आज दुनिया के बहुत देशों में लोकतंत्र हैं, पर आप शायद नहीं जानते होंगे कि दुनिया को लोकतंत्र का पाठ पढ़ाने वाला गांव अपने ही देश में है। जी हां, आज हम आपको रूबरू करा रहें हैं। एक ऐसे गांव से जहां रचा गया था दुनिया का सबसे पहला लोकतंत्र। यह गांव अपने देश भारत में ही मौजूद है। भारत असल में एक ऐसा देश है जो परिवर्तन के हर दौर में दुनिया के सभी देशों को अपने साथ लेकर चला है। आज हम आपको इसका प्रमाण दे रहें हैं। आपको बता दें कि इस गांव को मलाणा गांव के नाम से जाना जाता है। यह गांव देवभूमि कहे जाने वाले हिमाचल प्रदेश में स्थित है।
यहां बना था दुनिया का पहला लोकतंत्र
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इस गांव में रहने वाले स्थानीय लोगों की मान्यता है कि प्राचीन समय में जमलू ऋषि नामक एक संत इस स्थान पर निवास किया करते थे। उन्होंने ने ही यहां पर निवास करने वाले लोगों के लिए कुछ नियम बनाये थे। इन नियमों को विकसित कर एक संसदीय प्रणाली में बदला गया। इस प्रकार यहां पर दुनिया का पहला लोकतंत्र निर्मित हुआ था। यहां के लोगों की मान्यता यह भी है कि उनमें शुद्ध आर्यन लोगों के जीन उपस्थित हैं और वे सिकंदर महान के सैनिको के ही वंशज हैं।
आखिर जमलू ऋषि थे कौन
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माना जाता है कि जमलू ऋषि एक संत थे। वे अपने आप में बहुत अद्भुद व्यक्ति थे। उनके बारे में कई प्रकार की दंत कथाएं भी मौजूद हैं। कुछ लोगों द्वारी यह भी माना जाता है कि जमलू ऋषि का अस्तित्व आर्यन से पहले से था। एक अंग्रेज लेखक ने एक हिंदू पंडित के बारे में लिखा है कि एक पंडित मलाणा गांव में जाकर वहां के लोगों को ईश्वर के बारे में उपदेश दिया करता था।
इस प्रकार पहुचें मलाणा गांव
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मलाणा गांव पहुंचने के लिए आप सबसे पहले कुल्लू मनाली एयरपोर्ट पहुचें। यहां से बस अथवा टैक्सी की सहायता से कसोल पहुचें। कसोल से आप टैक्सी की सहायता से मलाणा गांव को सीधे जा सकते हैं। एयरपोर्ट से इस गांव की यात्रा में महज 2 घंटे का समय लगता है। मलाणा गांव में जून से अक्टूबर तक का समय सबसे अच्छा रहता है। वैसे यहां आप कभी भी जा सकते हैं यहां आपको सदैव अच्छा मौसम मिलेगा।