गर्मी का मौसम जाते ही मानसून का आगमन होने लगता है इस मौसम के आते ही वातावरण में चारों ओर नमी फैल जाती है। जिससे आसपास का वातावरण काफी प्रभावित होता है। इस मौसम में कीटाणु और बैक्टीरिया के फैलने से बीमारिया भी तेजी शरीर में प्रवेश करने लगती है। और आप बार बार बीमार पड़ने लगते है। इस मौसम में घर व शरीर की विशेष देखभाल करने की जरूरत पड़ती है। जिसमें साफ सफाई का भी विशेष ध्यान देना पड़ता है। यदि आप बीमारियों से बचना चाहते है तो घर को साफ सुधरा रखना जरूरी है। घर की रोज नियमित सफाई करें। आइए जानते हैं मॉनसून में अपने घर को साफ-सुथरा रखने और कीटाणुओं मुक्त रहने के लिए महत्वपूर्ण टिप्स।
घर की साफ सफाई के दौरान अपने किचन को साफ सुथरा रखना एक अच्छी आदत है और इसे हमेशा मौसम के अनुकूल रखना चाहिए। यदि आप इसे साफ नहीं रखते हैं तो आपके शरीर में अधिकांश बीमारी यहीं से प्रवेश करती है। हमारे द्वारा बताये जानें वाले टिप्स को अपनाकर आप अपने घर को मानसून में बैक्टिरिया मुक्त रख सकते है।
अपनी किचेन को कैसे रखें साफ
- किचिन की सफाई के समय आपकी पहली और महत्वपूर्ण प्राथमिकता बुनियादी चीजों की सफाई का होना काफी जरूरी है। जैसे- भोजन के बाद बर्तनों और मेज की ठीक से सफाई करना। किसी भी जगह पर खाने की जूठन या गंदगी नही लगी होना चाहिए। क्योंकि मानसून के दौरान गंदगी से बैक्टीरिया जल्द ही पनपने लगते है।
- खाने के बाद जो कुछ भी बच जाये उसे एयरटाइट कंटेनर में डाल दें। जिससे वे कीटाणुओं के संपर्क में न आएं।
- जब भी आप खाना खाने बैठते है तो उस दौरान गलती से, आप के हाथ से ग्रेवी या मांस के टुकड़े गिर जाते हैं, तो इसे साफ करना न भूलें। उस जगह की अच्छी तरह से साफ सफाई करने के लिये आप लिक्विड क्लीनर का उपयोग कर सकती है जिससे चारों ओर गंध ना फैले।
- यदि आपकी रसोई में डिशवॉशर है, तो उसे भी साफ रखें और उसे समानों से ओवरलोड न करें। आसानी से फिट हो सकने वाले बर्तनों को उसमें रखें। और एक समय के बाद डिशवॉशर को पूरी तरह से खाली करना न भूलें।
- इसके बाद डायनिगं टेबल को साफ करना काफी जरूरी है क्योंकि आप इस पर रोज भोजन करते हैं टेबिल की सफाई करने से उसमें मौजूद सारे कीटाणु साफ हो जाते हैं और हमारा भोजन संक्रमित होने से बचा रहता है।
अपने बेडरूम और बाथरूम की सफाई करना
- क्या आपको नहीं लगता कि जिस स्थान पर आप सोते हैं वह स्थान भी साफ सुधरा होना चाहिये। अक्सर देखा जाता है कि लोग बेडरूम में जाते है अपने कपड़ो को यहां वहा फेककर काफी गंदा कर देते है। जिससे मानसून के समय बैक्टीरिया भी तेजी से वहां फैलने लगते है। इसलिये सबसे पहले जरूरी है बेडरूम को साफ रखें। इसके लिये आप पहले अपने बेड को रोज फोल्ड करके रखना शुरू कर दें। इस काम को अपने रोज की दिनचर्या में शामिल करें।
- दूसरी महत्वपूर्ण बात यह है कि नियमित रूप बेडशीट को साफ करते रहें। यह जरूरी है कि कम से कम सप्ताह में एक बार बेड शीट तकिया कवर को साफ करें। कमरे को रोज अच्छी तरह से साफ रखें।
- हर 10 दिनों के बाद अपनी बेडशीट और पिलो के कवर को बदलें इससे आपकी त्वचा स्वस्थ रहती है। एक सर्वेक्षण के अनुसार पाया गाया है कि जो लोग नियमित रूप से अपनी चादर नहीं बदलते हैं, उनकी त्वचा पर दाग धब्बे बनना शुरू हो जाते हैं। क्योकि तकिये में सिर रखने से तेल या सीरम लग जाता है जो आपकी त्वचा के साथ बालों को भी नुकसान पहुचाने का काम करता है।
- मॉनसून के दौरान कपड़ों को बाथरूम में ज्यादा देर तक ना रखें। इससे भी स्वास्थ पर असर पड़ता है।
- बाथटब, बाल्टी, तौलिया और बाथरूम के अन्य उपयोगी सामान को साफ और सूखा रखें।
लिविंग रूम की सफाई भी जरूरी है
- हमारे घर में लिविंग रूम ही एक ऐसा हिस्सा होता है जहां पर हम अपने मेहमानों के साथ ज्यादातर समय बिताते हैं और अपना खाली समय उसी जगह बिताते हैं। यदि आपके घर में खेलने वाले बच्चे हैं, तो इसे साफ रखना काफी जरूरी होता है। लेकिन कुछ चीजें ऐसी भी होती हैं जिसे रोज साफ करना मुश्किल हो जाता है। जैसे प्लेटफॉर्म, पर्दे, सोफे, सोफे कवर और अन्य सभी सामान। इन्हे आप नियमित रूप से डस्टिंग करें।
- इस जगह को आप हमेशा दूसरी चीजों से अलग रखें क्योंकि रूम के आसपास बहुत सारी चीजें हैं। जिसे आप असानी से रोज साफ नही कर सकते है।
- कुशन के नीचे की चीजों को धोना ना भूलें। क्योकि मानसून की नमी से धूल उस पर जम जाती है और इसके कारण आपको कुछ समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए इसे साफ सुथरा रखें।
- गीले फुटवियर और कपड़ों को कहें नो-नो । यदि बाहर बारिश हो रही है तो परिवार का कोई भी व्यक्ति गीले जूते पहनकर घर में प्रवेश करता है तो इससे घर तो गंदा होता ही है साथ में बाहरी बैक्टीरिया भी अंदर असानी के साथ प्रवेश कर जाते है जिससे बच्चे को संक्रमण फैल सकता हैं। इसके अलावा, जब व्यक्ति गीलें कपड़ो को बदलकर सूखे कपड़ों पहन लेता है तो गीले कपड़ों पर कुछ कीटाणुनाशक पदार्थ का उपयोग करना ना भूलें।