इन वस्तुओं का खाने से आप बनेंगे स्वस्थ और ताकतवर

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प्रकृति ने हमें ऐसी बहुत सी वस्तुएं दी हैं जो की दिखने में बहुत साधारण लगती है पर उनमें हमारे शरीर की कमजोरी मिटा कर उसको स्वस्थ और बलशाली बनाने के सारे गुण विधमान हैं। आज हम आपको कुछ ऐसी ही वस्तुओ के बारे में जानकारी देने जा रहें हैं। सबसे पहले जानते हैं कि कमजोरी आखिर कैसी होती है और उसके क्या गुणधर्म हैं। जब आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है तो आपको कमजोरी हो जाती है। इसको शारीरिक कमजोरी कहा जाता है। इसी प्रकार किसी प्रकार की मानसिक परेशानी के कारण हुई कमजोरी को मानसिक कमजोरी कहा जाता है। शारीरिक कमजोरी में व्यक्ति का शरीर कमजोर हो जाता है और अधिक कमजोर व्यक्ति को अन्य कई रोग भी लग जाते हैं। आइये अब जानते हैं उन घरेलू वस्तुओं के बारे में जिनसे हम अपनी शारीरिक कमजोरी को जल्द ही सही कर सकते हैं।

1- छाछ –
छाछ पीने से बहुत से लाभ होते है इससे आंत साफ हो जाती हैं जिसके कारण आपको पेट का कोई भी रोग नहीं हो पाता है। छाछ को पीने से आपका शरीर पुष्ट होता है, आपके चेहरे पर चमक आती है तथा आपके शरीर में बल की बृद्धि होती है। यदि आप छाछ में पिसा काला नमक और अजवायन डालकर भोजन के कुछ समय बाद में पिएंगे तो आपको जल्द ही अच्छा लाभ मिलेगा।

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2- अंजीर –
पके हुए अंजीर के बराबर मात्रा में सौफ को 40 दिन तक खाने से आपके शरीर की सारी कमजोरी दूर हो जाती है, इसके अलावा दूध में अंजीर को पका कर उस दूध के साथ में वहीं अंजीर खाने से आपके बल तथा शरीर के खून में वृद्धि होती है।

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3- नीम –
नीम की छाल को ले लें और उसका काढ़ा बना कर बुखार के सही होने के बाद पिए, इससे बुखार के बाद आई कमजोरी जल्दी ही सही हो जाती है। इसके अलावा नीम के फूलों का चूरन सुबह शाम लेने से आपकी कमजोरी दूर हो जाती है तथा पाचन शक्ति भी अच्छी हो जाती है।

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4- मखाना –
यदि आप मखाने की खीर का सेवन रोज करेंगे तो इससे आपकी शारीरिक और यौन शक्ति दोनों में ही वृद्धि होगी।

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5- खजूर –
खजूर के सेवन से आप में शारीरिक शक्ति बढ़ती है और कमजोरी खत्म हो जाती है। इसके अलावा यदि आप खजूर और असगंध का चूर्ण 5-5 ग्राम दूध में डाल कर सेवन करेंगे तो इससे आपकी कमजोरी बहुत जल्दी ही कम हो जाएगी और आपके शरीर में बल आएगा।

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shrikant vishnoi
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किसी भी लेखक का संसार उसके विचार होते है, जिन्हे वो कागज़ पर कलम के माध्यम से प्रगट करता है। मुझे पढ़ना ही मुझे जानना है। श्री= [प्रेम,शांति, ऐश्वर्यता]

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