वाइटनिंग सर्जरी-
त्वचा को सुंदर और खूबसूरत निखार देने के लिये आज के समय में शल्यचिकित्सा का उपयोग बड़ी तदाद में किया जाने लगा है। जिससे हर कोई अपने चेहरे को मनचाही खूबसूरती प्रदान करने में लगा हुआ है। त्वचा में की जाने वाली सर्जरी से हम त्वचा में मेलेनिन के उत्पादन को कम कर सकते हैं। त्वचा में निखार लाने के लिये लेजर, क्रायोसर्जरी, केमिकल पील और माइक्रोडर्मब्रेश़न जैसे कई तरीकों को शामिल कर सकते हैं। इन सभी तकनीकों में केमिकल पील काफी अच्छी और लाभदायक मानी जाती है।
त्वचा में निखार लाने वाली तकनीकी सहायता के बारे में हम नीचे बता रहे हैं-
माइक्रोडर्मब्रेश़न
- इस तकनीक की सहायता से आप अपनी त्वचा को मनचाहा रूप प्रदान कर सकती हैं। इसका उपयोग चेहरे में होने वाले मुहासों के साथ दाग धब्बों को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। इस तकनीक के द्वारा हमारी त्वचा पूरी तरह से एक्सफ़ोलियेट होती है| यह हमारी त्वचा के अंदर तक की सफाई कर क्लिंज़र से मृत त्वचा की कोशिकाओं को बाहर निकाल त्वचा को दोष रहित बना देता है। जिससे त्वचा बेदाग होकर सुंदर निखार पाती है।
- यह पद्धति त्वचा में होने वाले दाग धब्बों के साथ चेहरे पर होने वाली झुर्रियों को भी कम करने में मदद करती है। इसका उपयोग करने से आपकी त्वचा बिल्कुल सुरक्षित रहती है।
- कई लोगों को यह उपचार कराने के दौरान त्वचा लाल या सूखी हो जाती है। हालांकि यह समस्या सप्ताह भर में ठीक भी हो जाती है, पर इसके उपचार के बाद कोशिश करें कि इपकी त्वचा पर सूर्य का प्रभाव ना पड़े। इसके साथ ही त्वचा में नमी बनी रहे इसके लिये आप मॉइस्चराइजर का उपयोग करें। 24 घंटे के अंदर किसी भी प्रकार का मेकअप ना करें।
- डर्मब्रेश़न
यह प्रक्रिया भी माइक्रोडर्मब्रेश़न के समान ही है। इसमें भी शल्य चिकित्सा के द्वारा मृतकोशिकाओं को बाहर निकाल दिया जाता है। इसका उपयोग चेहरे के कील मुहांसों को घिस कर किया जाता है। जिसमें कुछ जटिलतायें भी हो जाती हैं।
लेजर स्किन रिसर्फेसिंग-
लेजर स्किन रिसर्फेसिंग, जिसे लेजर पील और लेजर वेपोराइजेशन के नाम से भी जाना जाता है। इस तकनीक का प्रयोग करके आप चेहरे के दाग धब्बे के साथ समय से पहले होने वाली झुर्रियों को भी दूर कर सकते हैं। इसके साथ ही यह तकनीक आपकी आंखों के नीचे के काले दागों को भी दूर कर त्वचा संबंधी कई समस्याओं से निजात दिलाती है। इस लेजर तकनीक से त्वचा की डेडस्किन को निकाल दिया जाता है। उसकी जगह नयी त्वचा निकलने लगती है जो शुरूआत में गुलाबी रंग की होती है और बाद में अपना सामान्य रंग ले लेती है।
क्रायोसर्जरी-
चेहरे की खूबसूरती निखारने के लिये सबसे अंतिम तकनीक है क्रायोसर्जरी। ये काफी ठंडी शल्य चिकित्सा होती है क्योंकि इस तकनीक में तरल नाइट्रोजन का उपयोग किया जाता है। इसका उपयोग त्वचा के मेलेनिन को बढ़ने से रोकता है। जिससे त्वचा का रंग साफ होकर निखरने लगता है। इस तकनीक के द्वारा होने वाले इलाज के बारे में कहा जाता है कि यह सभी प्रकार की त्वचा के लिए सुरक्षित होने के साथ-साथ सबसे अच्छी तकनीक भी है।