आज देश की अधिकतर युवा जनसंख्या कंप्यूटर पर कार्य करती है। रोजाना 8 से 9 घंटे तक कंप्यूटर पर काम करते रहने से आपकी आंखो पर तो असर पड़ता ही हैं, साथ ही इससे आपकी रीढ़ की हड्डी पर भी बुरा असर पड़ता है। दरअसल इंसान की रीढ़ की हड्डी कई सारी छोटी छोटी हड्डियों से मिलकर बनती है। इन हड्डियों के बीच एक डिस्क लगी होती है जो इन सभी हड्डियों को एक साथ जोड़ कर रखती है।
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आपको बता दें कि हमारी डिस्क के दो भाग होते है, इसका अंदरुनी हिस्सा हल्का लिसलिसा रहता है जबकि बाहरी हिस्सा काफी कड़ा होता है। आपने स्लिप डिस्क की परेशानी के बारे में तो सुना ही होगा, यह परेशानी तब होती है जब किसी इंजरी या कमजोरी के कारण डिस्क का अंदरुनी हिस्सा बाहर आ जाता है।
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इस परेशानी के कारण पीड़ित शख्स को कमर के नीचले हिस्से में असहनीय पीड़ा होती है। इस परेशानी को हल करने के लिए अधिकतर सर्जरी का ही सहारा लेना पड़ता है। इसमे बाहर आई डिस्क के हिस्से को निकाल दिया जाता है।
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कई बार सर्जरी के बाद भी मरीज कमर में दर्द की शिकायत रहती है, ऐसे में फिजियो थेरेपिस्ट के पास जाना सबसे बेहतर विकल्प रहता है। इसके अलावा आप इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए डाक्टर द्वारा सुझाई कसरतें भी कर सकते है।
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लगातार कंप्युटर काम करते रहने से अक्सर लोगों को कमर में दर्द की शिकायत होने लगती है, ऐसे में आप पौष्टिक आहार का सेवन करें, कुछ समय कसरत करें और कोई भी भारी वस्तु उठाते समय पूरा अहतियात बरतें। साथ ही ऑफिस में काम करते समय एक ही पोजिशन में बैठे न रहें, बल्कि बीच बीच में ब्रेक लेकर थोड़ा यहां वहां जरुर टहले।