मासिक धर्म हर महिला से जुड़ा एक अभिन्न अंग माना जाता है, जो हर महिने में एक बार आता है। जिससे हर महिलाओं को इस अवस्था से होकर गुजरना पड़ता है। हमारी भारतीय संस्कृति में पीरियड्स को लेकर एक अलग सी धारणा बनी हुई हैं। जिसमें इस बात को बहुत ही बुरा और गंदा माना जाता है। उस वक्त कि इस अवस्था को काफी अशुद्ध भी माना जाता रहा है पर यह सही नहीं है। ये प्रकृति के द्वारा रचित एक क्रिया है। हर महिला इससे जुड़ी ही है पर भले ही लोगों के दिलों में इसकी घारणा कुछ भी बनी रही हो पर इस दौरान महिलाओं के अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए कुछ ध्यान रखने योग्य बातों को जनना काफी जरूरी है। पीरियड्स के दौरान शरीर की देखभाल के साथ सफाई का ध्यान रखना भी काफी जरूरत होती है।इसके लिए यहां हम आपको कुछ खास जानकारीयों के विषय में बता रहे है जानें पीरियड्स के दौरान शरीर की सफाई रखने के कुछ खास टिप्स…
1.सैनिटरी नैपकिन का प्रयोग करें –
आजकल हर बाजार में आपको हर साइजों के और हर वैराइटी के सैनीटाइजर मिल जाते है और कॉटन लेयर के स्लिम सैनिटरी नैपकिन का उपयोग करने की सलाह हर किसी को दी जाती है। इसका उपयोग करने से आपको रैशेज की समस्या से निजात मिलती है। इसके साथ ही यह गीलेपन को भी अच्छी तरह से सोख लेता है। आप अच्छे पैड का प्रयोग करके भी इन समस्याओं को दूर कर सकती हैं।
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2 साफ सफाई-
पीरियड्स के दौरान शरीर में बैक्टीरिया के फैलने का खतरा ज्यादा ही बना रहता है। क्योंकि तेजी से हो रही ब्लीडिंग के दौरान अंदर काफी नमी आ जीत है। जिससे संक्रमण के खतरे बढ़ने लगते है। इस समस्या से निदान पाने के लिए 6 घंटे के अंतराल पर नैपकिन को बदलते रहना चाहिए। फिर चाहे आपका रक्तस्राव कम हो रहा हो या इससे अधिक। इसके अलावा यदि रक्त का प्रभाव काफी तीव्र गति से हो रहा है तो ऐसे समय में आप हर 2 घंटे में आपना पैड बदल सकती है। काफी समय तक एक ही पैड का उपयोग करने से संक्रमण काफी तीव्र गति से फैलता है। जिससे शरीर में छाले और इन्फेक्शन के बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। शरीर को इस समय सुरक्षित रखने के लिए ऐसे सैनिटरी पैड का इस्तेमाल करे, जो गीलेपन को अच्छी तरह सोख कर जैल में परिवर्तित कर दे और साथ ही शरीर को स्वच्छता बनाए रखने में सहायक हो।
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3 अपनी योनि को हमेशा साफ सुथरा रखें-
पीरियड्स के दौरान अपने शरीर की काफी देखभाल करने की आवश्कता होती है। साथ ही साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना होता। इन दिनो में अगर आप सफाई पर ध्यान नहीं दोगी तो आपको रैशेज की समस्या पैदा हो सकती हैं। आप हमेशा वॉश रुम में जाकर योनि की साफाई करें और उसके साथ ही अपने हाथों को भी अच्छी तरह से बैक्टिरीया मुक्त साबुन का प्रयोग करके साफ करें। इसके साथ ही इन दिनों हर रोज नहाना भी चाहिए। इस दौरान शरीर की सफाई को देखते हुए यदि आप चाहें तो इन दिनों में दो बार भी नहा सकती है। इन दिनों आप जितनी सफाई से रहेंगी उतना ही आपके लिए सही होगा क्योंकि सफाई न होने की वजह से आपको इंफेक्शन भी हो सकता है |
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4. योनि की सफाई में केमिकल युक्त साबुन का उपयोग ना करें-
जब भी आप अपने शरीर की साफ सफाई करने के साथ योनि सफाई करती है तो इस दौरान आप साबुन या किसी भी केमिकलयुक्त चीजों का उपयोग कतई ना करें,इसकी जगह आप पानी का प्रयोग करते हुए अच्छे से सफाई कर सकती है।
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5. शावर का उपयोग करें-
पहले समय में मासिक धर्म के दौरान महिलाओं के स्नान ना करने की सलाह दी जाती थी क्योंकि इस समय लोग नदी या तलाब में स्नान के लिए बाहर जाते थे, पर आज के समय में शरीर को संक्रमण से बचाने के लिए इन दिनों में स्नान नियमित रूप से करना चाहिये। इसके लिए यदि आप शॉवर का उपयोग करेगी तो यह आपके शरीर के लिए काफी अच्छा परिणाम देता है। इससे शरीर साफ होने के साथ ताजगी का एहसास दिलाता है। गुनगुने पानी से स्नान करने से मासिक धर्म के दौरान होने वाली ऐंठन, पीठ दर्द और सूजन से छुटकारा मिल जाता है।
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6. पैड के इन्फेक्शन से बचें-
जब भी पैड का यूज करने के बाद आप से फेंकती है तो उसे अलग करने के बाद एक कागज में या किसी पॉलीथीन में अच्छी तरह से लपेटकर कूड़ेदान में ही फेंके। जो हर तरह से सुरक्षित रहेगा।