सावन का पवित्र महीना 17 जुलाई से आरंभ हो चुका है। और जैसा कि आपको पता है इस महीने में लोग भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना विशेष रूप से करते हैं | क्योकि ये महीना भगवान शिव को बेहद प्रिय होता है। कहा जाता है कि इस महीने में हर देवी-देवता अपना सारा कार्यभार भगवान शिव को सौंपकर आराम करने के लिये निकल जाते हैं और भगवान शिव उतने समय तक पृथ्वीलोक में निवास करने के लिये आ जाते हैं | इसलिये कहा गया है कि अन्य दिनों की अपेक्षा सावन के महीने में भगवान शिव की आराधना करना काफी फलदायक होता है। साथ ही इस महीने में भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने का कई गुना लाभ भी मिलता है। लेकिन पूजा के दौरान कई बार हमसे कुछ गलतियां हो जाती हैं जिससे भगवान शिव रूष्ट भी हो सकते हैं आज हम आपको बता रहे हैं कि इस महीने में आप ना करें ये सात गल्तियां।
1. सावन मास के महिने में आप हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन ना करें। क्योंकि सावन के दिनों में वारिश होने के कारण हरी सब्जियों में पित्त बढ़ाने वाले तत्व की मात्रा बढ़ जाती है। और कीड़े मकोड़ों की भी संख्या बढ़ जाती है जो सेहत के लिए हानिकारक होते हैं।
2. शिवलिंग में कभी भी हल्दी नहीं चढ़ानी चाहिए। और ना ही भगवान शिव की पूजा में भूलकर भी केतकी का फूल चढ़ाना चाहिये। क्योंकि महादेव ने इस फूल का त्याग किया था।
3. सावन के महीने में सादा भोजन करना चाहिए। इसमें मांस, मदिरा, प्याज और लहसुन के सेवन से बचना चाहिए।
4. सावन के महीनों में दूध का भी सेवन नहीं करना चाहिए। इसलिए सावन के महिने में शिव जी का अभिषेक दूध से किया जाता है। वैज्ञानिक तथ्यों के अनुसार इन दिनों दूध पित्त बढ़ाने का काम करता है।
5. सावन मास में बैंगन का भी सेवन नही करना चाहिये। वैज्ञानिक नजरिए से देखें तो इस महिनें में बैंगन में कीड़े लग जाते हैं। जो आपके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालने का काम कर सकते है।
6. आपसी प्रेम बनाये रखें। किसी प्रियजन या बड़ों का अपमान ना करें और किसी भी प्रकार के बुरे विचार मन में नहीं लाना चाहिए।
7. घर के दरवाजे पर यदि सांड या गाय आ जाए तो उसे मार कर भगाएं नही, बल्कि उन्हें कुछ खाने के लिए जरूर दें। सांड को मारना शिवजी की सवारी नंदी का अपमान करने समान है।