बच्चों के टिफिन को लेकर बात करें, ये हर महिलाओं के लिेए सबसे बड़ी परेशानी का कारण होती है। । क्योकि सुबह की मेहनत के बाद जब आपका बच्चा पूरा टिफिन वापस लेकर आ जाता है तो टिफिन देखते ही गुस्से से चेहरा लाल हो उठता है। इसके अलावा बच्चे को पूरा पौषण ना मिल पाने का कारण बच्चा भी कमजोर हो जाता है। इस समस्या को देखते हुये आज हम आपको कुछ ऐसे हेल्दी आहार के बारें में बता रहे है जो बच्चों को स्वादिष्ट लगने के साथ स्वास्थवर्धक भी होगें। बच्चे को टिफिन पैक करने के दौरान किस प्रकार का लंच दें, और कैसे दिया जाये, जिससे आपका बच्चा अपना लंच रूचि के साथ खाने लगे। तो जानें बच्चों के लिए हेल्दी टिफिन आइडियाज़…
कलर फुल सलाद और फलों का सेवन –
अक्सर देखा जाये, तो बच्चे सलाद या फल जिसे पूरी रूचि के अनुसार नही खाते। या फिर आनातकाना करने लगते है। यदि आप चाहती है कि आपका बच्चा इसे रूचि के अनुसार खाये तो फलों को विभिन्न शेप, साइज़ और डिज़ाइन में काटकर उसे कलरफुल लुक दे दें। देखने में सुदर लगने के साथ खाने में भी स्वादिष्ट लगेगें।
प्रोटीन की उचित मात्रा –
लंच के समय बच्चों को प्रोटीन की भरपूर मात्रा मिले इसके लिये आप उनके लंच में दाल परांठा, सोया, उबला हुआ अंडा, पीनट बटर, काबुली चना, पनीर, बीन्स आदि से बना खाना दें।
आहार में शामिल हो एंटीऑक्सीडेंट फूड –
बच्चे का विकास पूर्ण रूप से हो इसके लिये आप आहार में हाई एंटीऑक्सीडेंट वाले फूड जैसे टमाटर, नींबू, बादाम, तुलसी, अदरक, आंवला, खसखस का सेवन प्रतिदिन कराये। ऐसे आहार बच्चों के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते है। जिससे बाहरी संक्रमण व बीमारियों से बच्चें का बचाव होता है।
हर दिन का चार्ट हो –
हर रोज खाना एक ही प्रकार का मिले, तो इससे बच्चे ही क्या बड़ें भी बोर हो जाते हैं। इसके लिये खानें में बच्चों को प्रतिदिन कौन सा आहार दिया जाये। इसका एक चार्ट तैयार कर लें। और इसी के अनुसार बच्चों को लंच बनाकर दें। ताकि आपका बच्चा हर नयी डिश को खुशी-खुशी के साथ खाये।
सब्जियों के पराठे बनाएं –
बच्चों को सब्जियो में यदि गाजर, गोभी, चुकंदर, शलजम, पालक, मेथी, बथुआ, लौकी, मूली जैसी चीजों को दिया जाये तो वो इन्हें खाना पंसंद नही करते इसके लिये आप पास्ता बनाते समय या पराठें बनाते समय इन सब्जियों को भरपूर मात्रा में डाले। ये स्वादिष्ट होने के साथ बच्चों के शरीर के लिये भी काफी फायदेमंद साबित होगें।
पोषक तत्वों की उचित मात्रा –
छोटी उम्र में यदि बच्चों को पोष्त आहार ना मिले तो उनका शारीरिक व मानसिक विकास रूक जाता है। इसलिए उन्हें लगातार पोषक तत्वों की उचित मात्रा मिले इसके लिये जरूरी है कि हम उनकी इन कमी को पूरा करें। जिसके लिये जरूरी है कि हम इन जानकारी को पूरी तरह से समझें। उन्हें पौष्टिक, स्वादिष्ट और रुचिकर जैसे आहार को सम्मलित करें।