जब घऱ में नया मेहमान आता है तो उसके लिये ना जाने कितने प्रकार तैयारियां पहले से ही कर ली जाती है। लोकिन पहली बार बने पेरेंट्स के लिए शिशु की सही देखभाल करना तब चैलेंजिंग भरा पल होता है, जब सर्दियों के मौसम में उसे नहलाने का दौर शुरू होता है। क्योंकि इन दिनों ठंड के कारण शिशु में इंफेक्शन होने की संभावना ज्यादा होती है। इसलिए बढ़ी ही सतर्कता के साथ एक नवजात बच्चे की देखभाल की जाती है। यदि आप पूरी सावधानी के साथ बच्चे को नहलाना चाहती हैं तो आज हम बता रहे है उसके खास तरीके… जिन्हें अपनाकर आप अच्छी तरह से बच्चे की देखरेख कर सकती है। तो जानें सर्दी के दौरान बच्चे को नहनाले के खास तरीके..
दो या तीन दिनों के अंतर ही नहलाएं –
सर्दियों के मौसम में नवजात शिशु को रोजाना ना नहलाएं। दो या तीन दिनों के बीच का अंतर करके ही नहलाएं। उस दौरान आप केवल स्पॉन्जिंग करके बच्चे के शरीर को साफ कर सकती हैं। ध्यान रखें स्पॉन्जिंग के समय आप गुनगुने पानी का ही उपयोग करें। ऐसा करने से आपका बच्चा ठंड से सुरक्षित रहते हुये साफ रहेगा।
गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें –
शिशु को नहलाने के लिए बहुत ज्यादा गर्म पानी का उपयोग बिल्कुल भी न करें। बच्चे की त्वचा काफी नरम होती है। तेज गर्म पानी से बच्चे की त्वचा जल सकती है बच्चे को नहाने के दौरान घर में हीटर चालू करके रखें। जिससे नहाने के बाद शरीर का तापमान एक सा रहने से बच्चे को ज्यादा ठंड नही लगेगी।
केमिकलयुक्त चीजों से बचें –
सर्दी के मौसम में गर्म पानी का उपयोग करते रहने से उनकी त्वचा रूखी हो सकती है। इसलिये शिशु की त्वचा में नमी को बनाये रखने के लिये केमिकल युक्त क्रीम या लोशन का इस्तेमाल करें। यदि आप गर्म पानी से स्पॉन्ज करती है तो उस पानी में एक या दो बूद ऑलिव ऑयल, नारियल या सरसों के तेल की कुछ बूंदें डाल सकती हैं।
पहले से पूरी तैयारी करके रखें –
जब भी आप शिशु को नहलाने जा रही हो तो उससे जुड़ी चीजों को पहले ही अपने पास रख लें। जिससे नहलाने के तुंरत बाद आप उसे टॉवल से पोछकर कपड़ें पहनाकर तैयार कर सकें। बच्चे को नहलाते समय जल्दबाजी न करें। शिशु को बातें करते हुए आराम से नहलाएं।
नहलाने का समय का रखे ख्याल –
यदि आप नवजात बच्चे को नहलाने के बारे में सोच रही है तो समय का पूरा ध्यान रखें। सुबह और शाम के समय वातावरण ठंडा रहता है। इसलिए जब धूप निकली हो, उस समय ही बच्चे को नहलाएं। इससे ठंड नहीं लगेगी।
सबसे पहले कॉटन के कपड़े पहनाएं –
नवजात शिशु को नहलाने के बाद सूती कपड़े का उपयोग पहले करें। उसके बाद गर्म कपड़े पहनाएं। ऐसा करने से बच्चे की त्वचा में खुजली नही होगी। और आपका शिशु परेशानी से बचा रहेगा।
ऑयल मसाज –
बच्चे की मालिश आप नहलाने से पहले ही करें। मालिश के लिये सरसों का तेल या ऑलिव ऑयल का उपयोग भी कर सकती हैं। हाथ और पैर के साथ पूरे शरीर की अच्छे तेल से मालिश करें ताकि उसकी सारी थकावट दूर हो जाए और वह अच्छी नींद आए।
नोट- एक बात का विशेष ध्यान रखें। आप भले ही अपने बच्च को रोजाना ना नहलाए लेकिन कपड़े रोजाना बदलें ताकि कीटाणु से होने वाले इंफेक्शन का खतरा कम हो।