हरियाली तीज का उत्सव श्रावण मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। यह उत्सव महिलाओं का उत्सव होता है। अगर आप भी इस साल हरियाली तीज बनाने जा रहीं हैं तो हम आपको बता दें कि आप इस उत्सव में पूजा करने के बारे में कुछ बातें विस्तार से जान लें। हरियाली तीज आखिर क्यों मनाई जाती है, आइए आपको इस बारे में पहले बताते हैं।
image source:
यह भी पढ़ेः जानें, कैसे और क्यों मनाई जाती है हरियाली तीज
हरियाली तीज दरअसल शिव और पार्वती के पुर्नमिलन के उपलक्ष्य में मनाई जाती है। ऐसा कहा जाता है कि मां पार्वती के 108वें जन्म में उन्हें भगवान शंकर पति के रूप में मिले। अंततः 107 जन्मों तक मां पार्वती भगवान शंकर को पाने के लिए पूजा करती रहीं। यह कहा जा सकता है कि मां पार्वती को भगवान शिव ने उनके 108वें जन्म में स्वीकारा था।
image source:
यह भी पढ़ेः पूजा के दौरान दीपक प्रज्ज्वलित करने से होते हैं अनेकों फायदे
अगर आप भी इस साल से हरियाली तीज का यह व्रत रखना चाहती हैं तो आज हम आपको इस पूजा से जुड़ी कुछ ऐसी बातें बताने जा रहें हैं, जो कि इस व्रत को रखने में बहुत ही मददगार होता है। इस व्रत में हाथों में नई चूड़ियां, पैरों में अल्ता और मेहंदी लगाई जाती है। हम आपको बता दें कि इस दौरान मां पार्वती की पूजा अर्चना की जाती है। इस व्रत में कई जगहों पर मां की प्रतिमा को पालकी में बिठाकर झांकी भी निकाली जाती है।
image source:
यह भी पढ़ेः करवा चौथ: हाथों में पूजा की थाली… आई रात सुहागों वाली
आइए अब हम आपको हरियाली तीज की पूजा के समय ध्यान में रखी जाने वाली कुछ बातें बताते हैं।
image source:
1. हरियाली तीज के दिन सबसे पहले महिलाएं नहाकर किसी बागीचे या मंदिर के पास एकत्रित हो जाएं। इस दौरान मां की प्रतिमा को रेशमी वस्त्र और गहने से सजाएं।
image source:
2. अर्धगोले आकार की माता की मूर्ति बना लें और उसे पूजा के स्थान में बीच में रखकर पूजा करें।
image source:
यह भी पढ़ेः सावन में शिव-पार्वती की पूजा करना क्यों है सबसे खास
3. सभी महिलाएं को इस दौरान एक महिला कथा सुनाती है, बाकि कि सारी महिलाएं बैठकर इस कथा को ध्यान से सुनती हैं। इस दौरान महिलाओं को अपने पति का ध्यान करते हुए इस कथा को सुनना चाहिए।
image source:
4. कुछ जगहों पर महिलाएं मां पार्वती की पूजा अर्चना के बाद लाल मिट्टी से नहाती हैं। ऐसा कहा जाता है कि ऐसा करने से महिलाएं पूरी तरह से शुद्ध हो जाती हैं।
image source:
5. दिन के अंत में सभी महिलाएं खुशी-खुशी नाचती और गाती हैं। इसी के साथ ही इस खास अवसर पर कुछ महिलाएं झूला भी झूलती हैं।
image source:
यह भी पढ़ेः शादी में आखिर क्यों फेंके जाते है चावल, जानें इस रस्म का महत्व