भारतीय खिलाड़ियों की फिटनेस देखकर आप अपने को भी उन्हीं के अनुसार ढालने के कोशिश करते है लेकिन हम नाकाम हो जाते हैं..क्योकि आप उनकी दिनचर्या के विषय में नही जानते, फिटनेस को बनाये रखने के लिये प्रत्येक खिलाड़ी अपने खानपान से लेकर अपने एक्सरसाइज में घंटो मेहनत कर पसीना बहाते है। एंव सभी प्रकार की गतिविधियां नियमानुसार करते है। आप हमारे इस आर्टिकल के द्वारा खिलाड़ियों की फिटनेस के सभी मंत्र सीख सकते हैं, आज हम आपको उनकी दिनचर्या के बारे में बता रहे है जानिये कि वे खुद को फिट रखने के लिए कौन से तरीके आजमाते हैं और उनका पालन कैसे करते हैं।
मिल्खा सिंह
उड़न सिख के नाम से जाने जाने वाले मिल्खा सिंह आज भले ही 80 साल के उपर के हो गये हो पर उनमें आज भी वही जज्बा देखने को मिलता है जो एक हर खिलाड़ी में रहता है। मिल्खा सिंह के उपर बनी फिल्म ‘भाग मिल्खा भाग’ से लोग उनकी फिटनेस को देखकर काफी प्रभावित भी हुए होंगे । पर क्या आप जानते है उनका इस फिटनेस का राज क्या है उनकी नियमित रूप से बनी दिनचर्या जिसमें वो समय पर उठना समय पर सोना और पौष्टिक आहार का सेवन शामिल है इसके अलावा वो समय पर उठकर कसरत करने के साथ घंटों दौड़ते है और सुबह के नाश्ते में खाने में अंडे के साथ दूध का सेवन करना नही भूलते। भले ही मिल्खा के बनाये हर नियम मिलिट्री के नियमानुसार बने है लेकिन आप इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करते है तो जल्द ही मिल्खा सिंह के ही समान आप भी खुद को फिट पाएंगे।
मैरी कॉम
तीन बच्चों की मां होने के बावजूद मैरीकॉम के जज्बे और लगन को देखकर सभी युवा वर्ग के लोग उन्हें सलाम करते है। उनके सामने हर युवाओं के पसीने छूट जाते हैं। मैरीकॉम की फिटनेस की बात करें तो भले ही उनकी उम्र 30 के पार हो चुकी है, लेकिन अभी भी उनकी फिटनेस कायम है। बॉक्सिंग रिंग के अंदर मैरीकॉम जिस तेजी के साथ वो अपने मुक्कों की ताकत से सामने खड़े अपने प्रतियोगी को पछाड़ देती है। उसे देखकर सभी के रोगंटे खड़े हो जाते है । मैरीकॉम अपने फिटनेस को बनाए रखने के लिए काफी कड़ी मेहनत करती है। वह नियमित रूप से अपने लिए समय निकालकर योगा और व्यायाम करती हैं और अपने खानपान का विशेष ध्यान रखती हैं। यह उनकी दैनिक दिनचर्या में शामिल है।
सुशील कुमार
कहते है जो शाकाहारी होते है वो अपने शरीर की फिटनेस को सही नही कर सकते है पर ऐसा नही है पहलवान सुशील कुमार ने ओलंपिक में भारत को दो बार मेडल देकर ये बता दिया है कि शाकाहारी भोजन करने वाले भी किसी से कम नही है। है। दंगल में उन्होने अच्छे-अच्छे पहलवानों को मात देते हुए अपना एक विशेष स्थान बनाया है। सुशील अपने शरीर की फिटनेस को बनाये रखने के लिये काफी मेहनत करते है और रोज व्यायाम करते हुए अपनी दिनचर्या की शुरूआत करते है सुबह की कसरत पूरी करने के बाद वो अपने खाने में संतुलित आहार का सेवन करते है। क्योकि वो शाकाहारी होने पर मांस का सोवन नही करते है उनके अनुसार जो लोग मांस का सेवन करते है उनके शरीर में फैट की मात्रा अधिक होती है। सुशील कुमार 150 से 200 ग्राम मक्खन लेते हैं। गर्मीयों के समय में अभ्यास करने के दौरान जब ज्यादा गर्मी होती है तो ग्लूकोज भी ले ले लेते हैं, ये दूध का नियमित सेवन करते हैं, सुबह और शाम को दूध पीते हैं। ये सुबह और शाम अभ्यास करते हैं इसके साथ सप्ताह में तीन दिन फुटबॉल, बॉस्केटबॉल, वॉलिबॉल या हैंडबॉल खेलते हैं।
विजेंदर सिंह
मुक्केबाज विजेंदर सिंह भारत को ओलंपिक में कई मेडल दिलाकर इतिहास रचा है जिसके लिये वो कड़ी मेहनत कर अपने शरीर में उर्जा को बनाए रखते है। विजेंदर सिंह अपनी फिटनेस को बनाए रखने के लिये रोज वर्कआउट के बाद ,एक घंटा मेडिटेशन और योगा करते हैं। वो अपने दिन की शुरूआत रनिंग और वेट ट्रेनिंग से करते है। फुटवर्क ड्रिल, पुश-अप्स, चिन-अप्स, ट्राइसेप्स, फुटबॉल और स्कीपिंग उनकी नियमित एक्सरसाइज का हिस्सा हैं। इसके अलावा उनका मानना है कि दिनभर की दिनचर्या को पूरा करने के बाद शरीर कुछ आराम भी चाहता है इस लिए वो रात की नींद पूरी तरह से लेते है।
जीव मिल्खा सिंह
मशहूर गोल्फर और एथलीट मिल्खा सिंह के बेटे जीव मिल्खा सिंह को कौन नहीं जानता है। 42 साल की उम्र के बाद भी वे अब फिट और स्वस्थ दिखते हैं। खुद को फिट रखने के लिए जीव मिल्खा नियमित व्यायाम करते हैं, अपनी डायट पर विशेष ध्यान देते हैं। अपने दिन की शुरूआत योगा और वेट ट्रेनिंग के साथ करते हैं।
साइना नेहवाल
साइना नेहवाल वह जितनी फिट हैं उतनी सुंदर भी। आज वो दुनिया की नंबर एक बैडमिंटन खिलाड़ीयों में से एक हैं। इनकी इसी मेहनत और लगन ने देश को एक अलग पहचान दिलाई है। साइना नेहवाल को पद्मश्री और राष्ट्रीय गांधी पुरस्कार से भी नावाजा गया है। आज साइना भारत में ही नही विदेशों में भी अपनी एक अलग जगह बना चुकी है अपनी मेहनत और फिटनेसे के बारे में साइना का कहना है कि वो दिन में कई बार अपने खेल का अभ्यास करती हैं, इसके साथ नियमित व्यायाम ,योग और ध्यान भी लगाती हैं। अपनी नियमित दिनचर्या और खानपान पर विशेष ध्यान देती हैं
सानिया मिर्जा
कई अंतर्राष्ट्रीय खिताब जीत चुकी सानिया की खूबसूरती के दीवाने लाखों लोग हैं। शादी के बाद भी उनकी खूबसूरती बरकरार है। वो खुद को फिट रखने के लिये काफी मेहनत करती है। रोज योगा करना, खाने में हरी सब्जियों के साथ पौष्टिक आहार का सेवन करना उनके नियम में शामिल है। वो ऐसे किसी वसायुक्त पदार्थों का सेवन नही करती है जिससे उनकी शरीर की फिटनेस को खत्म करने में सहायक हो। वो फलों के जूस को ज्यादा से ज्यादा पीना पंसंद करती है। खाने में अंडा,दही,दूध, सभी प्रकार के प्रोटिन्स वो अपने खाने में शामिल करती है।नियमित व्यायाम के साथ योग करना वो कभी नही भूलती।
लिएंडर पेस
लिएंडर पेस टेनिस के महान खिलाड़ियों में से एक है ये भले ही 40 की उम्र पार कर चुके है पर आज भी उनमें जिंदादिली भरपूर देखने को मिलती है। 2013 के यूएस ओपेन चैंपियनशिप में लिएंडर पेस को सबसे उम्रदराज खिलाड़ी के रूप में ग्रैंड स्लैम अवार्ड जीता। उनमें आज भी वही जोश और स्फूर्ति देखने को मिलती है जैसा कि पहले हुआ करती थी। वो आज भी अपने से कम उम्र के खिलाड़ियो को हराने की भरपूर क्षमता रखते है। यही उनकी फिटनेस का राज है जिससे वह आज भी पूरे जोश के साथ खेलते हैं। अपने खान-पान के साथ उनकी दिनचर्या काफी नियमित है और उसी नियमित दिनचर्या के साथ है वो अपना पूरा समय निकाल देतो है सुबह व्यायाम,योगा दौड़ आदि करने के बाद वो अपने खान पर भी विशेष ध्यान देते है। फलों के जूस के साथ वो अंडे को नाश्ते में लेते है पौष्टिक आहार का सेवन वो अपने भोजन में करते है।
विराट कोहली
क्रिकेट में चौके छक्कों की बरसात करने वाले, और काफी कम उम्र में लगातार बिना चोटिल खाए हुए हर बार नया कीर्तिमान बनाने वाले इस युवा खिलाड़ी की फिटनेस के सभी लोग कायल हो जाते है। विराट अपने शरीर पर विशेष ध्यान नदेते है वो अन्य खिलाडियो की अपेक्षा अपने खाने पीने का भी खास ध्यान देतो है यूं तो खेल में होने के कारण वो रोज एक्सरसाइज करते है। इसके अलावा वो अपने खाने में कैलोरी,और कार्बोहाइट्रेड युक्त आहार के अध्क से अधिक सेवन करते है बाहरी खानों से दूर वो घर का बना स्वादिष्ट आहार लेना ज्यादा पंसंद करते है। इसके अलावा विराट कोहली शराब, से काफी दूर रहते है।जो उनके शरीर को चुस्त दुरूस्त बनाए रखने में विशेष भूमिका निभाती है।
वीरधवल खड़े
कई राष्ट्रीय कीर्तीमान इक्ट्ठे करने वाले वीरधवल खड़े अच्छे तैराको में से एक माने जाते है जिन्होनें चीन में आयोजित 16वें एशियाई खेलों में तैराकी स्पर्धा में ऐतिहासिक कांस्य पदक जीतकर भारत को गौरांविन्त किया था। इनकी शारिरिक रूप से पूरी एक्सरसाइज तैराकी से ही हो जाती है जो व्यायाम का एक मूल मंत्र भी माना जाता है। जिसे वो नियमित रूप से करते है। और उसके साथ है पौष्टिक आहारों का सेवन कर अपने शरीर को स्वस्थ और फिट बनाए रखते है।