पेट में है अल्सर तो आजमाएं यह आयुर्वेदिक नुस्खें

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आज के दौर में हमारे पास अपने लिए समय ही नहीं बचा है। समय न होने के कारण हम व्ययाम करना लगभग भूल ही गए है। ऑफिस काम और व्यस्तता होने की दुहाई देकर हम अक्सर एक्सरसाइज करने से बचने लगे है। इतना ही नहीं समय और काम पर सही समय पर पहुंचने और ज्यादा से ज्यादा काम निपटाने की होड़ में हम सीढ़ीयों तक का भी प्रयोग न कर हमेशा लिफ्ट में ही आना जाना पंसद करते है। शारीरिक श्रम न करने की दशा में हमारे शरीर को कई रोग घेर लेते है। इन सभी बीमारियों में प्रमुख है पेप्टिक अल्सर। यह शरीर में होने वाली एसिडीटी के कारण होता है।

आज के दौर में हमारेImage Source: blogspot

क्या होता है यह पेप्टिक अल्सर
पेप्टिक अल्सर में पेट के अंदरूनी हिस्सों पर छाले पड़ जाते है। बीमारी के बढ़ने की स्थिति में यह छाले घाव का रूप ले लेते है। इस स्थिति में मरीजों को ज्यादा परेशानी होने लगती है। हमारे अनियमित दिनचर्या और गलत खान पान के कारण पेट में होने वाली एसिडीटी के कारण यह स्थिति बनने लगती है। यह बीमारी हमारे इंफेक्शन के कारण हो जाती है।

कितने प्रकार का होता है अल्सर

गैस्ट्रिक अल्सर
इसमें भोजन करने के बाद पेट में तेज दर्द होने लगता है। गैस की दवाई खाने से ही आराम मिलता है।

डयूडिनल अल्सर
इस तरह के अल्सर में खाली पेट रहने से दर्द होता है। जबकि इस स्थिति में भोजन करने के बाद दर्द में आराम मिल जाता है।

इसोफेगल अल्सर
इस तरह के अल्सर में आहार नली के निचले हिस्से में छाले होने लगते है या फिर छिद्र होने लगते हैं। इससे आहार नली में तेज दर्द होने लगती है।

क्या है लक्ष्ण
इस तरह की समस्या होने पर मरीज को मल में गहरे रंग का खून आना, खून की उल्टी होना, वजन कम हो जाना और भूख में परिवर्तन आने लगता है।

क्या है लक्ष्णImage Source: medbooking

अल्सर के आयुर्वेदिक उपचार

1 शहद
शहद कई तरह की बीमारी को ठीक करने का काम करता है। आपका बता दें कि अल्सर की बीमारी में शहद एक कारगर उपाय है। शहद पेट के अंदर हुए घावों पर मरहम का काम करता है। जिससे अल्सर जल्द होने लगता है।

शहदImage Source: searchhomeremedy

2 पत्तगोभी का जूस
पत्तगोभी का रस इसमें बेहद ही कारगर इलाज सिद्ध होता है। करीब आधी पत्तगोभी लीजिए और इसे मिक्सी में पीस लीजिए। इसके बाद इसको निचोड़कर इसका रस निकाल लीजिए। इस रस का सेवन रात को सोने से पहले करना चाहिए।

पत्तगोभी का जूसImage Source: jannejesa

3 मेथी दाना
अल्सर से बचाव के लिए एक चम्मच मेथी दानें को एक गिलास पानी में उबाल लीजिए। ठंडा हाने जाने पर इस पानी को छान लीजिए। इसके बाद इसे शहद के साथ रोजाना दिन में करीब दो बार पीएं।

4 केला
केले को खाने से सेहत पर बहुत लाभ होते है। केले में एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते है। जो हमारे पेट के अल्सर को ठीक करने में मददगार होता है। इसलिए सुबह का नाश्ता करने के बाद केले का सेवन जरूर करना चाहिए।

केलाImage Source: co

5 लहसुन
लहसुन का सेवन करने से स्वास्थ को कई फायदे होते है। इससे हमारा ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है। रोजाना दिन में दो से तीन कली लहसुन की सेवन करने से अल्सर में आराम मिलता है। इसका सेवन खाना खाने के बाद करना चाहिए।

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