जानें क्यों होता है सिर दर्द और इसके प्रकार

-

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में सिर दर्द की समस्या होना एक आम बात है। सिर दर्द होने पर सर के एक या फिर एक से ज्यादा हिस्सों में व गर्दन के पिछले हिस्से में दर्द होता है। यह दर्द कभी हल्का तो कभी काफी तेज़ी से उठता है। सिर दर्द कई कारणों से होता है, लेकिन अधिकतर यह किसी गंभीर रोग के कारण नहीं होता। थकान, गलत दवा के सेवन, चश्मे का नंबर बढ़ने से, मौसम में बदलाव आने पर दांतों में दर्द आदि कारणों से होता है।

आजकल की भागदौड़Image Source: thaiza

बदलती जीवन शैली के कारण आजकल करीब छह में से एक व्यक्ति को सिर दर्द की समस्या है। कई बार यह दर्द इतना बढ़ जाता है कि व्यक्ति अपने काम भी ठीक से नहीं कर पाता, उसे हर काम को करने में काफी मुश्किल होती है। सिर दर्द की वजह से व्यक्ति शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से प्रभावित होता है।

यहां हम आपको बता रहे कि हैं सिर दर्द कितने प्रकार का होता है –

सिर दर्द के प्रकार
सिर दर्द की समस्या दो कारणों से होती है। इसलिए सिर दर्द को दो श्रेणियों में विभाजित किया गया है, प्राथमिक सिर दर्द और द्वितीयक सिरदर्द। प्राथमिक सिर दर्द व्यक्ति को उसकी किसी बिमारी के कारण नहीं होता जबकि द्वितीयक सिर दर्द में किसी अन्य बिमारी के कारण व्यक्ति को सिर में दर्द की समस्या होती है। इसमें व्यक्ति को बुखार, संक्रमण, हाइपोग्लाइसीमिया, दांतों की समस्या, साइनस, सिर पर प्रेशर, ट्यूमर या फिर सर पर चोट लगने की वजहों से सर में दर्द होता है।

सिर दर्द के प्रकारImage Source: ndtvimg

प्राथमिक सिरदर्द    
मस्तिष्क में अधिक रक्त प्रवाह होने की वजह से प्राथमिक सिर दर्द होता है। कैफीन का सेवन करने के बाद दिमाग में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है। लेकिन जब आप कैफीन लेना बंद कर देते हैं तो इस वजह से मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह फिर बढ़ जाता है और व्यक्ति को सिर दर्द होने लगता है। प्राथमिक सिर दर्द तीन प्रमुख कारणों से होता है। क्लस्टर सिर दर्द, तनाव से सिर दर्द व माइग्रेन।

प्राथमिक सिरदर्दImage Source: wordpress

क्‍लस्‍टर सिरदर्द
क्लस्टर सिर दर्द में सिर के दोनों भाग प्रभावित नहीं होते। इसमें सिर व गर्दन के किसी एक भाग में और चेहरे में दर्द होता है। जब भी ऐसा दर्द हो तो नीचे की ओर बिल्कुल भी नहीं झुकें। ऐसा करने से सिर दर्द और ज्यादा बढ़ सकता है। अगर आपको धूम्रपान या फिर एल्कोहल लेने की लत है तो उसे छोड़ दें, क्योंकि इससे सिर का दर्द ओर बढ़ सकता है।

HeadacheImage Source: xavierquerathement

तनाव के कारण होने वाला सिरदर्द    
इस तरह के सिर दर्द में सिर के दोनों भाग प्रभावित होते हैं। तनाव से होने वाले सिर दर्द में शारीरिक गतिविधि का कोई असर नहीं पड़ता। मांसपेशियों में सिकुड़न होने के कारण यह दर्द होता है। व्यक्ति के एक लंबे वक्त तक तनाव में रहने की वजह से यह सिर दर्द होता है। 90 फीसदी लोगों में सिर दर्द होने का यही कारण होता है। आमतौर पर यह सिर दर्द अपने आप ठीक भी हो जाता है।

तनाव के कारण होने वाला सिरदर्दImage Source: bestherbalhealth

माइग्रेन
इस तरह का सिर दर्द सिर के किसी एक भाग में व आंखों के पीछे की तरफ होता है। माइग्रेन होने पर सिर दर्द धीरे-धीरे काफी तेजी से बढ़ जाता है। यह समस्या अधिकतर अनुवांशिक होती है। हर व्यक्ति को माइग्रेन में अलग-अलग तरह से दर्द होता है। इसके अलावा खाने की किसी चीज़ से एलर्जी होने पर भी माइग्रेन का दर्द होता है।

माइग्रेनImage Source: yogaharmonyperth

सेकेंडरी सिरदर्द
शरीर की अन्य समस्याओं की वजह से इस तरह का सिर दर्द होता है। उदाहरण के तौर पर, फ्लू होने पर सिर दर्द भी होने लगता है। लेकिन जब बीमारी ठीक हो जाती है, तब सिर दर्द खुद ही ठीक भी हो जाता है।

सेकेंडरी सिरदर्दImage Source: boredwow

एस्पिरिन जैसी दवाइयों के ज्यादा सेवन से भी सिर दर्द की समस्या हो सकती है। दवाएं जैसे कि इबुप्रोफेन, एसिटामिनोफेन व अन्य गैर स्टेरायडल एंटी इफ्लेमेंटरी दवाओं के कारण भी सिर दर्द हो सकता है। लेकिन अगर सिर दर्द की समस्या बार-बार हो तो अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

Share this article

Recent posts

Popular categories

Html code here! Replace this with any non empty raw html code and that's it.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Recent comments