आंखें हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग हैं। इसलिए यह जिम्मेदारी बनती है कि हम इनका बखूबी ख्याल रखें। आंखों का स्वास्थ्य असंयमित और अनियमित जीवनशौली के कारण बिगड़ता है। अक्सर यह देखा गया है कि उम्र के साथ ही हमारी आंखों के आस-पास की मांसपेशियां अपना लचीलापन खोने लगती हैं और कठोर हो जाती है। आंखें तभी तक ठीक काम करती हैं जब तक उनकी कनीनिका, जलीय द्रव, ताल और ताल के पीछे रहने वाले द्रव्य स्वच्छ रहते हैं। इनमें से किसी के भी स्वच्छ न होने पर दृष्टि से संबंधित रोग हो जाते हैं। आंखों को किसी भी प्रकार के रोगों से दूर रखने के लिए सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप आंखों से संबंधित योगा करें। जी हां, योगा एक ऐसी दवा है जिससे आंखों को स्वस्थ रखा जा सकता है।
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आज के इस व्यस्त जीवन में अक्सर लोग आपनी आंखों का खयाल नहीं रख पाते। नींद कम लेना, लगातार नजला-जुखाम रहना, धुआं और धूल वाले स्थान पर रहना, आंखों की अच्छी तरह सफाई न करना आदि कई कारण हैं जिनसे आंखों की दृष्टि पर बुरा प्रभाव पड़ता है। आंखों को स्वस्थ्य रखने के लिए कुछ ऐसे व्यायाम हैं जिनका प्रयोग कर आप अपने नेत्रों को स्वस्थ बना सकते हैं।
पल्मिंग-
घंटों कम्प्यूटर या टीवी स्क्रीन पर नजर गड़ाए रखने से आंखें थक जाती हैं। इस थकावट को दूर करने के लिए अपनी हथेलियों को आपस में रगड़ें और गर्म हाथों को तेजी से आंखों पर रखें। ऐसा करने के बाद कुछ समय के बाद हाथ हटाएं और धीरे-धीरे अपनी आंखें खोलें। इस एक्सरसाइज को बीच-बीच में करके आप अपनी आंखों की थकावट को दूर कर सकते हैं।
अंगूठे के नाखून या अंगूठे की नोक पर ध्यान केंद्रित करना-
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए सबसे अच्छी एक्सरसाइज यह है कि आप अपने अंगूठे को आंखों के सामने लाएं और फिर धीरे-धीरे इसे आंखों से दूर ले जाएं। इस दौरान आपका ध्यान अंगूठे पर फोकस होना चाहिए।
त्राटक-
त्राटक एक ऐसी एक्सरसाइज है जिसके प्रयोग से आप अपनी आंखों की रोशनी को बढ़ा सकते हैं। अगर आप भी काफी ज्यादा पावर के चश्मे का इस्तेमाल कर रहे हैं तो इस एक्सरसाइज को सप्ताह में 3 बार जरूर करें। यदि आपको कोई चश्मा नहीं लगा है और आप चाहते हैं कि आगे भी चश्मा लगाने की नौबत न आए तो आप इसे सप्ताह में कम से कम एक बार तो जरूर करें। त्राटक को अंधेरे में किया जाता है। इसलिए रात का समय इस आसन को करने के लिए सबसे अच्छा समय है। अगर आप इसे दिन में करना चाहें तो आप एक कमरे को बंद कर कमरे में एक मोमबत्ती के सामने प्राणायाम की मुद्रा में बैठ जाएं। अब आप बिना अपनी पलकें झपकाए एकटक मोमबत्ती को देखते रहें। इसके बाद थोड़ा सा ओम उच्चारण के साथ प्राणायाम करें और फिर आंखें खोल लें। कुछ देर रिलैक्स करें और फिर दोबारा इस प्रक्रिया को दोहराएं। इस पूरी क्रिया को कम से कम 3 बार करें। आखिर में अपनी हथेलियों को आपस में रगड़ें और फिर उस गर्म हथेली से आंखों को स्पर्श करते हुए आंख खोलें। आंखें खोलने के दौरान आपकी नजर आपकी नाक पर ही होनी चाहिए।
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सिंहासन-
सिंहासन आंखों के लिए एक अच्छी एक्सरसाइज है। इससे आंखें स्वस्थ रहती हैं। आंखों की नसों की कमजोरी की समस्या दूर होती है। सिंहासन करने के लिए सबसे पहले अपने पैरों के पंजों को आपस में मिलाकर उस पर बैठ जाएं। फिर दाएं हाथ को दाएं घुटने पर तथा बाएं हाथ को बाएं घुटने पर रखें। इसके बाद लंबी सांस लें। उसके बाद मुंह द्वारा सांस को छोड़ें। अब गर्दन को सामने की ओर झुकाकर ठोड़ी को गले के नीचे लगाएं। अगर आपके गर्दन में दर्द हो तो बिना गर्दन झुकाए भी आप इसे कर सकते हैं। अपनी आंखों को इस तरह से रखें कि दोनों आंखों की नजर दोनों भौहों के बीच में रहे। इसके बाद अपने मुंह को खोलें और जीभ को उसी अवस्था में बाहर की तरफ निकालें।