सामान्य तौर पर सगाई की अंगूठी को प्रेम की निशानी माना जाता है, यह व्यक्ति को उस वादे की याद दिलाता है जो दो लोग साथ में जीवन गुजारने के लिए एक दूसरे से करते हैं पर क्या कभी आपके मन में यह बात कभी आई है की सगाई की अंगूठी हाथ की तीसरी अंगुली यानि अनामिका में ही क्यों पहनाई जाती है ? हालांकि फिल्मों में यह बताया गया है की इस अंगुली की संबंध सीधे दिल से जुड़ा होता है इसलिए ही इस अंगुली में ही सगाई की अंगूठी को पहनते और पहनाते हैं पर क्या यही एक तथ्य है या फिर अन्य कोई और भी कारण हैं। आज हम आपको यही बता रहें हैं।
Image Source: https://qudrat.com.pk/
असल में इस मान्यता के पीछे रोम और चीन की भी दो मान्यताये हैं जिनका जिक्र आज हम आपसे कर रहें हैं।
1- चीन की मान्यता –
चीन की मान्यता के अनुसार आपके हाथ की प्रत्येक अंगुली आपके हर संबंध को दर्शाती है। हैट की तीसरी अंगुली यानि अनामिका आपके पार्टनर के संबंध को दर्शाती है इसी क्रम में तर्जनी अंगुली भाई-बहन और अंगूठा आपके माता-पिता के संबंध को तथा कनिष्ठा आपके और आपके बच्चो के बीच के संबंध को दर्शाता है।
Image Source: https://rashtriyaujala.com/
2- रोम की मान्यता –
रोम की मान्यता काफी पुरातन मानी जाती है ऐसा कहा जाता है की आपकी अनामिका अंगुली से एक धमनी सीधे आपके दिल तक आती है इसलिए अंगूठी पहनाने के लिए यह अंगुली सबसे सही रहती है। यह मान्यता सबसे पुरानी और लोकप्रिय है।