किसी भी लड़की के लिए वह दिन सबसे खास होता है जब वह मां बनती है। मां बनने के बाद एक जो सबसे जरुरी काम होता है वह है अपने बच्चे को स्तनपान करवाना। यह बच्चे के पोषण के लिए एक बेहद जरुरी प्रक्रिया है। मगर अक्सर देखा जाता है कि बहुत सी महिलाओं को स्तनपान करवाने की सही पोजीशन नही पता होती। एक मां होने के नाते ये जरुरी है कि आपको अपने बच्चे के लिए स्तनपान की सही पोजीशन पता हो कि वह किस पोजीशन में अच्छे से दूध पीता है, क्योंकि कई बार पोजीशन सही न होने के चलते बच्चे अच्छे से दूध नही पीते जिसके चलते उनका पोषण अधूरा रह जाता है। इसलिए आज हम आपको स्तनपान की कुछ पोजीशन बताने जा रहें है जिन्हें आप अपना सकती हैं।
1. क्रैडिल होल्ड
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यह पोजीशन बेस्कि पोजीशन रहती है। इसके लिए आपको कुर्सी या बिस्तर पर बैठना पड़ता है और पैरों के नीचे तकिया रखना पड़ता है। बच्चे को अपनी गोद में लेकर उसके सिर को अपनी बाजू की मदद से सहारा दे। ध्यान रखें की स्तनपान के दौरान बच्चे का आगे का हिस्सा आपकी तरफ रहे। दूध पिलाते समय अपनी बाजूओं से बच्चे की रीढ़, गर्दन और नीचले हिस्से को स्पोर्ट दें। अगर आपका बच्चा 1 महीने से ज्यादा की उम्र का है यह पोजीशन सबसे अच्छी आप्शन रहेगी।
2. क्रॉस- क्रैडिल होल्ड
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अगर आपका बच्चा महज कुछ दिनो का है तो आपके लिए यह पोजीशन आदर्श रहेगी। इस पोजीशन में बच्चा आसानी से मां की निप्पल को मुंह से नही निकाल पाता, जिसके चलते वह भरपेट दूध पी पाता है। इस पोजीशन में अगर आप बच्चे को दायें स्तन से दूध पीला रही हैं तो अपनी बायीं बाजू से बच्चे को अच्छे से पकड़े और उसे हल्का अपने स्तन की ओर मोड़े। ध्यान रखें कि इस दौरान आपका हाथ बच्चे के सिर के बिल्कुल पीछे रहे।
3. साइड लाइंग पोजीशन
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यह पोजीशन उस समय अधिक कारगर साबित होती है जब बच्चे को सोते समय भी दूध पिलाना हो। इसके लिए आप एक तरफ लेट कर बच्चे का मुंह अपनी ओर करें। अपने हाथ से बच्चे के सिर को अपने स्तन के पास लाए और दूध पिलाएं। ध्यान रखें कि दूध पिलाते समय हाथ से बच्चे के सिर स्पोर्ट जरुर दे।
4. फुटबाल होल्ड
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यह पोजीशन भी काफी आसान रहती है। इसके लिए आपके अपने बच्चे को अपने हाथों में किसी फुटबाल की तरह पकड़ना होता है। ध्यान रखें कि बच्चे की नाक का लेवल आपकी निप्पल के लेवल पर हो और पैर पीछे की ओर हो। खुद को कमफर्टेबल रखने के लिए आप अपने पीछे एक तकिया रख सकती है। इस पोजीशन में अपने हाथों को बच्चे की गर्दन, रीढ़, सिर और निचले हिस्से के नीचे रखें ताकि उसे स्पोर्ट दे सके। पेट पर तनाव करने के लिए आप इस पोजीशन को ट्राई कर सकती हैं।