वास्तु शास्त्र निगेटिव एनर्जी को पॉजिटिव एनर्जी में बदलने वाला ऐसा प्राचीन भारतीय विज्ञान है जिसे आधुनिक समय मे आर्किटेक्चर का प्राचीन स्वरुप मानते है। वास्तुशास्त्र के द्वारा हम अपने घर में आने वाले दुखों को खुशियों में बदल सकते है। वास्तु शास्त्र में कुछ ऐसे प्रोडक्ट होते हैं जो घर के वातावरण को शुद्ध करने के साथ नाकारात्मकता को दूर करने में मदद करते है। यदि आप वास्तु नियमों का पालन सही तरीके से करते है तो आप असानी के साथ घर की हर कमियो को दूर कर करके ढेर सारी खुशियां प्राप्त कर सकते है। आज यहां हम आपको वो 5 चीजों के बारे में बता रहे है जिन्हें घर के एंट्री गेट पर लगाने से ही घर पर बरसने लगेगी खुशियाँ।
1) स्वस्तिक
हमारे हिन्दू धर्म में हर बड़े अनुष्ठानों में स्वस्तिक चिह्न लगाना काफी शुभ माना जाता है। इसलिये हर पूजा के दौरान इसका उपयोग सबसे पहले करते है। यदि आप घर के प्रवेश द्वार पर स्वस्तिक का चिह्न बनाएंगे तो आपका घर बुरी नज़रों से बचा रहेगा। यह स्वास्तिक घर में सकारात्मकता ऊर्जा बनी रहेगी।
2) लक्ष्मी पद्म चिह्न
स्वास्तिक चिन्ह के अलावा घर में मां लक्ष्मी के पद्म चिह्न या फिर भगवान गणेश की आकृति का भी आप उपयोग कर सकते है। वास्तु शास्त्र में इसका उपयोग बेहद शुभ माना गया है। यह धन लाभ के भी प्रतीक होते हैं।
3) विंड चाइम
वास्तु शास्त्र के अनुसार विंड चाइम की ध्वनि से ही घर की सारी नकारात्मक ऊर्जा टकराकर वापस लौट जाती है और सकारात्मक ऊर्जा को प्रवेश करने में मदद करती है। इसके मधुर आवाज घर के प्रवेश द्वार या खिड़की से अच्छी एनर्जी को अन्दर लाती है।
4) अशोक के पत्ते
पुरानी मान्याताओं के अनुसार अशोक का पेड़ जिस घर के सामने लगा होता है वहां दुख: और अशांति का नाश होता है। ये धन-संबंधी घर-परिवार से जुड़ी आर्थिक परेशानियों को दूर करने में मदद करता है इसलिये इसका उपयोग घर के मेन दरवाजे पर करना काफी शुभ माना गया है। ये घर में पॉजिटिव एनर्जी लाते हैं।
5) तुलसी का पौधा
हमारे पौराणिक ग्रथों मं तुलसी को सबसे उचा स्थान दिया गया है तभी तो प्रचीन समय से आज तक लोग इसकी पूजा करते आ रहे है। घर के प्रवेश द्वार पर तुलसी का पौधा लगाना काफू शुभ होता है। यह घर में सकारात्मक ऊर्जा लाता है। तुलसी का पौधा लगाने और रोजाना उसकी पूजा करने से घर में खुशियाँ आती हैं।