देश बदला, देश के हालात भी बदले। पर अब भी अगर कुछ नहीं बदली है तो वो महिलाओं के प्रति लोगों की मानसिकता। संकीर्ण सोच , हर क़दम पर समाज के बनाए अनगिनत दायरे, इन सभी के बीच कहीं न कहीं हमारे देश की हर महिला को कभी खुद तो कभी समाज से जूझना ही पड़ता है | आज भी हम ज्यादातर घरों में देखते है कि बचपन से ही लड़के-लड़कियों के लालन-पालन और परवरिश में फर्क किया जाता है| जहां एक ओर लड़के के लिये बचपन से ही मेहनत से पढ़ाई करने, अच्छे कॉलेज में दाखिला लेने और भविष्य के लिए कुछ अच्छा करने की शिक्षा दी जाती है। वहीँ दूसरी ओर जब लड़कियों की बारी आती है तो ये सभी नियम अपने आप बदल जाते हैं। उनके सामने चुनौतियों का एक अम्बार लगा दिया जाता है। पढ़ाई में मेहनत करने के बजाय उनसे अपेक्षा की जाती है कि वो पराई हैं उन्हें शादी करके दूसरे के घर जाना है। जहां जाकर परिवार की सेवा करने के साथ बच्चे पैदा करना ही उसकी जिंदगी है। दूसरी ओर, पुरुषों को कड़ी मेहनत करने और अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
लेकिन आज के समय में कुछ घर ऐसे भी है जहां पर महिलाये अपने सपनों को साकार कर घर ही नही बल्कि देश के लिये भी गौरव हासिल कर रही हैं । पर अपनी महत्वाकांक्षा को आगे बढ़ाने के लिये उनके रास्ते इतने सरल भी नहीं है जैसा हम सोचते हैं। उनके जीवन में संघर्ष तो आते रहते है, जिससे होकर उन्हें गुजरना पड़ता है।
आज हम आपको लड़कियों से जुड़े उन्हीं कुछ संघर्षों के बारें में बता रहे हैं जो उनके जीवन में पेश आते ही रहते हैं
1. लड़कियों को बचपन से ही कड़ी मेहनत से पढ़ाई करने के लिए कहा जाता है और जब वह किसी बड़ी नौकरी में जाती है तो उसे शादी करने की सलाह दी जाती है।
2. ऑफिसों में लोग अपनी नौकरी को अधिक प्राथमिकता देने के लिये अक्सर उन्हें हर चीज़ के लिए जज करते हैं।
3. काम करने के दौरान उन्हें बहुत भावुक या आक्रामक करना।
4. महिलाओं को ऑफिस के काम के साथ घर पर सही समय पर पंहुचना जरूरी है।
5. महिलाओं को अक्सर एक ही बात का ताना दिया जाता है कि एक दिन आपको अपनी नौकरी छोड़कर अपने परिवार की देखभाल करनी होगी। जो उनके लिये ये शब्द सुननेंमें बहुत कर्कश लगते है।
6. महत्वाकांक्षी महिलाओं के लिए एक आदर्श साथी ढूंढना मुश्किल है।
7. ऑफिसों में उनकी तरक्की का कारण उनकी मेहनत को नही बल्कि उनकी सुंदरता को बताया जाता हैं।
8. महिलाये भले ही अपने काम के प्रति परफेक्ट हो। फिर भी उसके ज्ञान के बारे में हमेशा सवाल ही किया जाता है क्योंकि वह एक महिला है।
9. अक्सर महिलाओं को बाहर के काम के साथ परिवार के कामों को करना काफी मुश्किल होता है
10. एक माँ होने के बाद उसे हमेशा केवल बच्चे की देखभाल करने की अपेक्षा की जाती है, किसी और चीज़ की नहीं।