के दौरान इसी दिन धन्वन्तरी अमृत का कलश लेकर प्रकट हुए थे। और तभी से लोग इस दिन धन के देवता कुबेर की उपासना करते है।
आपको बता दें इस बार धनतेरस 5 नवंबर, सोमवार को है।इस दिन लोग आभूषण, नए नए बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक चीज़ें आदि की खरीदारी करते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन इस तरह की चीज़ों को खरीदना बहुत ही शुभ होता है और इससे आपके घर पर हमेशा ऐसे ही धनलक्ष्मी का वास बना रहता है।
आइये जानते है धनतेरस के दिन किस तरह से करे पूजन –
धनतेरस के आने से पहले ही घर की सारी साफ़ सफाई अच्छे से कर लें। क्योंकि इस पूजा में गंदगी का मतलब अशुद्धता से होता है। शाम के समय की जाने वाली इस पूजा में इस दिन शाम को भी स्नान करना काफी जरूरी होता है। पूजा के स्थल को अच्छी तरह से साफ सुधरा कर लेने के बाद सारें जगहों पर गंगा जल छिड़ककर शुद्ध कर लें। अब लकड़ी के पाट को रखकर उस पर लाल कपड़ा बिछाकर लक्ष्मी जी के साथ गणेश जी की मूर्ति भी स्थापित करें। इसके अलावा कुबेर जी का भी चित्र रखें। इस दिन लक्ष्मी यंत्र की स्थापना भी बहुत ही शुभ मानी जाती है।
धनतेरस पर खरीदी हुई सभी चीजों को पूजा की जगह पर रखकर अब भगवान को तिलक लगाएं। पुष्प अर्पित करें। शुद्ध देसी घी का दीपक और धुप जलाएं। लड्डू, अन्य मिठाइयां और फलों का भोग लगाएं। देवी के मंत्र, चालीसा और स्तुति का पाठ करें। व्यापरियों को इस दिन हिसाब किताब के लिए नए खाते के साथ साथ कलम की भी पूजा करनी चाहिए। यह बहुत ही शुभ माना जाता है। अब माता लक्ष्मी की आरती करें और चारों ओर दीपक जलाएं इस दिन घर का हर कोना रौशनी में डूबा होना चाहिए। इस साल धनतेरस के दिन पूजा करने के लिए 1 घंटा 55 मिनट तक का वक्त रहेगा। आइये जानते हैं क्या है धनतेरस में पूजा करने का शुभ मुहूर्त:
धनतेरस पर खरीदारी का शुभ मुहूर्त –
5 नवंबर को सुबह 10:30 बजे से 1:30 बजे का समय खरीदारी के लिए बेहद शुभ है। यदि आप सुबह की खरीदारी नही कर पा रहे है तो शाम 7:30 बजे से रात्रि 9 बजे का समय शुभ योग माना गया है।