मासिक धर्म, महिलाओं के शरीर में होने वाले एक हार्मोनल परिवर्तन हैं। जान लें कि जब कोई लड़की किशोरावस्था में कदम रखती है तो उनके अंडाश्य इस्ट्रोजन एवं प्रोजेस्ट्रोन नामक हार्मोन उत्पन्न करने लगते हैं। इन हार्मोन के वजह से हर महीने में एक बार गर्भाश्य की परत मोटी होने लगती है। यानि की वह गर्भधारण के लिए एकदम तैयार हो जाता है। इसी बीच लेकिन कुछ हार्मोन अंडाश्य को एक अनिषेचित डिंब उत्पन्न एवं उत्सर्जित करने का संकेत देते हैं। वहीं अगर लड़की दिंब के उत्सर्जन के आसपास यौन संबंध नहीं बनाती है तो किसी शुक्राणु की डिंब तक पहुंचकर उसे निष्कासित करने की संभावनाएं नहीं रह जाती। जिसके बाद मोटी हुई गर्भाश्य की परत टूट जाती है और रक्तस्त्राव के रूप में बाहर निकल जाती है। जिसे मासिक धर्म कहा जाता है।
Image Source: healthbodycare
स्वस्थ महिला की पहचान जान लीजिए की उसके मासिक धर्म से ही की जाती है। महिलाओं के लिए ये कितना जरूरी है हमें नहीं लगता कि इस के बारे में किसी को बताने की जरूरत है। लेकिन कई महिलाओं के लिए यह किसी बूरे सपने की तरह होता है। महीने के उन मुश्किल दिनों में उनमे कई तरह के हार्मोनल बदलाव आते हैं। जिसके कारण उनका व्यवहार और गतिविधियां बदल जाती है। आज भी देखा जाता है की यह एक सामान्य प्रकिया है। जिसके लिए पुरूष भी कई तरह के कयास लगाते रहते हैं। लेकिन फिर भी हमारे समाज में इस पर खूले रूप से बात करने की आजादी नहीं है. जिसके चलते पीरियड्स से जुड़ी कई बातों से स्वयं महिलाएं भी जान रहती है। आज हम आपको पिरियड्स से जुड़ी हर वो बात बताएंगे। जिसके बारे में हर महिला और लडकी के लिए जानना बहुत जरूरी है।
Image Source: webmd
लेकिन उससे पहले हम शुरूआत करते हैं लड़कियों से, किशोरावस्था में कदम रखने वाली कई लड़कियों की सबसे बड़ी टेंशन ये होती है की उनकी लाइफ में पहली बार पीरियड्स कब आएंगे। वैसे आमतौर पर 11 से 13 साल की लड़की को पहली बार पीरियड्स आना शुरू हो जाता है। लेकिन कई मामलों में लड़कियों को ये काफी देर से आते हैं। आज आप जान लें कि पीरियड्स के पहली बार आने से पहले क्या संकेत होते हैं।
Image Source: medicalnewstoday
1. पहली बार पीरियड्स के आने का संकेत- हमारा शरीर हमें पहले ही दे देता है। जैसे की वजाइना के आसपास प्यूबिक हेयर का आना आदि। जिसके दौरान माना जाता है की आपका शरीर एकदम परिपक्व हो चुका है।
Image Source: zdravko
2. ब्रेस्ट का विकास होना- इस बात को जान लीजिए की आपके ब्रेस्ट्स बनना, उनका बढ़ना ही आपके पीरियड्स का पहला संकेत है। आमतौर पर ब्रेस्ट 3 से 4 साल में पूरी तरह से विकसित हो जाते हैं। वहीं ब्रेस्ट की शुरूआत होने के एक या दो साल में पीरियड्स का शुरू हो जाना आम बात है।
Image Source: agirlwhomakes
3. प्यूबिक हेयर का बढ़ना- इस बात को ध्यान रखिए की जैसे-जैसे प्यूबिक हेयर बढ़ने लगते हं। ठीक उसी तरह ब्रेस्ट का विकास भी होने लगता है। शुरू में यह हेयर काफी सॉफ्ट होंगे। लेकिन बाद में इसमें थोड़ी सख्ती आ जाती है। जिसके एक या दो साल में ही पहली पीरियड्स की शुरूआत हो जाती है
Image Source: diffen
4. डिस्चार्ज होना- डिस्चार्ज जान लें की पहले ही पहला पीरियड्स आने का संकेत दे देता है। आपको खूद ही महसूस होने लगता है की आपके वैजाइना से सफेद या पीले रंग को कोई द्रव्य निकल रहा है। जिससे आप अंदाजा लगा सकती है की पको अब कुछ ही महीनों में पीरियड्स की शुरूआत होने वाली है।
Image Source: newhealthadvisor
अब हम आपको पीरियड्स से जुड़ी कुछ सी बातें बता देते हैं। जिनके बारे में आजतक आपको नहीं पता होगा
1. महीने के उन मुश्किल दिनों में जान लीजिए की जो हार्मोनल बदलाव आते हैं। वह उनकी एक्साइमेंट में इजाफा कर देते हैं। इस दौरान महिलाएं कुछ ज्यादा ही एक्साइटेड हो जाती है। जिसके चलते वह अपने पार्टनर की ओर ज्यादा आकर्षित होने लगती है।
Image Source: huffpost
2. महिलाओं को लगता है की उन दिनों में उन्हें काफी ज्यादा ब्लीडिंग होती है। लेकिन जान लें कि ऐसा कुछ नहीं है। आमतौर पर पूरे सर्किल में करीबन एक महिला को बस दो टेबलस्पून जितनी ही ब्लीडिंग होती है।
Image Source: newhealthadvisor
3. आपने कभी शायद इस बात पर गौर ना किया हो, लेकिन एक शोध में यह बात सामने आई है की इस दौरान महिलाओं की आवाज भी बदली बदली सी हो जाती है।
Image Source: ndtvimg
4. आज हम पीरियड्स की बात कर रहे हैं तो जान लें कि प्रेग्नेंसी और पीरियड्स के लक्षण एक जैसे होते हैं। जिस तरह प्रेग्नेंट होने पर महिला में हार्मोनल बदलाव आते हैं। ठीक उसी तरह पीरियड्स में भी कई परिवर्तन आते हैं। जैसे की कमर दर्द, मितली आना और बॉडी में भारीपन आदि इसके लक्षण है।