किसी भी माता पिता के लिए उनका बच्चा सबसे ज्यादा कीमती होता है। ऐसे में उनके लिए यह जरुरी हो जाता है कि वह अपने बच्चे के लिए जो भी प्रोड्क्ट खरीदें उसकी गुणवत्ता के साथ कोई भी समझोता न किया जाए। कुछ ऐसा ही दबाव बेबी प्रोड्क्टस बनाने वाली कंपनियों पर भी होता है। उनके लिए यह बात सबसे जरुरी रहती है कि बेबी स्किन के लिए जो भी प्रोड्क्ट तैयार किए जाएं वह बेबी की त्वचा पर किसी भी तरह का हानिकारक प्रभाव न डाले इसलिए बच्चों के लिए बनने वाले प्रोड्क्ट को मार्किट में उतारे जाने से पहले उनकी अच्छे से जांच की जाती है। आपको बता दें कि जॉनसन एंड जॉनसन एकमात्र ऐसी कंपनी है जो बेबी की त्वचा पर रिसर्च करती है, ताकि उनके द्वारा बनाए जाने वाले प्रोड्क्टस बेबी स्किन फ्रेंडली हो। शायद यही वजह है कि 90 प्रतिशत माताएं अपने बेबी के लिए सिर्फ जॉनसन एंड जॉनसन को चुनती है। चलिए जानते है जॉनसन एंड जॉनसन की सुरक्षा प्रक्रिया के बारे में।
पांच स्तरीय सुरक्षा प्रक्रिया-
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जॉनसन एंड जॉनसन द्वारा बनाए जाने वाले प्रत्येक प्रोडक्ट को उनकी पांच स्तरीय सेफ्टी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। इस प्रक्रिया से निकलने के बाद ही किसी प्रोड्क्ट को बाजार में भेजा जाता है। कुछ इस तरह होती है यह पूरी प्रक्रिया।
1. सप्लायर
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इन प्रोड्क्टस की सुरक्षा जांच की प्रक्रिया की शुरुआत कच्चे पदार्थ की जांच से होती है। इन प्रोड्क्टस के निमार्ण में जिस कच्चे माल का प्रयोग किया जाता है उसकी अच्छी तरह से जांच की जाती है। जांच में जिस किसी सप्लायर का माल सभी गुणवत्ता मापदंडो पर खरा उतरता है, उसका ही चयन किया जातै है।
सामग्री का आंकलन
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दूसरे स्तर पर चयनित की गई सारी सामग्री को अच्छे प्रकार से जांचा जाता है और यह सुनिश्चित किया जाता है कि व्यक्तिगत तौर पर इसका इस्तेमाल 100 फीसदी तक सुरक्षित है। किसी भी तरह की अशुद्धी व मिलावट पाई जाने की सूरत में माल को फौरन बदला जाता है।
फॉर्मूलों का परीक्षण
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सामग्री के आंकलन के बाद जो फॉर्मूला तैयार होता है, वह बेबी प्रोड्क्टस के लिए सही है या नही इसका पता लगाने के लिए जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी की अपनी खुद की डाक्टरों व विशेषज्ञों की एक टीम है जो इस फार्मूले की अच्छी तरह से जांच करती है। इस टीम में शिशुओं के डाक्टर, त्वचा के डाक्टर, क्लिनीकल विशेषज्ञ और आंखो के डाक्टर शामिल है। यह पूरी टीम बिना किसी भी तरह की कोताही बरते अपना काम पूरी अचूकता से करती है।
लैब में इस्तेमाल कर जांचा जाता है
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डाक्टरों द्वारा प्रमाण मिलने के बाद भी इसे मार्किट में सीधे नही उतारा जाता बल्कि इससे पहले प्रोड्क्ट को जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी की लैब में अलग अलग तापमान पर टेस्ट किया जाता है कि कहीं तापमान में परिवर्तन आने से इसका प्रभाव तो नही बदलता।
निरंतर बेहतर बनाना
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इस आखिरी परिक्षण के बाद प्रोड्क्ट को मार्किट में उतारा जाता है, लेकिन अगर आप सोच रहें है कि यहां आकर कंपनी का काम खत्म हो गया है तो आप बिल्कुल गलता है। कंपनी के लिए लोगों की प्रतिक्रिया बेहद मायने रखती है। इसके लिए कंपनी की ओर से अपने सर्विस सेंटर खोले गए और साथ सोशल मीडिया पर लोगों से सुझाव लिए जाते है ताकि वह अपने प्रोड्क्टस को और बेहतर बना सके। इन प्रतिक्रियाओं की मदद से जॉनसन एंड जॉनसन को यह पता चलता रहता है कि उनके बनाएं प्रोड्क्ट में क्या क्या खामियां है। इससे उन्हें याद रहता है कि उन्हें अपने प्रोड्क्टस में क्या बदलाव करने है। यहीं कारण है कि जॉनसन एंड जॉनसन बेबी प्रोड्क्टस इंडस्ट्री में सुप्रसिद्ध है।