जन्माष्टी के इस खास पर्व में सभी मंदिरों एवं घरों में विशेष प्रकार की तैयारी शुरू हो चुकी है। भगवान श्री कृष्ण के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मंदिर विभिन्न प्रकार की रोशनियों से सजे, उनके स्वागत की तैयारी में लगे हुए है। तो इस खास तैयारी में महिलाएं भी पीछे क्यों रहे, वो भी अपनी रसोई में अपने कान्हा को मनाने की खास तैयारी कर रही है। इसी खास तैयारी के बीच हम आपके लिए लाए है कान्हा को खुश करने वाले खास पकवान। तो जाने इस पकवान को बनाने का तरीका…
सामग्री
- 50 ग्राम गोंद
- 100 ग्राम मखाना
- 50 ग्राम बादाम
- 50 ग्राम काजू
- 25 ग्राम खरबूजे के बीज
- 1 कप कद्दूकस करा हुआ सुखा नारियल
- 1 कप घी (गोंद तलने के लिए)
- 2 कप चीनी
- 1/2 छोटा चम्मच छोटी इलाइची का पाउडर
- 1 1/2 कप पानी
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- गोंद की बर्फी बनाने के लिए सबसे पहले इसे आप कढ़ाई को गैस पर चढ़ाकर गर्म करने के लिए रखें अब इसमें खरबूजे के बीजो को भूनने के लिए रखे, जब बीज भूनने के बाद फूलने लगे तो उसे कढ़ाई से बाहर निकाल ले।
- खरबूजे के बीजो को भूनने के बाद उसी तरह से मखाने को भूनकर निकाल ले। इसके बाद कद्दूकस किया हुए नारियल को धीमी आंच पर रखते हुए1 से 2 मिनट तक भूने कर निकाल ले।
- इसके बाद गोंद के टुकड़े को देखें यदि काफी बड़े है तो उनके छोटे टुकड़े कर लें और इन्हें घी में डालकर के गर्म करें।
- गोंद को गर्म घी में डालकर घीमी आंच में तब तक भूनते रहे जब तक कि यह फूल कर बड़े ना हो जाये। इसके बाद इसे तुरंत ही बाहर निकाल लें। क्योंकि जलने के बाद इसका स्वाद खराब हो जाता है।
- अब सूखे मेवे को बादाम, काजू, और खरबूजे के बीजो को हल्का दरदरा सा पीस ले, मखाने के भी छोटे-छोटे टुकड़े कर लें और गोंद को भी हल्का दरदरा सा पीस ले।
- अब एक कढ़ाई में पानी की कुछ मात्रा डासकर गर्म होने के लिए रखें। गर्म पानी में चीनी को मिलाकर तब तक उबालते रहे जब तक कि चाशनी एक तार ना छोड़ने लगें। जब एक तार की चाशनी बन कर तैयार हो जाये तब चाशनी में पिसे हुए सारे सूखे मेवे, मखाना, नारियल, गोंद और इलाइची पाउडर मिलाकर अच्छी तरह से चलाये। जब कढ़ाई में डाला गया मिश्रण पूरी तरह से एक दूसरे के साथ मिलकर सूखने लगे तो इसे एक प्लेट में निकाल लें।
- प्लेट में तैयार मिश्रण को निकालने से पहले थोड़ा सा घी लगाने इसके बाद बर्फी का सारा मिश्रण उस प्लेट में डालकर चम्मच की सहायता से फैला दें।
- जब तैयार बर्फी ठंडी हो जाये तो इसके छोटे-छोटे पीस काटकर निकाल लें। इसके बाद जन्माष्टमी के इस खास अवसर पर बनीयी गई इस रेसिपी का भोग लगाकर पर अपनी मनोकामना को पूर्ण करें।