हमारा भारत एक कृषि प्रधान देश हैं। धान, गेहूँ, मक्का, दलहन इत्यादि मुख्य उपज हैं। प्रतिदिन के खाद्य व्यंजनों में चावल और चपाती खास हैं। कई प्रकार के शोध कर पता लगाने की कोशिश की गई हैं कि चावल और चपाती में से कौन ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक हैं और क्या लोग इसे एक साथ भी उपभोग कर सकते हैं। दोनों खाद्य पदार्थों के पोषण संबंधी आकड़ों में हालिया अध्ययन से यह पता चला हैं कि इनके पौष्टिक मूल्य अलग – अलग हैं। लोग इसे एक साथ भी खा सकते हैं, बशर्ते इन्हें ठीक से पकाया गया हो। आइए जानते हैं चावल और चपाती के पौष्टिक मूल्यों के बारे में।
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1. चावल के आकड़े (Rice statistics)-
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आमतौर पर भारत के सभी भागों में चावल का सेवन होता हैं लेकिन बाजार में बेचने से पहले चावल की पॉलिशिंग की जाती हैं जिससे उनके पौष्टिक मूल्य कम हो जाते हैं। चावल में फाइबर की मात्रा कम होती हैं। चावल को आवश्यक मात्रा में पानी के साथ पकाने का सुझाव दिया जाता हैं। इसके सेवन से शरीर में स्टार्च का स्तर बढ़ जाता हैं साथ ही साथ भूरे रंग का चावल एवं उसकी भूसी को पकाकर खाने की भी सलाह दी जाती हैं क्योंकि इससे खून में कोलोस्ट्रोल कम होता हैं।
2. चपाती के आकड़े (Chapati statistics)-
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चपाती में फाइबर की मात्रा चावल की तुलना में कम होता हैं इसलिए चपाती को हमेशा सब्जियों और सलाद के साथ उपभोग करने का सुझाव दिया जाता हैं। जिससे की फाइबर की कमी दूर हो सके। चपातियों में घी या मक्खन लगाने से बचना चाहिए क्योंकि इससे खून में कोलोस्ट्रोल बढ़ने की संभावना बढ़ जाती हैं। आप अपने पोषण स्तर को बढ़ाने के लिए सोया या बाजरे के आटे का उपभोग भी कर सकती हैं।
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3. दोनों को एक साथ कैसे खाएं (How to consume it together) ?
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भारत में चावल और चपाती को एक साथ खाने की आदत हैं परन्तु ज्यादातर लोग इस उलझन में होते हैं कि क्या इसे एक साथ उपभोग करना चाहिए या नहीं। कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा हैं कि दोनों खाद्य पदार्थों में अलग – अलग पोषक तत्व हैं लेकिन कार्बोहाईड्रेट का स्तर लगभग एक समान हैं तो यदि आप फाइबर युक्त सब्जियों और सलादों के साथ इनके पौष्टिक मूल्यों को संतुलित करके खाते हैं तो चावल और चपाती को एक साथ उपभोग कर सकते हैं।
अंतिम शब्द (Final word)-
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दोनों खाद्य पदार्थ मानव शरीर के लिए अच्छे हैं और यदि आप इसे एक साथ उपभोग करना चाहती हैं तो इन दोनों को समान मात्रा में ले ताकि इन खाद्य पदार्थों के सेवन से प्राप्त कैलोरी संतुलित हो।
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