छोटे से बच्चे की परेशानी को अचानक नही भापा जा सकता। खिलखिलाते हुए बच्चे का अचानक रोना काफी परेशानी करने वाला होता है। अक्सर बच्चे डॉयपर के गीलेपन से परेशापन होकर काफी रोते हैं। गीले कपड़ों को पहने रहने से बच्चे के शरीर में खुजली होने लगती है। जो उनकी त्वचा के लिए नुकसानदायक होती है।
Image Source:https://www.slovenskenovice.si/
नैपी रैशस के कारण
जब मां के आंचल में बच्चा आता है, वो पल मां के लिए काफी रोमांचित भरा पल होता है। बच्चे का लालन-पौषण करते वक्त बच्चे की थोड़ी सी भी तकलीफ हर मां को परेशान कर देती है। नैपी रेसस का मतलब लगोंट से होने वाली समस्यां से होता है। इसमें बच्चे की त्वचा में एलर्जी हो जाती है। यह नैपी से ढ़की जगहों पर गीलेपन के कारण होती है। जब यह गीलापन डॉयपर की कृत्रिम कमरपेटी के चारों ओर इक्कट्ठा हो जाता है। तो इससे नैपी रैशस पड़ने लगते है।
Image Source:https://s3.amazonaws.com/
इसमें बच्चे की त्वचा में छोटे लाल रंग के दाने फैलकर बच्चे के पेट और जांघ तक आ जाते हैं। आप आसानी से अपने बच्चे को देखकर उनकी त्वचा पर पड़ रहे चकत्ते को पहचान लेंगी।
अपने बच्चों के रोने के सही कारणों को जानें
Image Source:https://0.static.upcoming.nl
- ज्यादातर डायपर को लंबे समय तक उपयोग में लाना।
- बच्चो की लंगोट को अगर कसकर बांधा जाएगा तो बच्चे की त्वचा पर इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा।
- कभी-कभी कुछ लोशन और साबुन भी बच्चे को सूट नहीं करते हैं वो भी चकत्ते या एलर्जी का कारण बनते है।
- दवाओं के रिएक्शन या गीलेपन का इनफेक्शन।
उपचार के सही तरीके
प्रत्येक मां की छोटी सी लापरवाही बच्चों की परेशानी का कारण बन जाती है। आपकी थोड़ी सी मेहनत से इससे बचा जा सकता है। जिससे बच्चे का उपचार किया जा सकता है।
Image Source:https://chekyang.com/
- आप कोशिश करें कि घर पर ही दादी-नानी की बनाई लगोंट का उपयोग करें, जो नरम कपड़ो से बनी होती है।
- बच्चे के लिए उसके साइज से बड़ा ढीला डायपर का उपयोग करें।
- हमेशा बच्चे का डायपर साफ-सुधरा और सूखा रखें। सूखा रखने के लिए किसी अच्छे बेबी पाउडर का ही उपयोग करें।
- रात को डायपर को उठकर बदलें।