गर्मी के मौसम में जब बरसात पड़ती है तो सभी लोग प्रसन्न हो उठते हैं। लेकिन बरसात के बाद होने वाली उमस में फंगल, बैक्टीरियल तथा वायरल संक्रमण हो सकता है। अतः बरसात के बाद के मौसम का ध्यान रखना बहुत जरुरी है। अब इसका मतलब यह तो नहीं की हम मानसून का आनंद न उठा सकें। यही कारण है की आज हम आपको कुछ छोटी छोटी जानकारियां तथा टिप्स यहां दे रहें हैं। जो आपको बरसात के बाद होने वाली बीमारियों से हमें बचा सकते हैं। आइये जानते हैं इन जरुरी टिप्स के बारे में।
1- आसपास की सफाई का रखें ध्यान
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देखा जाएं तो मलेरिया तथा डेंगू जैसी बीमारियों के केस तो गर्मी के मौसम में ही सामने आते हैं। लेकिन बरसात के प्रारंभ होते ही ये बीमारियां बहुत तेजी से बढ़ने लगती हैं। इसके अलावा इस मौसम में ही कीड़े मकोड़ो को बढ़ने का अनुकूल समय मिल जाता है। अतः यदि आप बरसात के मौसम में बीमारियों से बचना चाहती हैं तो अपने घर के आसपास ठहरे हुए पानी में मच्छर मारने की दवा का छिड़काव जरूर करें तथा सफाई भी रखें।
2- भरपूर पियें पानी
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बरसात के बाद में वातावरण में एक अलग ही उमस हो जाती है। इस के कारण आपका शरीर जल्दी गर्म हो जाता है तथा आपको पसीना भी अधिक आने लगता है। इस अवस्था में आपको डीहाइड्रेशन की समस्या होने का ज्यादा ख़तरा बना रहता है। अतः डीहाइड्रेशन से बचने के लिए आप भरपूर मात्रा में पानी का सेवन अवश्य करें।
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3- फंगल और बैक्टीरियल संक्रमण से रहें सतर्क
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फंगल और बैक्टीरियल संक्रमण बरसात के मौसम में बहुत तेजी से बढ़ते हैं तथा लोगों को बीमार करते हैं। असल में इस वातावरण में उनके बढ़ने के अनुकूल समय रहता है। इस मौसम में आप अपनी त्वचा को अधिक भीगने से बचा कर रखें। सीलन की समस्या से फंगल संक्रमण में बृद्धि होती है। इस प्रकार की समस्याओं से बचने के लिए ऐंटीबैक्टीरियल क्रीम, साबुन या पाउडर का यूज करें।
4- अपनी सफाई का रखें ध्यान
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मानसून के मौसम के दौरान आपको अपने शरीर की सफाई का विशेष ध्यान रखना होता है। आप इस मौसम में जितना साफ़ रहेंगे। उतना ही बीमारियों से बचे रहेंगे। अतः यदि आप कहीं बाहर से आते हैं तो आते ही अपने हाथ तथा चेहरे को सही धो लें या फिर स्नान कर शरीर को सही से सूखा लें। मानसून के मौसम में यदि आप इन नियमों का पालन करते हैं तो आप सदैव सुरक्षित रहेंगे।