गर्मियों के मौसम में होने वाली उमस चेहरे के टेक्सचर को बुरी तरह से प्रभावित करती है। जिसकी वजह से चेहरे पर मृत त्वचा इकट्ठी हो जाती है। आप ऐसे चेहरे को गर्मियों में मेकअप से छिपा भी नहीं सकते है। क्योंकि इस गर्म मौसम में मेकअप भी टिकने का नाम नहीं लेता है।
हाल ही में हुए शोध में पता चला है कि करीबन 85 प्रतिशत लड़के लड़कियां गर्मियों में त्वचा से जुड़ी समस्याओं के शिकार हुए है लेकिन कुछ ही प्रतिशत लोग इसको रोकने का तरीका जानते है। शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन में ये भी जाना है कि गर्म जगाहों पर काम करने वाले लोगों पसीने की वजह से त्वचा से जुड़ी समस्याओं का शिकार होते है। तो चलिए जानते है कि किन टिप्स की मदद से आप इस समस्यां से छुटकारा पा सकते है।
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1- चेहरे को बिना ऐल्कोहल वाले फेसवॉश से धोएं और गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें- गर्मियो के मौसम में चेहरे पर आने वाले दानों को रोकने के लिए आपको पसीना आने के बाद चेहरे को फेसवॉश से धोना चाहिए। ऐसा करने से आपके चेहरे कि गंदगी और अतिरिक्त तेल हट जाएगा लेकिन चेहरे को बिना एल्कोहल वाला फेसवॉश इस्तेमाल करें और फिर गुनगुने पानी से चेहरा धो लें।
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2- चेहरे कपर अतिरिक्त तेल को साफ करें- इस मौसम में उमस की वजह से चेहरे पर तेल आता है जो ऐक्ने और पिंपल को पैदा करता है। चेहरे के अतिरिक्त तेल को निकालने के लिए सैलिसीलिक एसिड या बेनजॉयल पेरोक्साइड का इस्तेमाल करें। इसको उपयोग करने से तेली त्वचा ड्राय हो जाती है ऐक्ने को पैदा करने वाले बैक्टेरिया को मार देती है।
3- पसीने को दूर करने के लिए साफ टिशू पेपर का इस्तेमाल करें- इस गर्म मौसम में हमारे पूरे शरीर से पसीना छूटता है। ऐसे में कई बार आप गंदे हाथों से चेहरे की त्वचा को छू लेते है और हाथों पर बैक्टेरिया होने की संभावना होती है। इसलिए चेहरे पर पसीना हटाने के लिए टिशू पेपर बेहतर रहता है।
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4- पोर्स को साफ करने के लिए क्लीन्सिंग ब्रश- पोर्स में भरी धूल-मिट्टी को हटाने के लिए आप क्लिन्सिग ब्रश का भी इस्तेमाल कर सकते है। इसे इस्तेमाल करने पर संक्रमण का खतरा नहीं रहता है।
5- सैलीसाइलिक एसिड वाला टोनर- चेहरे पर टोनर का इस्तेमाल करने से पसीना कम आता है। टोनर को आपको दिन में एक बार जरुर इस्तेमाल करना चाहिए ये आपको पूरे दिन सुरक्षा देता है। एक ऐसा टोनर का इस्तेमाल करें जिसमें सैलीसाइलिक एसिड मौजूद हो क्योंकि ये पिंपल को भगाने में मदद करता है।
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6- सोने से पहले बेनजॉयल पैरोऑक्साइड की लेयर लगाएं- कहा जाता है कि रोकथाम इलाज से बेहतर होता है। इसलिए दानों का होने से पहले ही क्यों ना उसकी शुरुआत कर ली जाए। तो ऐक्ने या फिर पिंपल आने का इंतजार ना करें उससे पहले ही बेनजॉयल पैरोऑक्साइड का सोने से पहले इस्तेमाल करें। ये उन दानों को खत्म कर देता है जो दानों के होने का जिम्मेदार होते है।