हर मां को एक शिक्षक की तरह अपने बच्चे को सिखाने चाहिए जिंदगी के ये सबक

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भारत में सन् 1962 से 5 सितंबर को टीचर्स डे मनाया जा रहा हैं। इस दिन महान शिक्षाविद् और भारत के पूर्व उप-राष्ट्रपति “डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्‍णन” का जन्म हुआ था। राधाकृष्‍णन ने भारत के शिक्षा क्षेत्र में अपना बहुत बड़ा योगदान दिया था। उनका मानना था कि एक शिक्षक का दिमाग देश में सबसे बेहतर दिमाग होता हैं।

शिक्षक ही वह इंसान होता है जो लोगों को जीने के सही तरीकों का सबक सिखाता है। इसीलिए इनके सम्मान में प्रत्येक वर्ष शिक्षक दिवस यानी टीचर्स डे मनाया जाता हैं। कहते हैं कि एक गुरु के बिना किसी भी लक्ष्य तक पहुंचना संभव नहीं हैं।

इसके अलावा जब बच्चा जब इस दुनिया में आता हैं तो उसकी पहली शिक्षिका उसकी मां होती हैं। वह अपने बच्चे को सुबह जल्दी उठने से लेकर, सुबह प्रार्थना करना, दीपक जलाना, समय-समय पर हाथ धोना और जमीन पर बैठकर खाना इत्यादि ये सभी व्यवहार को सिखाती हैं। आइए जानते हैं ऐसी ही कुछ अच्छी आदतों के बारे में जो हर पेरेंट्स को अपने बच्चों को जरूर सिखानी चाहिए

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1. सुबह जल्दी उठना (Get up early in the morning)-

पेरेंट्स अगर अपने बच्चे को बचपन से ही सुबह जल्दी उठने की आदत डाल दें, तो ऐसे में बच्चे को अपने भविष्य में कोई परेशानी नहीं होगी। आपको बता दें कि सुबह जल्दी उठने से हमारा दिमाग तनाव मुक्त रहता हैं और दिनभर ताजगी बनी रहती हैं। साथ ही सुबह जल्दी उठकर आप व्यायाम के लिए भी समय निकाल सकती हैं, जो आपको तंदुरुस्त रखता हैं।

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2. जमीन पर बैठकर भोजन करना(Sit on the ground)-

आजकल ज्यादातर लोग डाईनिंग टेबल पर बैठकर ही खाना पसंद करते हैं, लेकिन आपको बता दें कि यह हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता हैं, हमें अपने घर के बुजुर्गों की तरह ही जमीन पर बैठकर भोजन करना चाहिए, इसलिए अपने बच्चे को जमीन पर बैठकर भोजन करना सिखाएं। इससे आपके बच्चे का स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा।

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3. खाने से पहले और बाद में हाथ धोएं (Wash hands before and after eating)-

आपको बता दें कि बच्चे खेल कूद में लगे रहते हैं, ऐसे में उनके हाथ गंदे हो जाते हैं और उनमें कई तरह के बैक्टीरिया लग जाते हैं और जब वह इन्हीं हाथों से खाना खाते हैं, तो उन्हें डायरिया, हेपटाइटिस इत्यादि जैसी समस्याएं होने की संभावना बढ़ जाती हैं, इसलिए अपने बच्चों में हमेशा ये आदत डालें कि खाना खाने से पहले और बाद में अपने हाथ जरूर धोएं, ताकि हाथों में सफाई बनी रहें और गंदगी पेट में ना जाएं।

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4. खेलने के बाद हाथ-पैर धोएं (Wash hands after playing)-

बच्चे बाहर खेलते हैं तो उनके शरीर पर कई तरह की गंदगी लग जाती है जिससे कई तरह के बैक्टीरिया पनपते हैं जो उनकी सेहत के लिए काफी नुकसानदायक होते हैं। ऐसे में अपने बच्चों को हमेशा सिखाएं कि जब भी कहीं घूमकर आएं या खेलकर आएं, तो अपने हाथ पैर अच्छे से धोएं या नहाएं।

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5. दीपक जलाएं और भगवान का ध्यान करें (Burn the lamp and meditate on God)-

बच्चों को शुरू से ही भगवान की पूजा के लिए कुछ समय निकालने की आदत डालें, क्योंकि इससे बच्चों में अध्यात्म का ज्ञान बढ़ेगा और इससे उनका मन और मस्तिष्क शांत रहेगा। इसके अलावा कुछ देर आंखें बंद कर भगवान में ध्यान लगाने से एकाग्रता बढ़ती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार होता है।

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