दुनिया भर में भारत की बात की जाए , तो यह पहला ऐसा देश है जहां महिलाओं को लक्ष्मी स्वरूप माना जाता है और उनके इसी स्वरूप को मानकर इन्हें विशेष स्थान दिया गया है | लेकिन जिस भारत देश की संस्कृति की मिसाल दूसरे देश के लोग भी दिया करते थे आज उसी देश की महिलाएं सुरक्षित नही है। एक चौंका देने वाली खबर सामने आई है, जिसने हमारे देश को शर्मसार कर दिया है। थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक सर्वेक्षण के अनुसार, बताया गया है कि भारत महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक देशों में पहले स्थान पर है। लगातार हो रहे बलात्कार, हत्या जैसे मामलों में भारत सबसे टॉप लिस्ट में आ चुका है।
जारी किये इस सर्वे के मुताबिक भारत में मानव तस्करी, यौन हिंसा, जबरन विवाह, बालात्कार हत्या जैसे कारणों से महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक देशों में भारत नंबर वन पर है। इसके बाद आतंकवाद से प्रभावित अफगानिस्तान और युद्धग्रस्त सीरिया युद्धग्रस्त देश होने के कारण सूची में दूसरे और तीसरे नंबर पर है। इस लिस्ट में पाकिस्तान नंबर 6 पर है, जबकि अमरीका दसवें नंबर पर।
इससे पहले 2011 में इसी तरह का एक सर्वेक्षण किया गया था जिसमें विशेषज्ञों ने पाया कि महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक देशों में क्रमश: अफगानिस्तान, कांगो, पाकिस्तान, भारत और सोमालिया थे। और तब से लेकर आज तक में देश में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की दर बढ़ती गई है।
सरकारी आंकड़े बताते हैं कि 2007 से 2016 के बीच महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध में 84 फीसदी का इजाफा हुआ है। साथ ही हर घंटे में 4 रेप के मामले दर्ज किए जाते है। सर्वे के अनुसार, भारत मानव तस्करी, यौन हिंसा, सांस्कृतिक व धार्मिक परंपराओं के कारण और महिलाओं को सेक्स धंधों में ढकेलने के लिहाज से अव्वल है।
विशेषज्ञों ने कहा है कि खतरे की बढ़ती दर, यह संकेत देती है कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए कोई भी ठोस कार्रवाई ना होने के कारण अपराध दिन व दिन तेजी से बढ़ते जा रहे है। निर्भया जैसे मामले के बाद भी, अपराधी न्यायपालिका या सरकार से डरते नहीं हैं, बल्कि उन्हें चुनौती देते हैं। और बेफिक्र मासूम बच्चियों को अपना हवस का शिकार बनाने से भी नही कतराते और उन्हें मौत के घाट उतार देते है । फिर ऐसे देश में कौन सी महिलाये सुरक्षित रह सकती है। इस खबर को सुनने के बाद, हर किसी के मन में सवाल पैदा होने लगते है। कि इस देश में मां को बेटी को जन्म देना उसकी मौत देने के बराबर है। क्योकि इस देश की बेटियां मां के आंचल में भी रहने के बाद सुरक्षित नही है। इसलिये हर की यही कहती है कि “इस देश ना आना मेरी लाडौ”