जो भी आदत हमारे स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव डालती हैं उन्हें हम अक्सर अपनी बुरी आदतों में ही शामिल करते है। कई दुरी आदतें स्वास्थ्य पर प्रभाव डालते है तो कई बुरी आदतें मन पर। दोनों ही स्थिति की बुरी आदत हमारे लिए नुकसानदेय साबित होती हैं। हमारी बुरी आदत में धुम्रपान सबसे ऊपर है। धुम्रपान से न केवल सेहत पर बुरा असर पड़ता है, बल्कि यह हमारी आंखों पर भी नुकसान पहुंचाता है। धुम्रपान सेहत के लिए हानिकारक है यह बात खुद उसके पैकेट में भी लिखी गई होती है। फिर भी हम इस आदत को अपने से दूर नहीं कर पाते है और इसकी बुराईयों को जानने के बाद भी हम इसके आदी बन जाते है। धूम्रपान को लेकर बीते दिनों अमेरिका में एक रिपोर्ट जारी कि गई थी जिसमें बताया गया था कि सिगरेट पीने की लत से न केवल फेफड़ो संबंधी समस्याएं होती है बल्कि इससे अंधापन, डायबिटीज, पौरूषार्थ में कमी और लीवर के कैंसर का भी खतरा बना रहता है। धूम्रपान से आंखों में जलन होने लगती है। साथ ही इसे लंबे समय तक आदत बनाए रखने से आंखो की रोशनी भी चले जाने का खतरा बना रहता है। डायबिटीज और उच्च रक्तचाप वाले लोगों को धूम्रपान बिलकुल भी नहीं करना चाहिए। घूम्रपान की आदत आपको इन समस्याओं मे डाल सकती हैं।
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1 मोतियाबिंद होना
अमेरिका की रिपोर्ट की माने तो धूम्रपान से आंखों की बीमारियां उत्पन्न होना शुरू हो जाती हैं। इससे मोतिबिंद की समस्यां भी हो सकती है। रिपोर्ट में बताया गया है कि धूम्रपान के करने वाले लोगों में अन्य लोगों की अपेक्षा मोतियाबिंद होने का खतरा अधिक बना रहता है। पोस्टिर पोलर और न्यूक्लियर जैसे मोतियाबिंद के प्रकार भी धूम्रपान करने वालों को जल्द ही होना शुरू हो जाते है ।
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2 आंखों की नमी को खतरा
आप सभी को मालूम ही है कि तंबाकू में निकोटीन की मात्रा होती है। इसमें कई सारे तत्व ऐसे होते है जिससे आंखों में नुकसान होना शुरू हो जाता है। धूम्रपान करने वाले की आंखों में तेजी से इंनफैक्शन फैलता है। धूम्रपान करने से और उसके जहरीले धुएं के संपर्क में आने से आंखों में मौजूद कंजक्टिवा के ग्लोबलेट कोशिकाओं को क्षति पहुंचती है। इस कोशिकाओं से आंखों में नमी बनी रहती है। इसके अलावा इसके धुएं के कार्बन पार्टिकल पलकों की सतह पर जमा हो जाते हैं। इससे भी आंखों की नमी खत्म हो जाती है। अगर यह नमी लंबे समय तक रहे तो इससे आंखों का इंफेक्शन तेजी से बढ़ता है।
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3 ऑप्टिक न्यूरोपैथी
एम्बलायोमिया और ऑप्टिक न्यूरोपैथी धूम्रपान का सबसे खराब परिणाम है । तंबाकू में पाए जाने वाले निकोटिन रेटीना और ऑप्टिव नर्व की कोशिकाओं पर खतरनाक प्रभाव पड़ता है। रेटीना और ऑप्टिव में नसें आंखों के लिए महत्वपूर्ण होती है। लेकिन लंबे समय तक धूम्रपान करने से इसमें क्षति पहुंचाती है।
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4 मेक्यूलर डीजनरेशन
रिपोर्ट में यह भी पता चला है कि धूम्रपान से लोगों में मेक्यूलर डीजनरेशन का खतरे भी बढ़ जाता है।
5 धूम्रपान से होने वाली बीमारियां
धूम्रपान से अन्य भी कई सारी बीमारी होने का खतरा बना रहता है। थायरॉयड, डायबिटीज और हाई बीपी की बीमारी होने का खतरा हमेशा से ही बना रहता है। डायबिटीक पेशंट को डायबिटीक न्यूरोपैथी की बीमारी हो जाती है जिससे आंखों की रोशनी में कमी आ जाती है। कई बार डायबिटीज के रोगी अंधेपन तक के शिकार हो जाते है।
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आपको बता दें कि धूम्रपान सेहत के लिए सभी तरह से हानिकारक होता है। इसे करने से बचने के लिए आपको अपनी तरफ से ही पूरा प्रयास करना चाहिए। तभी आप इससे बच सकते है।